14 अक्टूबर को अनोखा सूर्य ग्रहण लगा जिसे अमेरिका में सबसे साफ तरीके से देखा गया। देश में लाखों लोग इस अद्भुत खोगलीय घटना के गवाह बने। ग्रहण के दौरान सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा ने कुछ देर के लिए अपना डेरा डाल लिया जिसके कारण दिन में चमकता सूरज काले साये के पीछे ढक गया। ग्रहण जब अपने पूरे चरम पर था तो सूरज सिर्फ के पतले छल्ले के जैसा दिख रहा था जैसे किसी ने चांद को सोने की अंगूठी पहना दी हो। इसी कारण इसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है।
अमेरिका में लोगों के बीच
सूर्य ग्रहण को लेकर अनोखा क्रेज देखने को मिला। कुछ लोग ग्रहण का नजारा देखने के लिए ऐसी जगहों पर पहुंचे जहां से इसे और भी ज्यादा भव्य रूप में देखा जा सके। कुछ लोग सूर्य ग्रहण के साथ फोटो खिंचवाने के लिए कुछ खास जगहों पर पहुंचे। NDTV के
अनुसार, Oscar Lopez नाम के 26 साल के शख्स मेक्सिको से चलकर साउथ मेक्सिको के शहर कैम्पेक में पहुंचे ताकि सूर्य ग्रहण का नजारा अच्छे से ले सकें। लोपेज ने कहा कि हम मनुष्य भाग्यशाली हैं जो इस तरह की घटनाओं को देख पाते हैं।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी
नासा ने बताया कि ग्रहण कैलिफॉर्निया से दिखना शुरू हुआ और फिर सूरज नेवादा, ऊटाह, एरिजोना, न्यू मैक्सिको और टेक्सास, गुआटमाला, बेलिजी, होंडुरास, पनामा कोलम्बिया और ब्राजील से होकर आखिर में अटलांकि महासागर में अस्त हो गया। इस दौरान चांद ठीक सूरज के चेहरे पर आकर छा गया। 2023 का ये आखिरी सूर्य ग्रहण था जो कि बेहद अद्भुत रहा।
सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चांद, सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है। रिंग ऑफ फायर सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चांद पृथ्वी से सबसे दूर होता है। यानी कि चांद की कक्षा का पृथ्वी से सबसे दूर वाला बिंदु जहां होता है, और सूरज जब चांद के पीछे आ जाता है, यह ग्रहण तब दिखाई देता है।
पृथ्वी से दूरी होने के कारण चांद ग्रहण के समय सूरज को पूरी तरह से नहीं ढक पाता है, और इस कारण सूरज का प्रकाश चांद के पीछे से एक रिंग के आकार में फूट पड़ता है। इसे एन्युलर सोलर एक्लिप्स (Annular Solar Eclipse) भी कहते हैं। क्योंकि सूरज इसमें एक छल्ले के जैसा दिखने लगता है जिसे अंग्रेजी में एन्युलस कहते हैं। वहीं चांद इसमें एक काली डिस्क के जैसा दिखता है। इसके बाद चांद पर भी अक्टूबर में ही ग्रहण लगने वाला है। चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर को होगा जो रात के 1.06 बजे शुरू होगा।