SAP Labs India (एसएपी लैब्स इंडिया) ने अपने दूसरे कैंपस का निर्माण करना शुरू कर दिया है जो कि बेंगलुरू में बनाया जा रहा है। कंपनी के इस दूसरे कैंपस का निर्माण इसलिए सुर्खियों में आया है क्योंकि इसके पूरा होने का बाद यहां 15 हजार से ज्यादा नौकरियां पैदा होंगी। एक ओर जहां आए दिन टेक कंपनियों की ओर से छंटनी की खबरें आ रही हैं, ऐसे में SAP Labs India की ओर से यह राहत देने वाली खबर है।
SAP Labs की दुनियाभर में 20 लैब हैं जो कि 17 देशों में मौजूद हैं। अगर इसमें काम करने वाले लोगों की बात की जाए तो कंपनी के पास 43000 कर्मचारियों का वर्कफोर्स है। आने वाले समय में इसमें और अधिक इजाफा होने की बात कंपनी ने कही है।
SAP Labs India ने बैंगलुरू में अपना दूसरा कैंपस बनाने की शुरुआत की है। इस शहर को चुनना कंपनी के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कंपनी का ग्लोबल लेवल का सबसे बड़ा रिसर्च एंड डेवलपमेंट हब है। यह कंपनी के ग्लोबल R&D का 40 प्रतिशत बनाता है।
एक समारोह आयोजन के माध्यम से कंपनी ने इसकी शुरुआत की जिसमें SAP Labs India के MD और SVP सिंधु गंगाधरन मौजूद थे। साथ में सीईओ मोहम्मद एंजी भी यहां मौजूद थे। इसके अलावा कंपनी के रीजनल हेड रोशन गौड़ा जैसे लोग भी शामिल रहे। एसएपी लैब्स इंडिया को नवंबर 1998 में शुरू किया गया था।
जर्मनी के बाद यह कंपनी का सबसे बड़ा R&D सेंटर बनकर यहां उभरा है। अब कंपनी यहां दूसरा कैंपस बनाने जा रही है जो कि 41.07 एकड़ के एरिया में बनाकर तैयार किया जाएगा। इसमें 15 हजार से ज्यादा लोगों की जगह होगी।
एसएपी लैब्स इंडिया की इस साल भारत में 25वीं वर्षगांठ मनाई गई है। कंपनी की ओर से सिंधु गंगाधरन ने कहा कि वह भारत में अपने निवेश को बढ़ाने जा रहे हैं। 41 एकड़ के नए कैंपस में 15 हजार नौकरियां पैदा होंगीं। यह नॉर्थ बैंगलोर के देवानाहाली में होगा। कैंपस को एनवायरमेंट फ्रेंडली बनाया जाएगा जिससे कि बैंगलोर के वातावरण पर इसका कम से कम प्रभाव पड़ेगा। यह नेट जीरो, वॉटर पॉजिटिव और
कार्बन न्यूट्रल ऑपरेशन रन करेगा। साथ ही इसमें काम करने वाले कर्मचारियों की सेहत और खुशहाली का भी खास ध्यान रखा जाएगा। कहा गया है कि फैसिलिटी का पहला चरण 2025 तक पूरा करके इसे शुरू कर दिया जाएगा।