जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच के दौरान एक बड़ा खुलासा हुआ है। सिक्योरिटी एजेंसियों को वहां कथित तौर पर चाइनीज कंपनी Huawei का एक सैटेलाइट-इनेबल्ड स्मार्टफोन मिला है। यह नॉर्मल फोन नहीं, सीधा सैटेलाइट से बात करने वाला फोन बताया जा रहा है। सैटेलाइट डिवाइस का यूज कानूनी रूप से केवल सुरक्षा एजेंसियों द्वारा किया जा सकता है, लेकिन पहले भी देखा गया है कि आंतकी हमलों में इनका यूज किया गया था। हालांकि, यहां पारंपरिक सैटेलाइट फोन नहीं, बल्कि एक आम स्मार्टफोन का नाम सामने आया है।
आंतरिक सूत्रों का हवाला देते हुए रिपब्लिक वर्ल्ड की
रिपोर्ट दावा करती है कि जांच एजेंसियों को इस फोन की एक्टिविटी अटैक के वक्त पहलगाम के आसपास मिली थी। यानी जब हमला हो रहा था, उस दौरान यह फोन उस एरिया में मूव कर रहा था। इससे शक और भी गहरा हो गया कि आतंकियों के पीछे कोई हाई-टेक कम्युनिकेशन सेटअप काम कर रहा था।
Huawei के कुछ लेटेस्ट फोन जैसे Mate 60 Pro वगैरह में डायरेक्ट सैटेलाइट से कनेक्ट होने की क्षमता होती है। ये फोन चीन के Tiantong-1 सैटेलाइट सिस्टम के जरिए काम करते हैं। मतलब, बिना किसी मोबाइल नेटवर्क या Wi-Fi के भी सीधा आसमान में घूमते सैटेलाइट से कनेक्शन।
ये दिखने में भी नॉर्मल फोन जैसे लगते हैं, जिससे इसमें ना कोई बड़ा एंटीना दिखाई देता है और ना कोई एक्स्ट्रा सेटअप की जरूरत होती है।
रिपोर्ट बताती है कि अब सिक्योरिटी एजेंसियां ये पता लगाने में लगी हैं कि इस फोन का आतंकियों से क्या कनेक्शन था और इसका कितना इस्तेमाल हुआ। अगर इस तरह के हाई-टेक गैजेट्स आतंकवाद में घुस चुके हैं, तो वाकई में भविष्य में दुनियाभर के देशों को अपनी निगरानी और भी एडवांस बनानी होगी।