Facebook की पेरेंट कंपनी Meta एक बार फिर से कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। यह दूसरी बार है जब मेटा ने कर्मचारियों पर छंटनी की कैंची चलाई है। कंपनी ने दूसरे चरण में 10 हजार लोगों को वर्कफोर्स में से कम करने की घोषणा की है। इसके लगभग 4 महीने पहले, 2022 में कंपनी ने 11000 कर्मचारियों को वर्कफोर्स में से कम किया था। 2023 में यह कंपनी की पहली छंटनी है लेकिन निकाले जाने वाले कर्मचारियों की संख्या 2022 के अंत में निकाले गए कर्मचारियों से थोड़ी कम होगी, ऐसा कहा गया है।
दुनियाभर में चल रही
मंदी के चलते लोगों की नौकरियां जाने का सिलसिला थम नहीं रहा है।
Meta ने पिछले 6 महीनों में अपनी दूसरी छंटनी की घोषणा कर दी है। कंपनी अबकी बार 10 हजार के लगभग कर्मचारियों को निकालने जा रही है। मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने इसका संकेत दे दिया है। कर्मचारियों को इसके बारे में सूचित किया जा चुका है। जल्द ही कंपनी इस फैसले को अमल में लाने जा रही है।
फेसबुक पर शेयर किए एक
ब्लॉग पोस्ट में मार्क जुकरबर्ग ने कहा, 'हम टीम में से 10 हजार के लगभग लोगों को कम करने जा रहे हैं। और साथ ही जो अतिरिक्त 5000 खुली भर्तियां की जानी थीं, वह भी बंद की जा रही हैं। यह काफी मुश्किल होगा लेकिन इसके अलावा कोई और रास्ता नहीं है। इसका मतलब है कि हमें उन टैलेंटेड और जुझारू लोगों को अपने से दूर करना होगा जो हमारी सफलता का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने अपने आपको हमारे मिशन के लिए समर्पित किया, और मैं उन सभी का व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद करता हूं।'
आपको बता दें कि Meta ने इससे पहले नवंबर 2022 में 11 हजार के लगभग स्टाफ को कम करने की घोषणा की थी जो कि कंपनी के कुल वर्कफोर्स का लगभग 13 प्रतिशत था। 2023 के पहले महीने में विभिन्न छंटनियों के दौरान
1 लाख के लगभग कर्मचारी अपनी नौकरी गंवा चुके थे। इस छंटनी में Amazon, Google, Microsoft जैसे नाम शामिल थे। अभी हाल ही में
Ericsson ने 8500 कर्माचारियों को कंपनी से बाहर करने की घोषणा की थी। मंदी का यह दौर अभी थमता नजर नहीं आ रहा है और कंपनियों में से कर्मचारियों की छंटनी आगे भी जारी रहने के आसार बने हुए हैं।