Meta ने इंस्टाग्राम में डायरेक्ट मैसेज (DM) के लिए नए फीचर्स की घोषणा की है। इस फीचर का उद्देश्य यूजर्स के दोस्तों के साथ जुड़ने और खुद को एक्सप्रेस करने के तरीके को बेहतर करना है। ये अपडेट उसका हिस्सा हैं जिसे कंपनी “मोर वेयज टू एक्सप्रेस योरसेल्फ एंड डीपन फ्रेंडशिप इन डीएम” करती है। यहां हम आपको Instagram के इन नए फीचर्स के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
डीएम के लिए आए नए स्टिकर पैक:
कन्वर्सेशन को ज्यादा बेहतर बनाने के लिए Meta ने 300 से ज्यादा स्टिकर के साथ 17 नए स्टिकर पैक पेश किए हैं। ये स्टिकर यूजर्स को मैसेज पर रिस्पॉन्स करने या शब्दों की कमी होने पर भावनाएं व्यक्त करने की सुविधा प्रदान करते हैं। यूजर्स स्टिकर को फेवरेट में भी रख सकते हैं, जिससे दोस्तों द्वारा शेयर किए गए या कटआउट का इस्तेमाल करके बनाए गए स्टिकर का रीयूज करना आसान हो जाता है।
डीएम में निकनेम को पर्सनलाइज करना:
Meta अब यूजर्स को डीएम में अपने या दोस्तों के लिए निकनेम ऐड करने, यूजर्सनेम को आसान बनाने या अंदर के जॉक्स के जरिए पर्सनलाइज करने की अनुमति देता है। निकनेम सिर्फ प्राइवेट चैट में नजर आते हैं और पब्लिक इंस्टाग्राम प्रोफाइल को प्रभावित नहीं करते हैं। यूजर्स के पास इस पर पूरा कंट्रोल होता है कि चैट के अंदर निकनेम कौन अपडेट कर सकता है। डिफॉल्ट तौर पर सिर्फ वे लोग ही बदलाव कर सकते हैं जिन्हें आप फॉलो करते हैं, लेकिन इस सेटिंग को एडजेस्ट किया जा सकता है।
यूजर्स ऐसे सेट कर सकते हैं निकनेम:
सबसे पहले आपको कन्वर्सेशन के टॉप पर चैट नाम पर टैप करना है।
उसके बाद निकनेम का चयन करना है।
उस व्यक्ति का चयन करना है, जिसे आप निकनेम देना चाहते हैं।
डीएम में लोकेशन शेयरिंग करना:मीटअप को आसान बनाने के लिए लाइव लोकेशन शेयरिंग की शुरुआत की गई है। यूजर्स भीड़-भाड़ वाले इवेंट में या प्लान बनाते हुए कॉर्डिनेशन को आसान बनाते हुए एक घंटे तक अपनी लाइव लोकेशन शेयर कर सकते हैं।
लोकेशन शेयरिंग प्राइवेट है और वन टू वन या ग्रुप चैट तक लिमिटेड है।
लाइव लोकेशन शेयरिंग एक घंटे के बाद खत्म हो जाती है।
यूजर्स कभी भी अपनी लोकेशन शेयर करना बंद कर सकते हैं।
यह फीचर डिफॉल्ट तौर पर बंद है और सिर्फ स्पेसिफिक चैट में लोगों को नजर आती है। Meta यूजर्स को प्राइवेसी को प्राथमिकता देने और सिर्फ भरोसेमंद लोगों के साथ अपनी लोकेशन शेयर करने की सलाह देता है।
ये फीचर इस हफ्ते रोल आउट हो रहे हैं, हालांकि लोकेशन शेयरिंग वर्तमान में चुनिंदा देशों तक ही सीमित है।