क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारत में भले ही स्थिति धुंधली हो किंतु इन अनिश्चितताओं के बीच भी एक भारतीय ब्रांड ने एक नई पहल की है। डेकोर ब्रांड The Rug Republic ने अपनी पेमेंट के लिए ज्यादातर लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकार करना शुरू कर दिया है। हालांकि यह ब्रांड विश्व भर में डिलीवरी करती है मगर डिजिटल करेंसी द्वारा पेमेंट की सुविधा इसने अभी भारत में ही शुरू की है।
Mint की एक
रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली स्थित यह डेकोर ब्रांड मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर अपने ऑर्डर्स के लिए 20 क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकार करेगी। कंपनी क्रिप्टोक्यूरेंसी लेनदेन के लिए WazirX और Binance प्लैटफॉर्म का उपयोग करती है। हालांकि यह क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक इन-हाउस भुगतान प्रणाली विकसित करने की योजना बना रही है।
किसी भारतीय ब्रांड का क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट स्वीकार जाहिर तौर पर देश में क्रिप्टो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संदेश देता है कि आगे आने वाले समय में देश में क्रिप्टोकरेंसी का व्यापक चलन देखने को मिलता है। जिस तरह से 90 देशों में डिलीवरी करने वाली इस फैशन ब्रांड ने क्रिप्टो पेमेंट को लागू किया है उससे यह उम्मीद और मजबूत हो जाती है।
वर्तमान में जहां तक भारत में क्रिप्टोकरेंसी व्यापार की बात है तो यहां स्थिति अभी काफी अस्पष्ट है। यहां क्रिप्टोकरेंसी उत्साही क्रिप्टोकरेंसी बिल की प्रतीक्षा कर रहे हैं जो 19 जुलाई से शुरू हो रहे आगामी मानसून सत्र में चर्चा के लिए संसद में निर्धारित किया जा सकता है। क्रिप्टोकरेंसी व्यापार अनिश्चितताओं से घिरा हुआ है क्योंकि बैंक क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन को प्रोसेस करने में संकोच करते हैं।
एचडीएफसी बैंक और भारतीय स्टेट बैंक सहित प्रमुख भारतीय बैंकों ने ग्राहकों को क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार करने के लिए अपनी सेवाओं का उपयोग करने के खिलाफ चेतावनी देना शुरू कर दिया था। ग्राहकों को एक ईमेल में, बैंकों ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक के 2018 के परिपत्र का हवाला देते हुए वर्चुअल करेंसी में लेन-देन करने वाले यूजर्स को खाता निलंबन का सामना करना पड़ सकता है। विशेष रूप से मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने सर्कुलर को रद्द कर दिया था।
हालांकि भारत में क्रिप्टोकरेंसी कानूनी है, लेकिन मौजूदा नियमों से भारतीय कॉरपोरेट्स को अपने कारोबार में डिजिटल ऐसेट्स को प्रभावी ढंग से एकीकृत करने के तरीकों के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद मिलेगी। Tesla, Microsoft और Paypal सहित अन्य वैश्विक दिग्गजों ने भुगतान के लिए क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकार किया है। मगर भारतीय कंपनियां अभी इस ओर कदम बढ़ाने से हिचक रही हैं। आने वाले समय में देखना होगा कि भारत सरकार इस विषय में क्या नियम लागू करती है और उसका भारत में क्रिप्टोकरेंसी व्यापार पर क्या प्रभाव पड़ेगा।