प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार को अचानक लिए गए 500 रुपये व 1000 रुपये के नोट को बैन करने के फैसले ने देश को चौंका दिया। टैक्स बचाने वालों ने इसके लिए गूगल से मदद मांगनी शुरू कर दी। भारत में गूगल पर अभी सबसे ज्यादा सर्च में 'हाउ टू कनवर्ट ब्लैक मनी इनटू व्हाइट मनी' (काले धन को सफेद धन में कैसे बदलें) शामिल है।
पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात में काले धन को सफेद बनाने वाले सर्च में टॉप किया है। जबकि इसके बाद महाराष्ट्र और हरियाणा का नंबर आता है। महाराष्ट्र में वित्तीय राजधानी मुंबई है जबकि हरियाणा पिछले कई सालों से रियल एस्टेट डील के चलते चर्चा में रहा है।
पीएम मोदी द्वारा ने 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोट बैन करने का ऐलान कर दिया है। बाजार में मौज़ूद कुल करेंसी में इन दोनों नोट का हिस्सा 86 प्रतिशत है।
सरकार के इस कदम पर बुधवार को संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा, ''यह एक फैसला से पूरी समाज बदलेगा, जिस तरह लोग पैसे को रखते हैं और खर्च करते हैं वह सब बदल जाएगा। ईमानदार लोगों को संतुष्टि है कि वे ईमानदार हैं और इसलिए उन्हें चिंतित होने की जरूरत नहीं है।'' भारतीय बैंकों में मौज़ूद करीब 23 बिलियन नोटों को अचानक हटा दिया गया है।
पीएम मोदी के इस कदम के बाद प्रॉपर्टी इंडस्ट्री सबसे ज्यादा प्रभावित होगी। बुधवार को बीएसई इंडिया रियलिटी इंडेक्स में 16.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। 2009 के बाद हुई यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। हालांकि, गुरुवार को सुबह 11 बजकर 7 मिनट पर 4.6 प्रतिशत की बढ़त देखी गई।
इसके अलावा अगर आप गूगल ट्रेंड के बारे में पता करें तो 'हाउ टू कनवर्ट ब्लैक मनी' (काले धन को सफेद कैसे करें) को लोगों ने सबसे ज्यादा सर्च किया। हरियाणा इस लिस्ट में टॉप पर है और इससे थोड़ा पीछे गुजरात है। इसके बाद इसी सवाल के लिए सबसे ज्यादा सर्च इसके बाद पंजाब में किया गया है। पंजाब में अगले साल चुनाव होने हैं और इसके बाद राजधानी दिल्ली का नंबर आता है। चुनाव के समय वोटरों को लुभाने के लिए नगदी अधिकतर देखी जाती है।
कुल मिलाकर, भारतीयों ने सरकार की नई करेंसी को लेकर योजना के बारे में भी जानकारी भा तलाशी। मंगलवार को गूगल इंडिया पर सबसे ज्यादा सर्च किए गए टॉपिक में टॉप 5 सवाल इसी से जुड़े थे। 2016 में आई इंटरनेट ट्रेंड्स रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा यूज़र भारत में हैं और इनकी संख्या 277 मिलियन है।
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