क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चीन द्वारा एक के बाद एक उठाए कदमों की वजह से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में गिरावट देखने को मिल रही है। सबसे पहले चीन ने अपने वित्तीय संस्थानों और पेमेंट कंपनियों को क्रिप्टोकरंसी से संबंधित लेन देन या अन्य किसी भी प्रकार की सेवा देने के लिए प्रतिबंधित कर दिया। इसके बाद माइनिंग पर प्रतिबंध लगाया गया और अब, क्रिप्टोकरेंसी माइनिंगन (Cryptocurrency mining) मशीनों की सबसे बड़ी निर्माता बिटमैन (Bitman) ने माइनिंग पर लगे इस बैन (Bitcoin mining ban) बिक्री के दबाव को कम करने के लिए स्पॉट मार्केट में अपने प्रोडक्ट्स की सेल को बंद कर दिया है।
न्यूज़ एजेंसी Reuters की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग मशीन बनाने वाली कंपनी Bitman ने स्पॉट मार्केट में अपने प्रोडक्ट्स की सेल को बंद कर दिया है। कंपनी का कहना है कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, रूस, कजाकिस्तान और इंडोनेशिया सहित कुछ अन्य जगहों में अपने ग्राहकों के साथ "क्वालिटी" पावर सप्लाई तलाश रही है।
यह बात किसी से छिपी नहीं है कि चीन ने बिटकॉइन (Bitcoin) की माइनिंग को खत्म करने की कसम खाई हुई है। 2017 से वर्तमान तक, देश ने माइनिंग और ट्रेडिंग को लेकर कई कठोर कदम उठाए हैं। मई के अंत में, चीन की स्टेट काउंसिल ने बिटकॉइन ट्रेडिंग (Bitcoin trading) और माइनिंग पर नकेल कसने के वित्तीय जोखिमों का हवाला देते हुए वित्तीय संस्थानों और पेमेंट कंपनियों को क्रिप्टोकरंसी से संबंधित लेन देन या अन्य किसी भी प्रकार की सेवा देने के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। इस कदम ने बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin price) में गहरा असर डाला था। कीमत की बात करें, खबर लिखते समय, भारत में बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin price in India) लगभग 26 लाख रुपये थी।
रिपोर्ट आगे बताती है कि चीन द्वारा उठाए इस ताज़ा कदम के बाद, माइनिंग के बड़े और प्रमुख केंद्र - इनर मंगोलिया, युनान और सिचुआन आदि ने व्यापार को जड़ से खत्म करने की शुरुआत कर दी है। प्रतिबंध के बाद, कई चीनी माइनर्स अपनी मशीनें या तो बेच रहे हैं या इन्हें विदेशों में ट्रांस्फर कर रहे हैं। बिटमैन का कहना है कि माइनिंग साइट को रातों रात विदेशों में स्थापित करना आसान नहीं है और साथ ही सेंकडरी मार्केट में इन्हें बेचने का दबाव भी काफी ज्यादा है। इस दबाव को कम करने के लिए कंपनी ने अपनी मशीनों को ग्लोबल बाज़ार में बेचना बंद कर दिया है।