Google, Facebook समेत बड़ी कंपनियों को टारगेट कर रहे बिल US सीनेट पैनल में

कंपनियों की परिभाषा का विस्तार करके टिकटॉक और वीचैट को भी इसके दायरे में लाने का प्रस्‍ताव है।

Google, Facebook समेत बड़ी कंपनियों को टारगेट कर रहे बिल US सीनेट पैनल में

वहीं एक अन्‍य बिल के पास होने पर ऐपल के पेमेंट सिस्‍टम को इस्‍तेमाल करने की बंदिश नहीं रहेगी।

ख़ास बातें
  • पहला बिल एमेजॉन जैसे प्लेटफॉर्म्‍स पर कंट्रोल करता है
  • यह उनकी वेबसाइटों पर खुद के बिजनेस को वरीयता देने से रोक देगा
  • दूसरा बिल बड़े ऐप स्‍टोर जैसे ऐपल पर कंट्रोल करता है
विज्ञापन
अमेरिका की ‘US सीनेट ज्‍यूडिशरी कमिटी' गुरुवार को यह फैसला करेगी कि क्‍या पूरी सीनेट को अल्फाबेट की Google और मेटा की फेसबुक जैसी टेक कंपनियों पर लगाम लगाने के मकसद से दो बिलों पर वोटिंग करनी चाहिए। रॉयटर्स के मुताबिक, पहले बिल के तहत लॉ-मेकर्स बिल के उस संशोधित वर्जन पर विचार करेंगे, जिसे सीनेटर एमी क्लोबुचर समेत डेमोक्रेट और एक रिपब्लिकन सांसद ने पेश किया है। यह बिल एमेजॉन जैसे टेक प्लेटफॉर्म्‍स को उनकी वेबसाइटों पर खुद के बिजनेस को वरीयता देने से रोक देगा।

मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि बिल का संशोधित वर्जन कंपनियों की परिभाषा का विस्तार करेगा, ताकि पॉपुलर वीडियो ऐप जैसे- टिकटॉक को भी इसके दायरे में लाया जा सके। जानकारी के अनुसार, मैसेजिंग ऐप वीचैट (WeChat) की मालिक कंपनी टेनसेंट (Tencent) भी इस बिल के दायरे में आएगी। 

इसके अलावा, अमेरिकी सीनेटर रिचर्ड ब्लूमेंथल और मार्शा ब्लैकबर्न के नेतृत्व में एक दूसरा बिल भी आना है। ‘द ओपन ऐप मार्केट एक्‍ट' नाम का यह बिल बड़े ऐप स्‍टोर जैसे ऐपल पर कंट्रोल करता है। बिल के पास होने पर ऐपल के पेमेंट सिस्‍टम को इस्‍तेमाल करने की बंदिश नहीं रहेगी। उन ऐप्‍स को खासतौर पर राहत मिलेगी, जो दूसरे ऐप स्‍टोर या पेमेंट सिस्‍टम का इस्‍तेमाल करते हैं। क्‍योंकि यह बिल गुरुवार को पहली बार शेड्यूल हो रहा है। इसका मतलब है कि इसे कम से कम एक हफ्ते के लिए टाला जा सकता है।

हालांकि इन बिलों को लेकर सबके अपने विचार हैं। US चैंबर ऑफ कॉमर्स के चीफ पॉलिसी ऑफ‍िसर नील ब्रैडली ने क्लोबुचर और ग्रासली द्वारा लाए जा रहे बिल का विरोध किया है। कहा है कि जिन कंपनियों को टारगेट किया जा रहा है, उन्‍होंने महामारी महामारी में हमारी मदद की है। वहीं, एक दूसरे ग्रुप का कहना है कि वह ‘बिग टेक, कंस्‍यूमर्स और छोटे बिजनेसेज के बीच पावर की खाई को ठीक करने के लिए बिल का समर्थन करेगा।

वैसे अमेरिका की बड़ी टेक कंपनियां सरकार के साथ कई मोर्चों पर मिलकर काम कर रही हैं। हाल ही में सॉफ्टवेयर सिक्‍योरिटी पर चर्चा करने के लिए वाइट हाउस में देश की प्रमुख टेक कंपनियों के अधिकारियों से सरकार ने मुलाकात की। इनमें अल्फाबेट के मालिकाना हक वाली Google, ऐपल और एमेजॉन शामिल रहीं। पिछले साल Log4j नाम के ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर में मिले एक बग ने दुनियाभर की टेक कंपनियों के सिक्‍योरिटी इंतजामों पर सवाल उठा दिए थे। इसी के बाद यह मीटिंग आयोजित हुई। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Apple, Google, Facebook, Amazon, tik tok, WeChat, US Senate panel, bills
गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. भारत में iPhone की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने पर नाराज हुए अमेरिकी प्रेसिडेंट Donald Trump
  2. Netflix की ऐडवर्टाइजमेंट वाली सर्विस के सब्सक्राइबर्स हुए 9 करोड़ से ज्यादा
  3. OnePlus के Ace 5 Racing Edition, Ace 5 Ultra का अगले सप्ताह होगा लॉन्च
  4. जुलाई से इन 7 Redmi और Poco फोन्स को नहीं मिलेगा अपडेट, कहीं आपका भी तो नहीं इनमें से एक?
  5. Samsung Galaxy S25 मिल रहा है Rs 11 हजार तक सस्ता, ऐसे उठाएं इस ऑफर का फायदा
  6. Vivo का सरप्राइज! 12GB रैम, 6000mAh बैटरी वाला Vivo V50 Elite Edition फोन लॉन्च, FREE मिल रहे ईयरबड्स
  7. क्रिप्टो मार्केट में गिरावट, बिटकॉइन का प्राइस 1,02,000 डॉलर से नीचे
  8. 144Hz डिस्प्ले, 50MP कैमरा और 120W चार्जिंग के साथ आएगा iQOO Neo 10, जानें कितनी होगी कीमत?
  9. OnePlus 15 के कैमरा स्पेसिफिकेशंस फिर लीक, 6500+mAh बैटरी, 100W चार्जिंग से होगा लैस!
  10. Xiaomi का नया स्टैंडिंग AC लॉन्च: 40 सेकंड में ठंडा करेगा रूम, सेल्फ क्लीनिंग भी शामिल! जानें कीमत
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »