जर्मनी की लग्जरी कारमेकर Mercedes Benz की भारत में चार नए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लॉन्च करने की योजना है। कंपनी को 2027 तक अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स ( EV) की कुल सेल्स में भारत से 25 प्रतिशत योगदान मिलने की उम्मीद है। भारतीय मार्केट में मर्सिडीज चार लग्जरी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, EQS, EQB, EQC और EQS AMG बेचती है।
कंपनी के ओवरसीज रीजन के हेड, Matthias Luehrs ने संवाददाताओं को बताया, "भारतीय मार्केट में अपने EQS, EQB जैसे EV के प्रदर्शन से हम खुश हैं। हमारे चार और व्हीकल्स आएंगे।" देश में EV पोर्टफोलियो के सेल्स के अनुमान के बारे में पूछने पर Matthias ने कहा, "अगले चार वर्षों में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की हमारी कुल सेल्स का 25 प्रतिशत भारत से आ सकता है। देश में कंपनी की कुल सेल्स में EV की मौजूदा हिस्सेदारी लगभग तीन प्रतिशत की है।" पिछले वर्ष देश में मर्सिडीज बेंज की कुल सेल्स लगभग 41 प्रतिशत बढ़कर 15,822 यूनिट्स की थी। इससे पिछले वर्ष यह आंकड़ा 11,242 यूनिट्स का था।
मर्सिडीज ने बताया कि अगले 8-12 महीनों में चार नए EV मॉडल्स लॉन्च किए जाएंगे। ये पूरी तरह बिल्ड यूनिट्स के इम्पोर्ट और पूरी तरह नॉक्ड डाउन यूनिट्स के
कंपनी के महाराष्ट्र में चाकन प्लांट में असेंबलिंग का मिक्स होंगे। भारतीय मार्केट की कंपनी के लिए संभावना के बारे में पूछने पर Matthias ने बताया कि ओवरसीज रीजन में भारत पांचवां सबसे बड़ा मार्केट है। उन्होंने कहा कि अगले दो वर्षों में भारत चौथे स्थान पर आ सकता है।
देश में लग्जरी कार मार्केट पर अधिक टैक्स के असर के बारे में प्रश्न पर Matthias ने कहा, "आमतौर पर, अधिक टैक्स से कारों या गुड्स की बिक्री बढ़ाने में रुकावट होती है। विभिन्न इंटरनेशनल मार्केट्स की तुलना नहीं की जा सकती क्योंकि उनकी अलग स्थितियां हैं। कम टैक्स वाले मार्केट में निश्चित तौर पर अधिक कारों की बिक्री होती है। ऐसा अमेरिका, यूरोप और चीन में है। अगर टैक्स अधिक होते हैं तो प्रीमियम कैटेगरी कम हो जाती है।" केंद्र सरकार की ओर से जारी इकोनॉमिक सर्वे में कहा गया था कि यह इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का मार्केट 2030 तक बढ़कर एक करोड़ यूनिट्स सालाना का हो सकता है। देश का EV मार्केट 2022 से 2030 के बीच लगभग 49 प्रतिशत के कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से बढ़ने का अनुमान है। पिछले वर्ष यह लगभग 10 लाख यूनिट्स का था।