मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में बुधवार को 0.09 प्रतिशत की कुछ गिरावट थी। इसका प्राइस 42,812 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। पिछले एक दिन में इसमें लगभग 10 डॉलर की गिरावट हुई है। मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि कुछ वोलैटिलिटी के बावजूद बिटकॉइन में स्थिरता से इसका प्राइस जल्द 43,000 डॉलर को पार कर सकता है।
दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether में 2.09 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसका प्राइस 2,361 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में Ether का प्राइस लगभग 50 डॉलर बढ़ा है। इसके अलावा Binance Coin, Solana, Ripple, Cardano, Chainlink और Polkadot के प्राइस गिरे हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 0.52 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.65 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो ऐप CoinDCX की रिसर्च टीम ने Gadgets360 को बताया, "Ether अपनी रेंज की ऊपरी लिमिट पर है। यह 2,380 डॉलर के लेवल से कुछ कम पर ट्रेड कर रहा है।" इस बारे में WazirX के वाइस प्रेसिडेंट, Rajagopal Menon ने कहा, "अमेरिका में इस सेगमेंट के लिए रेगुलेशंस को लेकर सख्त रवैये पर दोबारा विचार किया जा सकता है क्योंकि कुछ कंपनियां डिजिटल एसेट्स के लिए नए यूज केसेज पेश कर रही हैं। अमेरिका में चुनाव निकट हैं और यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा हो सकता है।"
देश में क्रिप्टो सेगमेंट पर टैक्स अधिक होने से ग्रोथ पर असर पड़ रहा है। बजट से पहले क्रिप्टो इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से इस सेगमेंट पर
टैक्स घटाने के निवेदन किए थे। हालांकि, इंटरिम बजट में फाइनेंस मिनिस्टर Nirmala Sitharaman ने क्रिप्टो सेगमेंट का कोई जिक्र नहीं किया है। इससे इस इंडस्ट्री से जुड़े स्टेकहोल्डर्स निराश हैं। क्रिप्टो इंडस्ट्री को उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव के बाद नई सरकार की ओर से पेश किए जाने वाले बजट में इस सेगमेंट के लिए कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। लगभग डेढ़ वर्ष पहले सरकार ने प्रत्येक क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर एक प्रतिशत का TDS लगाया था। इसके साथ ही क्रिप्टो से मिलने वाले प्रॉफिट पर 30 प्रतिशत टैक्स लागू किया गया था। इस सेगमेंट से जुड़े स्टेकहोल्डर्स का कहना है कि इससे देश में क्रिप्टो की ट्रेडिंग एक्टिविटीज घटी हैं। कुछ देशों में रेगुलेटर्स ने इस सेगमेंट को लेकर चेतावनी दी है।