क्रिप्टोकरेंसी की मंदी का असर निवेशकों से लेकर क्रिप्टो एक्सचेंज्स व प्लटेफॉर्म्स पर तो दिख ही रहा था, लेकिन अब क्रिप्टोकरेंसी बनाने वाली फर्म तक इसके प्रभाव में आ गई हैं। अमेरिका की क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग करने वाली फर्म Core Scientific ने जून में बिटकॉइन टोकनों की बड़ी सेल की है, ताकि वह अपने सर्वर्स के लिए पैसे जुटा सके, डेटा कैपिसिटी बढ़ा सके और फर्म पर जो देनदारी है, उसे कम कर सके।
अमेरिका आधारित क्रिप्टो माइनिंग फर्म Core Scientific ने पिछले महीने 7 हजार से ज्यादा बिटकॉइन की सेल की है। कंपनी ने एक घोषणा कर इसकी जानकारी दी। इन कॉइन्स की कीमत 16.7 करोड़ डॉलर (लगभग 13 अरब रुपये) बताई जा रही है। जून में
बिटकॉइन की औसत कीमत 23 हजार डॉलर (लगभग 18 लाख रुपये) चल रही थी। उस वक्त कंपनी ने 7,202
BTC की सेल की। सेल के बाद कंपनी के पास 1,959 BTC रह गए जो इसकी कुल होल्डिंग का 21 प्रतिशत है।
सेल से पहले कंपनी के पास 31 मई तक 8,058 BTC थे। इस हिसाब से कंपनी की होल्डिंग्स में 75% की कमी आ गई है। Core Scientific का
कहना है कि क्रिप्टो सेल से मिले फंड को वह ASIC सर्वर्स में लगाएगी, कंपनी की देनदारी को कम करेगी और एडिशनल डेटा सेंटर कैपिसिटी में इनवेस्ट करेगी। अपनी रिपोर्ट में कंपनी ने कहा है कि जून में उसने 1,106 BTC का निर्माण किया।
Core Scientific के सीईओ माइक लेविट (Mike Levitt) ने कहा कि इंडस्ट्री (क्रिप्टो इंडस्ट्री) इस वक्त बहुत अधिक दबाव और तनाव महसूस कर रही है। कैपिटल मार्केट बहुत कमजोर है, ब्याज दरें बढ़ रही हैं और अर्थव्यवस्था एतिहासिक महंगाई का सामना कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि उनकी कंपनी ने बीते समय में मंदी और उतारों का अच्छे से सामना किया है और उन्हें पूरा विश्वास है कि वे इस बार भी मार्केट की इस मंदी को अच्छे तरीके से झेल लेंगे।
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में आई मंदी थमने का नाम नहीं ले रही है और आए दिन टोकनों की कीमत में गिरावट दर्ज की जा रही है। आज भी अधिकतर पॉपुलर टोकनों की कीमतें नीचे गिरी हैं जिनमें दो सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी
बिटकॉइन और
ईथर भी शामिल हैं। क्रिप्टोकरेंसी प्राइस चार्ट का लाल रंग बहुत दिनों से मार्केट पर हावी है, जो बताता है कि हाल-फिलहाल क्रिप्टो इंडस्ट्री की मुश्किलें खत्म होती नजर नहीं आ रही हैं।