मीम क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के तौर पर पॉपुलर शीबा इनु (Shiba inu) के बर्न रेट में बीते दिनों काफी तेजी देखी गई थी। यह सब भविष्य में इस कॉइन की कीमतों में बढ़ोतरी के मकसद से किया गया था। हालांकि बीते 48 घंटों में शीबा इनु का बर्न रेट 40 फीसदी तक गिर गया है। बर्न रेट में इतनी तेज गिरावट चिंताजनक लगती है, लेकिन निवेशकों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले 72 घंटों में क्रिप्टो मार्केट में SHIB की कीमत बड़े पैमाने पर बढ़ी है और एक ऐसे प्राइस लेवल पर पहुंच गई है जो महीनों में नहीं देखा गया है। इस वजह से शीबा इनु के फ्लो में बढ़ोतरी हुई और नेटवर्क एक्टिविटी बढ़ी है। यही वजह है कि शीबा इनु के बर्न में तेजी से गिरावट आई।
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पोर्टल का डेटा भी यही गवाही दे रहा है। बर्न रेट में जो गिरावट देखने को मिली है, वह कुछ और नहीं बल्कि एलिवेटेड वैल्यू में सुधार है, जिसकी कुछ दिनों से मॉनिटरिंग की जा रही थी।
बीते कुछ महीनों से करोड़ों की संख्या में SHIB टोकन को बर्न किया जा रहा है। टोकन की बर्निंग के लिए SHIB प्रोजेक्ट ने Ryoshi Vision के साथ मिलकर Shiba Inu बर्न पोर्टल लॉन्च किया था, जिसके जरिए टोकन बर्न करने वाले होल्डर्स को रिवॉर्ड दिए जाने का वादा भी किया गया था। हाल ही में 1.13 बिलियन (130 करोड़) SHIB टोकन बर्न किए जाने की जानकारी सुर्खियां बनी थी।
टोकन बर्निंग का मतलब यह है कि इन टोकन को मुख्य सर्कुलेटिंग सप्लाई से स्थाई रूप से बाहर कर दिया जाता है। बर्निंग का असर लंबे समय में टोकन की कीमत पर सकारात्मक असर के रूप में देखा जाता है। हालांकि 130 करोड़ टोकन SHIB की 550 लाख करोड़ की कुल सर्कुलेटिंग सप्लाई का मात्र 0.0002% है। इसके अलावा ‘एमेजॉन शिब बर्नर' जैसे बड़े शीबा इनु डिस्ट्रॉयर ने हाल ही में 40 मिलियन से अधिक शीबा इनु टोकन को प्रचलन से हटा दिया था।
बहरहाल ‘शीबा इनु' बर्न का इस टोकन की कीमतों में दीर्घकालिक तौर पर क्या असर होगा, यह कहना मुश्किल है, लेकिन निवेशक और बाजार उम्मीदों से भरा हुआ है। सबको यही लगता है कि भविष्य में शीबा इनु की कीमतों का फायदा उन्हें मिलेगा।