मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस बढ़कर 24,256 डॉलर पर पहुंच गया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि मार्च की शुरुआत में होने वाली अमेरिका की फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की मीटिंग से इनवेस्टर्स को फायदा हो सकता है। वीकेंड पर बिटकॉइन की वैल्यू 412 डॉलर बढ़ी है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में भी पिछले कुछ दिनों में तेजी आई है। हालांकि, सोमवार को इसमें मामूली गिरावट थी। Gadgets 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, Ether का प्राइस 1,682 डॉलर पर था। इसके अलावा स्टेबलकॉइन्स Tether, USD Coin, Ripple और Binance USD और Avalanche, Cardano, Polygon और Litecoin के प्राइस कुछ घटे हैं। तेजी वाले ऑल्टकॉइन्स में Binance Coin, Solana, Tron, Uniswap, Monero और Near Protocol शामिल थे।
क्रिप्टो फर्म Mudrex के CEO और को-फाउंडर, Edul Patel ने Gadgets 360 को बताया कि बिटकॉइन का अगला रेजिस्टेंस लेवल 31,000 डॉलर पर हो सकता है। उन्होंने कहा, "मार्केट में बायर्स सक्रिय हैं। अगर वे बिटकॉइन को 25,250 डॉलर तक ले जाते हैं तो इसका अगला रेजिस्टेंस लेवल 31,000 डॉलर का हो सकता है। Ether अपने 1,700 डॉलर के रेजिस्टेंस लेवल के निकट कारोबार कर रहा है। इस लेवल से ऊपर जाने पर इसमें तेजी आ सकती है।"
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल
FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी। FTX के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर क्लाइंट्स के फंड का इस्तेमाल किया गया था। एक्सचेंज के चीफ इंजीनियर ने कोड में बदलाव कर FTX के फाउंडर Sam Bankman Fried की फर्म Alameda Research को उधार ली गई रकम पर नुकसान उठाने के बावजूद उसके एसेट्स बेचने से छूट दी थी। इस छूट से फर्म को FTX से फंड उधार लेने की अनुमति मिल गई थी चाहे उसके बदले में कोलेट्रल की वैल्यू कितनी भी हो। कोड में इस बदलाव को अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने पकड़ा था। SEC ने बताया था कि इससे Alameda Research को बिना किसी लिमिट के क्रेडिट दिया जा रहा था। फर्म को दो वर्षों में अरबों डॉलर का उधार गोपनीय तरीके से दिया गया था।