Google ने अपने YouTube Shorts के लिए Dream Screen फीचर को और भी पावरफुल बना दिया है। अब इसमें Google के DeepMind का लेटेस्ट AI वीडियो जनरेशन मॉडल Veo 2 इंटीग्रेट किया गया है। इससे अब न सिर्फ AI बैकग्राउंड जनरेट किए जा सकेंगे, बल्कि स्टैंडअलोन वीडियो क्लिप भी बनाई जा सकती हैं। यदि यूजर के पास किसी खास सीन का फुटेज नहीं है, तो अब एक टेक्स्ट प्रॉम्प्ट से मनचाही वीडियो क्लिप तैयार की जा सकती है। यह फीचर फिलहाल चुनिंदा देशों में उपलब्ध है और जल्द अन्य देशों में भी जारी किया जाएगा। भारत इसमें शामिल है या नहीं, जानने के लिए नीचे पढ़ें।
YouTube ने पिछले साल 'Made on YouTube' इवेंट में Dream Screen फीचर को पेश किया था, जिससे यूजर्स AI-जनरेटेड बैकग्राउंड बना सकते थे। अब Veo 2 की मदद से यह फीचर और एडवांस हो गया है। कंपनी ने
जानकारी दी है कि नए अपडेट के तहत यूजर्स सिर्फ बैकग्राउंड ही नहीं, बल्कि पूरे AI-जनरेटेड वीडियो क्लिप बना सकते हैं। यह उन क्रिएटर्स के लिए फायदेमंद होगा जो यूनिक कंटेंट क्रिएट करना चाहते हैं लेकिन उनके पास सही फुटेज नहीं होता।
Google का कहना है कि Veo 2 के इंटीग्रेशन से Dream Screen अब और तेजी से वीडियो जनरेट कर सकता है। यह मॉडल रियल-वर्ल्ड फिजिक्स और ह्यूमन मूवमेंट को बेहतर तरीके से समझता है, जिससे आउटपुट ज्यादा नैचुरल और डिटेल्ड होता है। इतना ही नहीं, यूजर्स स्टाइल, लेंस और सिनेमेटिक इफेक्ट्स भी सेलेक्ट कर सकते हैं, जिससे
वीडियो और प्रोफेशनल लगेगा।
यदि यूजर अपने शॉर्ट्स के लिए AI-बेस्ड बैकग्राउंड बनाना चाहते हैं, तो उसे Shorts कैमरा खोलना होगा, Green Screen ऑप्शन सेलेक्ट करना है, फिर Dream Screen चुनना और अपना प्रॉम्प्ट टाइप करना है।
वहीं, स्टैंडअलोन वीडियो क्लिप बनाने के लिए Shorts कैमरा में जाएं, 'Add' बटन पर टैप करें, फिर 'Create' से वीडियो जनरेट करें।
गूगल ने इन
फीचर्स के लिए SynthID वाटरमार्क और क्लियर लेबलिंग का यूज किया है, ताकि यह साफ रहे कि कंटेंट AI द्वारा बनाया गया है। ये फीचर्स अभी अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में उपलब्ध है और जल्द ही अन्य देशों में भी आएगा।