Shraddha Murder Case : क्‍या होता है नार्को टेस्‍ट, ट्रुथ सीरम इंजेक्शन कितना खतरनाक?

Narco Test : इस टेस्‍ट के जरिए किसी व्‍यक्ति से सच का पता लगाया जाता है। अगर व्‍यक्ति झूठ बोलता है, तो वह पकड़ा जाता है।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 17 नवंबर 2022 19:42 IST
ख़ास बातें
  • व्‍यक्ति से सच उगलवाने के लिए किया जाता है टेस्‍ट
  • झूठ बोलने की गुंजाइश बहुुत कम होती है इसमें
  • ट्रुथ सीरम इंजेक्‍शन लगाकर किया जाता है टेस्‍ट

Narco Test : अगर कोई आरोपी सच नहीं बता रहा है या ऐसा लगता है कि वह कोर्ट में मुकर सकता है, तो उसका नार्को टेस्‍ट किया जा सकता है।

दिल्‍ली के बहुचर्चित श्रद्धा वॉकर हत्‍याकांड (Delhi Murder Case) के मुख्‍य आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का नार्को टेस्‍ट (Narco Test) किया जाएगा। कोर्ट ने इसकी इजाजत दे दी है। आफताब ने भी सहमति जताई है। मामले को सही तरीके से सुलझाने के लिए पुलिस आरोपी का नार्को टेस्‍ट करना चाहती है। इस टेस्‍ट के जरिए किसी व्‍यक्ति से सच का पता लगाया जाता है। अगर व्‍यक्ति झूठ बोलता है, तो वह पकड़ा जाता है। आइए नार्को टेस्‍ट के बारे में जान लेते हैं। 
 

क्‍या होता है नार्को टेस्‍ट 

विज्ञान के नजरिए से समझें तो इस टेस्ट में व्यक्ति को ट्रुथ सीरम (truth serum) इंजेक्शन दिया जाता है। जानकारी के अनुसार, यह एक साइकोऐक्टिव दवा है। हालांकि इस दवा और टेस्‍ट को देने के लिए कुछ शर्ते हैं। नार्को टेस्‍ट से पहले संबंधित व्‍यक्ति की जांच की जाती है। अगर उसे कोई गंभीर बीमारी है, तो नार्को टेस्‍ट नहीं किया जाता। बुजुर्ग, बच्‍चों और मानसिक रूप से बीमार लोगों का नार्को टेस्‍ट भी नहीं होता है। 

अगर कोई आरोपी सच नहीं बता रहा है या ऐसा लगता है कि वह कोर्ट में मुकर सकता है, तो उसका नार्को टेस्‍ट किया जाता है। इसके अलावा ब्रेन मैपिंग और लाई डिटेक्टर टेक्निक भी हैं, लेकिन नार्को टेस्‍ट को सबसे बेहतर समझा जाता है। 
 

कैसे किया जाता है नार्को टेस्‍ट 

जैसा कि हमने आपको बताया इस टेस्‍ट में ट्रुथ सीरम इंजेक्‍शन दिया जाता है। इसके असर से व्‍यक्ति आधी बेहोशी की हालत में पहुंच जाता है। उसका दिमाग शून्‍य हो जाता है। तब डॉक्‍टर उससे सवाल पूछते हैं। डॉक्‍टर व्‍यक्ति की पल्‍स रेट और ब्‍लड प्रेशर को भी मॉनिटर करते हैं। व्‍यक्ति की हालत ऐसी होती है कि वह झूठ बोलने की स्थिति में नहीं रहता।  
 

कौन करता है टेस्‍ट 

इस टेस्‍ट को करने वाली एक एक्‍सपर्ट टीम होती है, जिसमें फॉरेंसिक एक्सपर्ट, डॉक्टर और मनोवैज्ञानिक शामिल होते हैं। इस टेस्‍ट को काफी भरोसेमंद माना जाता है। दिलचस्‍प है कि देश के चुनिंदा शहरों में ही यह टेस्‍ट किया जाता है, क्‍योंकि यह एक मुश्किल टेस्‍ट है। दिल्‍ली-मुंबई जैसे शहरों में यह टेस्‍ट मुमकिन है।  
 

नार्को टेस्‍ट के खतरे

इस टेस्‍ट को करते समय बेहद सावधानी बरतनी होती है। थोड़ी भी लापरवाही हुई, तो व्‍यक्ति की जान जा सकती है। वो कोमा में जा सकता है। दुनियाभर के देशों में कानूनी मंजूरी के बाद ही इस टेस्‍ट को करने की इजाजत है। 
 

 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Flipkart Freedom Sale: iPhone 15, iPhone 16 Pro और 16 Pro Max पर 23 हजार का बंपर डिस्काउंट
#ताज़ा ख़बरें
  1. Odysse Electric ने लॉन्च किया हाई-स्पीड Sun इलेक्ट्रिक स्कूटर, जानें प्राइस, रेंज
  2. स्पोर्ट्स स्कूटर के सेगमेंट में एंट्री कर सकती है Ola Electric
  3. Revolt इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलों पर Rs 20,000 तक के बेनिफिट्स! ऑफर केवल 16 अगस्त तक
  4. Redmi Note 15 Pro+ में मिल सकता है Snapdragon 7s Gen 3 चिपसेट
  5. Infinix Hot 60i 5G जल्द होगा भारत में लॉन्च, 6,000mAh की बैटरी
  6. JioHotstar Free: 15 अगस्त को फ्री में देखें अनलिमिटेड मूवीज और वेब सीरीज!
  7. Kingbull Discover 2.0 हुई लॉन्च: बिना पेडल चलाए आपको 96 Km ले जाएगी ये इलेक्ट्रिक साइकिल!
  8. Samsung की Galaxy A07 के लॉन्च की तैयारी, 5,000mAh हो सकती है बैटरी
  9. AI वाली ड्राइवरलेस बस भारत में हुईं शुरू, जानें सबकुछ
  10. Honor का Magic V Flip 2 जल्द होगा लॉन्च, चार कलर्स के मिलेंगे ऑप्शन
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.