वैज्ञानिकों ने एक जेट के संपूर्ण विकास का पहला 3D सिम्युलेशन डेवलप किया है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे एक रोटेटिंग ब्लैक होल के पास जेट का जन्म होता है और आखिर में वह एक ढहते हुए तारे से बचने की कोशिश करता है। सिम्युलेशन से पता चलता है कि जैसे ही तारा ढहता है, उसका मटीरियल उसी डिस्क पर गिरता है जो ब्लैक होल के चारों ओर घूमती है। यह मटीरियल डिस्क को झुका देता है, जिसके बाद जेट झुक जाता है और अपनी मूल ट्रैजिक्टरी में पहुंचने के लिए संघर्ष करता है। यह डगमगाता जेट गामा-रे में होने वाले विस्फोट को भी एक्सप्लेन करता है और बताता है कि यह सब काफी दुर्लभ है।
यह स्टडी 29 जून को एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में पब्लिश हुई है। यह एक जेट के संपूर्ण विकास के पहले 3D सिम्युलेश के बारे में बताती है। यानी ब्लैक होल के पास उसके जन्म से लेकर ढहते तारे से बचने के बाद उसके उत्सर्जन तक। नया मॉडल जेट का अबतक का सबसे हाई रेजॉलूशन सिम्युलेशन है।
स्टडी को लीड करने वाले नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के ओरे गॉटलिब ने कहा कि जेट ब्रह्मांड में सबसे शक्तिशाली घटनाएं हैं। पिछले अध्ययनों ने यह समझने की कोशिश की है कि वे कैसे काम करते हैं, लेकिन वो अध्ययन कम्प्यूटेशनल पावर तक सीमित थे और उनमें कई धारणाएं शामिल थीं। हमारी स्टडी में हम शुरुआत से ही जेट के पूरे डेवलपमेंट का मॉडल बनाने में सक्षम थे। हमने ब्लैक होल से उत्सर्जन वाली जगह तक जेट को फॉलो किया और ऐसे प्रोसेस का पता चला, जिन्हें पिछली स्टडीज में अनदेखा किया गया था।
ओरे गॉटलिब ‘नॉर्थवेस्टर्न सेंटर फॉर इंटरडिसिप्लिनरी एक्सप्लोरेशन एंड रिसर्च इन एस्ट्रोफिजिक्स' (CIERA) में फेलो हैं। उन्होंने नॉर्थवेस्टर्न के ‘वेनबर्ग कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज' में भौतिकी और खगोल विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर साशा त्चेखोवस्कॉय के साथ मिलकर यह रिसर्च पेपर लिखा है।
जेट ब्रह्मांड की सबसे ताकतवर घटना है जिसमें चमकीली गामा रे निकलती है। यह तब निकलती है, जब एक विशाल तारे का कोर ब्लैक होल बनाने के लिए अपने ही गुरुत्वाकर्षण से ढह जाता है। वह ब्लैक होल में गिरता है और जेट को उस ढहते हुए तारे में लॉन्च करना चाहता है। जेट तारे को तब तक पंच करता है, जब तक कि वह दूर ना चला जाए। तारे के दूर जाने के बाद जेट एक चमकीली गामा रे पैदा करता है।
नए सिम्युलेशन से यह भी पता चला है कि जेट में कुछ मैग्नेटिक एनर्जी आंशिक रूप से थर्मल ऊर्जा में बदल जाती है। इससे पता चलता है कि जेट में मैग्नेटिक और थर्मल ऊर्जा की एक संरचना है, जो गामा रे को पैदा करती है।