Nasa के Artemis-3, 4 और 5वें मून मिशन पर भी चल रहा काम, इंसान को दोबारा चांद पर उतारने की है तैयारी

आर्टेमिस मिशन नासा के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोग्राम्‍स में से एक है। इसका मकसद 1970 के दशक के बाद पहली बार इंसान को चंद्रमा पर उतारना है।

विज्ञापन
गैजेट्स 360 स्टाफ, अपडेटेड: 14 जनवरी 2022 11:49 IST
ख़ास बातें
  • आर्टेमिस मिशन नासा के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोग्राम्‍स में से एक है
  • वहीं, SLS रॉकेट दुनिया का सबसे ताकतवर रॉकेट होने जा रहा है
  • यह रॉकेट मिशन को तेजी से आगे भेजने में सक्षम होगा

नासा का लक्ष्य लंबे समय के लिए चंद्रमा पर इंसान की मौजूदगी स्‍थापित करना है। साथ ही मंगल पर जाने के लिए चंद्रमा को लॉन्चपैड में बदलना है।

Photo Credit: Nasa

नासा (NASA) के मून मिशन आर्टिमिस-1 (Artemis I) की लॉन्चिंग होना अभी बाकी है। इस बीच नासा और अमेरिका में उसके तमाम सहयोगी दूसरे आर्टेमिस लॉन्च के लिए स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट पर काम कर रहे हैं। यह पहला क्रू आर्टेमिस मिशन होगा। यानी इसके जरिए एक बार फ‍िर इंसान को चांद पर उतारा जाएगा। नासा ने कहा है कि SLS रॉकेट पर काम कर रहे वैज्ञानिकों की टीमों ने दूसरे आर्टेमिस मिशन में ‘बेहतरीन प्रगति' की है। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा है कि उसकी टीमें आर्टेमिस मिशन के प्रमुख हिस्सों को भी टेस्‍ट कर रही हैं, जिन्‍हें पहले दो मिशन के बाद लॉन्‍च किया जाना है। ये आर्टिमिस-3, 4 और 5 मिशन होंगे। 

आर्टेमिस मिशन नासा के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोग्राम्‍स में से एक है। इसका मकसद 1970 के दशक के बाद पहली बार इंसान को चंद्रमा पर उतारना है। नासा का लक्ष्य लंबे समय के लिए चंद्रमा पर इंसान की मौजूदगी स्‍थापित करना है। इसके साथ ही मंगल पर जाने के लिए चंद्रमा को लॉन्चपैड में बदलना है। आर्टिमिस-1 इस जटिल सीरीज का पहला हिस्‍सा है। वहीं, SLS रॉकेट दुनिया का सबसे ताकतवर रॉकेट होने जा रहा है, जो मिशन को तेजी से आगे भेजने में सक्षम होगा। 
दो सॉलिड रॉकेट बूस्टर और चार RS-25 इंजन के साथ SLS रॉकेट हरेक आर्टेमिस मिशन को पृथ्वी की कक्षा से चंद्रमा तक ले जाने के लिए 8.8 मिलियन पाउंड से अधिक का थ्रस्‍ट पैदा करता है। एक ब्लॉग पोस्ट में नासा ने कहा है कि पूरे अमेरिका में एक हजार से ज्‍यादा कंपनियों ने आर्टेमिस-1 के SLS रॉकेट और बाकी SLS रॉकेट को बनाने में मदद की है।

SLS प्रोग्राम के मैनेजर, जॉन हनीकट ने कहा कि स्पेस लॉन्च सिस्टम टीम सिर्फ एक रॉकेट का निर्माण नहीं कर रही, यह भविष्य की उड़ानों के लिए कई SLS रॉकेट बना रही है।

आर्टेमिस-1 मिशन के जरिए चंद्रमा को एक्‍स्‍प्‍लोर किया जाएगा। यह स्‍पेसक्राफ्ट चार से छह सप्ताह में पृथ्वी से 280,000 मील की यात्रा करेगा। हालांकि मिशन की लॉन्चिंग में देरी हुई है। नासा ने पिछले साल नवंबर में आर्टेमिस-1 को लॉन्च करने की योजना बनाई थी। बाद में इसे फरवरी तक के लिए टाल दिया गया और अब इसके मार्च या अप्रैल में लॉन्च होने की उम्मीद है।
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

द रेजिडेंट बोट । अगर आप मुझे ...और भी

Advertisement
संबंधित ख़बरें
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. AI पर फिर खड़े हुए सवाल! डिलीट कर दिया कंपनी का बड़ा डेटाबेस, फिर गलती भी छुपाई
#ताज़ा ख़बरें
  1. Realme 15 Pro 5G कल होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल का Sony प्राइमरी कैमरा 
  2. भारत में बिजनेस के 11 वर्ष पूरे होने पर दो नए स्मार्टफोन लॉन्च करेगी Redmi
  3. Moto G86 Power में मिलेगी 6,720mAh की दमदार बैटरी, अगले सप्ताह होगा लॉन्च
  4. आपको बदलने की जरूरत नहीं, अब रोबोट खुद बदलेगा अपनी बैटरी; यहां देखें वीडियो
  5. अब Rs 2 हजार के फीचर फोन में भी मिलेगा AI, itel ने लॉन्च किया Super Guru 4G Max
  6. Upcoming Electric Cars in India: 2025 में भारत में धमाल मचाएंगी Maruti से VinFast तक ये नई इलेक्ट्रिक कारें
  7. Infinix Smart 10 इस सप्ताह होगा भारत में लॉन्च, 6.67 इंच डिस्प्ले, Flipkart पर होगी बिक्री
  8. इनकम टैक्स रिफंड स्टेटस कैसे करें चेक, स्टेप बाय स्टेप पूरी जानकारी
  9. स्मार्टफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग के लिए नई पार्टनरशिप कर सकती है Nokia
  10. Realme Narzo 80 Lite 4G हुआ 6300mAh बैटरी, 13MP कैमरा के साथ लॉन्च, जानें सबकुछ
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.