एक ऑक्शन हाउस चांद की धूल की नीलामी कर रहा है। चांद की इस मिट्टी को पृथ्वी पर 1969 में Apollo 11 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा लाया गया था। Apollo 11 नासा का पहला स्पेस मिशन था, जिसमें इंसानों को पृथ्वी से बाहर ले जाया गया था। खास बात यह है कि चंद्रमा से लाई गई इस धूल को कॉकरोच के पेट से निकाला गया था। ऑक्शन हाउस ने जानकारी दी है कि नीलामी में चंद्रमा की धूल (Moon dust) के साथ-साथ तीन कॉकरोच भी मिलेंगे, जिनके पेट से इस धूल को निकाला गया है। आप सोच रहे होंगे कि चांद से आई मिट्टी कॉकरोच तक कैसे पहुंची। दरअसल, कॉकरोच को यह मिट्टी खिलाई गई थी।
RR Auction नाम के एक ऑक्शन हाउस ने जानकारी दी है कि मून डस्ट की नीलामी की बिडिंग शुरू हो गई है। कॉकरोच के द्वारा खाई गई इस धूल का ऑक्शन इस हाउस की सबसे दुर्लभ नीलामियों में से एक है। ऑक्शन हाउस का कहना है कि इस ऑक्शन की बिडिंग 23 जून तक चलेगी।
RR Auction के कार्यकारी वाइस प्रेसिडेंट बॉबी लिविंगस्टन ने Collect Space पब्लिकेशन को
बताया "जब भी हम अपोलो 11 से किसी चीज का प्रतिनिधित्व करते हैं, तो यह स्पष्ट रूप से रोमांचकारी होता है, क्योंकि यह सबसे महत्वपूर्ण मिशन था, लेकिन जब आपको तिलचट्टे जैसा कुछ मिलता है, जिसे चांद से संबंधित कुछ सामग्री खिलाई गई हो, तो यह दिखाता है कि अपोलो प्रोग्राम कितना विविध था।"
रिपोर्ट बताती है कि इंसानों को चांद पर उतारने के पहले मिशन की अगुवाई में, वैज्ञानिकों को पूरी तरह से यकीन नहीं था कि अंतरिक्ष यात्रियों का किससे सामना होगा। एक्स्पर्ट्स को डर था कि चांद से वापस लौटने के बाद ऐसा हो सकता है कि अंतरिक्ष यात्रियों और वापस आए किसी भी वस्तु में बाहरी जर्म्स या मून बग्स हो, जो बाद में पूरी पृथ्वी के लिए खतरा बन जाए।
इसी डर के चलते अंतरिक्ष यात्रियों समेत Apollo 11 मिशन से वापस लौटीं सभी चीजों को 21 दिनों के लिए क्वारंटीन किया गया। इसके अलावा, यह भी जांचा गया कि चांद की मिट्टी या धूल का असर इंसानों के अलावा धरती के अन्य कीड़ों पर किस तरह पड़ेगा। इसके लिए मिशन से वापस लाए गए 22 किलो पत्थर के 10% को टेस्ट के लिए इस्तेमाल किया गया।
हालांकि, किसी को नहीं पता था कि कीड़ों को खिलाई गई यह मिट्टी एक दिन नीलाम होगी। RR Auction ने इस लॉट की बिक्री 4 लाख डॉलर में होने की उम्मीद जताई है। बिडिंग 10,000 डॉलर के साथ गुरुवार से शुरू हुई थी और जैसा कि हमने बताया, यह 23 जून तक चलेगी।