धरती पर जीवन की शुरुआत कब हुई, इसके बारे में अभी तक कई थ्योरी सामने आ चुकी थीं लेकिन पुख्ता तौर पर इसके सबूत नहीं मिले थे। अब शोधकर्ताओं ने एक नई खोज पेश की है जिसमें बताया गया है कि धरती पर जीवन 4.2 अरब साल पहले ही आ गया था। वैज्ञानिकों ने आखिरी यूनिवर्सल पूर्वज, या लास्ट यूनिवर्सल कॉमन एन्सेस्टर (LUCA) के बारे में वर्तमान के जीवों के जीनोम के आधार पर पता लगाया है। यह पूर्वज 4.2 अरब साल पहले अस्तित्व में आ चुका होगा।
इस हिसाब से
धरती पर जीवन इस ग्रह के शुरुआती फेज में ही आ गया था। क्योंकि पृथ्वी के अस्तित्व में आने का समय 4.5 अरब साल पहले बताया जाता है।
Science Alert में इस स्टडी को प्रकाशित किया गया है। इस खोज से जुड़ी बायोलॉजिस्ट Sandra Álvarez-Carretero का
कहना है कि उन्होंने LUCA के बारे में यह अनुमान बिल्कुल भी नहीं लगाया था कि वह इतना पुराना होगा, और पृथ्वी के निर्माण के बाद कुछ सैकडों साल बाद ही अस्तित्व में आ गया होगा।
निर्माण के समय की बात करें तो उस समय पृथ्वी का वातावरण बिल्कुल अलग रहा होगा। अगर आज के समय से तुलना करें तो यह बहुत ज्यादा जहरीला रहा होगा। ऑक्सीजन, जो कि वर्तमान में पृथ्वी पर रहने वाले लगभग हरेक जीव के लिए सबसे जरूरी तत्व है, पृथ्वी पर इसकी उपलब्धता काफी बाद में आई होगी। यह समय 3 अरब साल पहले का बताया गया है। यानी धरती पर जीवन ऑक्सीजन से भी काफी पहले आ गया था।
सूक्ष्म से सूक्ष्म जीवों के जीवाश्म भी 3.8 अरब साल पुराने बताए गए हैं। लेकिन वैज्ञानिक यहां मान रहे हैं धरती पर जीवन को सहारा देने के लिए जरूरी वातावरण 4.3 अरब साल पहले ही पैदा हो गया था। लेकिन साथ ही यह भी कहा गया है कि इतने पुराने समय का जीवन खंगालने के लिए पृथ्वी की भूवैज्ञानिक और जैविक प्रक्रियाएं एक असीम चुनौती पेश करती हैं। यानी कि उस समय के जीवन के सबूत जुटान लगभग असंभव सा ही है।
यहां पर वैज्ञानिकों की टीम ने नए संसाधनों की मदद ली जिन्हें जीवित जीवों के जीनोम कहा है। साथ ही जीवाश्म रिकॉर्ड्स भी इसके लिए खंगाले गए हैं। LUCA किस तरह उस समय के वातावरण में जिंदा रहा होगा, वैज्ञानिकों इसे समझने की कोशिश की है। यह एक सिंगल कोशिका वाला जीव रहा होगा जिसमें न्यूक्लियस भी नहीं होगा, और यह गैर-ऑक्सीजन आधारित मेटाबॉलिक प्रक्रियाओं पर ऐसीटेट (acetate) बनाने के लिए निर्भर रहा होगा।