मंगल ग्रह (Mars) के बारे में आप और हम रोज नई और रोचक जानकारियां पाते हैं। यह सब मुमकिन होता है, वहां भेजे गए अंतरिक्ष मिशनों के जरिए। ऐसा ही एक मिशन साल 2003 में मंगल ग्रह पर भेजा गया था। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने 7 जुलाई को ऑपर्च्युनिटी रोवर (Opportunity Rover) से मिशन की शुरुआत की थी। लगभग 15 साल तक मंगल ग्रह पर खोज करने के बाद ऑपर्च्युनिटी रोवर खत्म हो गया था। इस पूरी यात्रा को डॉक्युमेंट्री की शक्ल में पिरोकर तैयार किया है स्टीवन स्पीलबर्ग (Steven Spielberg) ने। कांतारा (Kantara) जैसी साउथ इंडियन फिल्म की चर्चा के बीच अगर आप साइंस डॉक्युमेंट्री में दिलचस्पी रखते हैं, तो गुडनाइट ओपी (Goodnight Oppy) को देख सकते हैं।
फिल्म में ऑपर्च्युनिटी रोवर की यात्रा को दिखाया गया है। 1 घंटा 45 मिनट की डॉक्युमेंट्री मंगल ग्रह के शानदार नजारों को पेश करती है। ऐसा लगता ही नहीं, सब रिक्रिएट किया गया है। फिल्म में वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के फुटेज भी शामिल किए गए हैं, जो लॉन्च की याद को ताजा कर देते हैं। रोवर को बनाने में इंजीनियरों ने किस हद तक मेहनत की थी, यह दिखया गया है। वैज्ञानिकों के इंटरव्यू भी हैं, जो जाहिर करते हैं कि ऑपर्च्युनिटी रोवर उनके दिल के कितना करीब था।
ऑपर्च्युनिटी रोवर एक ऐसी डॉक्युमेंट्री है, जो हॉलीवुड के नामचीन लोगों और नासा की मदद से तैयार हो पाई है। डॉक्युमेंट्री के लिए आर्काइव फुटेज नासा और जेट प्रोपल्शन लेबोरेट्री से मिले। जानकर हैरानी होती है कि इस रोवर की सिर्फ 90 दिनों की यात्रा के लिए तैयार किया गया था, लेकिन यह करीब 15 साल तक काम करता रहा। जब रोवर का अंत हुआ, तब तक यह 45.16 किलोमीटर सफर तय कर चुका था।
साल 2018 में मंगल ग्रह पर आई धूल भरी आंधी के कारण ऑपर्च्युनिटी ने कम्युनिकेशन बंद कर दिया। पृथ्वी पर नासा के वैज्ञानिकों को इससे रिप्लाई मिलना बंद हो गया। 13 फरवरी 2019 को नासा ने ऐलान किया कि मिशन पूरा हो गया। ओपी रोवर ने जो आखिरी डेटा ट्रांसमिट किया था, वह इंटरनेट वायरल हो गया था। डॉक्युमेंट्री दिखाती है कि ऑपर्च्युनिटी रोवर के आखिरी वक्त में नासा के इंजीनियर और साइंटिस्ट भावुक हो गए थे।
गुडनाइट ओपी (Goodnight Oppy) को
एमेजॉन प्राइम वीडियो (Prime Video) ने रिलीज किया है।