"हमें खबर नहीं लगती और पैरों के नीचे कुछ किलोमीटर सरक जाता है धरती का पिघला हिस्सा"

विडाले ने शोधकर्ता वी वेंग के साथ मिलकर लार्ज अपर्चर एर्रे (LASA) के सिज्मिक डेटा का इस्तेमाल किया और यह पाया कि भीतरी कोर ज्यादा धीमी गति से घूमता है, जैसा कि पहले बताया गया था।

विज्ञापन
गैजेट्स 360 स्टाफ, अपडेटेड: 12 जून 2022 13:40 IST
ख़ास बातें
  • धरती की गति से कम गति पर घूमता है भीतरी कोर
  • भीतरी कोर ने पिछले कुछ दशकों में बदली है दिशा
  • हर 6 साल में आगे-पीछे सरक जाता है पिघला हिस्सा

खोज के अनुसार, धरती की ऊपरी सतह के मुकाबले इनर कोर अपनी जगह से सरक चुकी है

Photo Credit: Daily Mail

धरती के घूमने की प्रकिया के बारे में हमें पहले से ही पता है। उसके बाद वैज्ञानिकों ने पता लगाया कि धरती का सबसे भीतरी हिस्सा जिसे कोर (Core) कहा जाता है, जो पृथ्वी का भीतरी केंद्र भी है, धरती के साथ न सिर्फ घूमता है बल्कि धरती की स्पीड से बहुत कम गति से घूमता है। अब इस पुरानी थ्योरी को नई थ्योरी ने बदल कर रख दिया है। वैज्ञानिकों ने नई स्टडी में पता लगाया है कि पृथ्वी का कोर, जो धरती का सबसे गर्म हिस्सा है और पिघला हुआ है, दोलन यानि कंपन भी करता है और हर 6 साल में आगे-पीछे डोलता रहता है। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैलिफॉर्निया के वैज्ञानिकों ने यह नया सिद्धांत दिया है। वैज्ञानिक यहां तक कह रहे हैं कि पिछले दशकों में इनर कोर (Inner Core) ने अपनी दिशा भी बदल ली है। 

इस नई स्टडी का एक हिस्सा Science Advances में प्रकाशित हुआ है। स्टडी के को-ऑथर जॉन ई विडाले ने कहा है, "हमारी खोज के अनुसार, धरती की ऊपरी सतह के मुकाबले इनर कोर अपनी जगह से सरक चुकी है, जैसा कि लोग 20 सालों से जोर देकर कह रहे हैं।" उन्होंने आगे बताया कि अंदरूनी कोर 1969 और 1971 के बीच पृथ्वी की घूर्णन गति से कम स्पीड पर घूमता पाया गया था। हमने ये भी नोट किया कि इसके कारण दिन की लम्बाई घटती और बढ़ती है। इन दोनों ऑब्जर्वेशन पर जोर देते हुए विडाले ने कहा कि यह संयोग बताता है कि भीतरी कोर दोलन करता है और आगे पीछे डोलता रहता है। 

विडाले ने शोधकर्ता वी वेंग के साथ मिलकर लार्ज अपर्चर एर्रे (LASA) के सिज्मिक डेटा का इस्तेमाल किया और यह पाया कि भीतरी कोर ज्यादा धीमी गति से घूमता है, जैसा कि पहले बताया गया था। 1996 में की गई एक रिसर्च ने अनुमान लगाया था कि भीतरी कोर के घूमने की गति 1 डिग्री प्रति वर्ष है, लेकिन नई स्टडी कहती है कि यह 0.1 डिग्री प्रति वर्ष है। 

विडाले ने एक नई बीम बनाने की तकनीक का विकास किया और 1971 से 1974 तक सोवियत भूमिगत परमाणु बम परीक्षणों से उत्पन्न तरंगों का विश्लेषण करने के लिए इसका इस्तेमाल किया। वांग ने अमचिटका आईलैंड के नीचे किए गए दो परमाणु परीक्षणों से उत्पन्न तरंगों को स्टडी करने के लिए उसी तकनीक को अपनाया।

फिर उसके आगे वैज्ञानिकों ने परमाणु विस्फोटों से उठी कम्प्रेशनल वेव्ज़ को मापा और पाया कि भातरी कोर धरती की घूमने की गति से अलग होकर इसके एक दहाई डिग्री प्रति वर्ष की स्पीड पर घूम रहा है। विडाले ने कहा कि भीतरी कोर फिक्स्ड नहीं है। यह गतिमान है, हमारे पैरों के नीचे यह चलता है। हर 6 साल में यह कुछ किलोमीटर आगे पीछे डोल जाता है।
Advertisement

 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

द रेजिडेंट बोट । अगर आप मुझे ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Motorola ने पेश किया Edge 60 Neo, 6.4 इंच pOLED डिस्प्ले, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  2. itel A90 Limited Edition vs Samsung Galaxy M06 5G vs Tecno Pop 9 5G: 10 हजार में कौन सा है बेस्ट
  3. Lava Bold N1 5G भारत में 13MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें सबकुछ
  4. Oppo F31 सीरीज जल्द होगी भारत में लॉन्च, 7,000mAh हो सकती है बैटरी
#ताज़ा ख़बरें
  1. Motorola ने पेश किया Edge 60 Neo, 6.4 इंच pOLED डिस्प्ले, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  2. TCL ने लॉन्च किया 7.2-इंच डिस्प्ले वाला NxtPaper 60 Ultra, इसमें है आंखों की सेफ्टी के लिए स्पेशल टेक्नोलॉजी, जानें कीमत
  3. Lava Bold N1 5G भारत में 13MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें सबकुछ
  4. itel A90 Limited Edition vs Samsung Galaxy M06 5G vs Tecno Pop 9 5G: 10 हजार में कौन सा है बेस्ट
  5. Amazon ने प्राइम मेंबर से छीन लिया ये फीचर, 1 अक्टूबर से नहीं होगा ये काम
  6. OnePlus 15 में होगी BOE की एडवांस डिस्प्ले, जानें और क्या होगा खास
  7. GST कट के बाद Voltas, Godrej, Lloyd और Whirlpool जैसे AC के दाम होंगे हजारों रुपये सस्ते
  8. ₹15 हजार से ज्यादा गिरी Samsung के इस फ्लैगशिप फोन की कीमत, 50MP कैमरा और 4000mAh बैटरी जैसे हैं फीचर्स
  9. भारत के पड़ोसी देश नेपाल में Facebook, Instagram और YouTube पर बैन, जानें क्या है वजह
  10. ऑनलाइन गेमिंग ने कई लोगों को बर्बाद कियाः प्रधानमंत्री मोदी  
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.