अब अंतरिक्ष में भी दिखेगी चीन की दादागिरी! इस महीने लॉन्‍च कर सकता है अपने स्‍पेस स्‍टेशन का तीसरा मॉड्यूल

China : इसका नाम मेंगटियन एक्‍सपेरिमेंट मॉड्यूल है। इसे अगस्त में चीन के दक्षिणी द्वीप हैनान के वेनचांग स्पेसपोर्ट में पहुंचा दिया गया था। मॉड्यूल की असेंबली और टेस्टिंग का काम पूरा हो गया है।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 11 अक्टूबर 2022 14:04 IST
ख़ास बातें
  • तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन पर काम कर रहा है चीन
  • इससे जुड़ा तीसरा मॉड्यूल अब तैयार हो गया है
  • इस महीने के आखिर तक इसे लॉन्‍च किया जा सकता है

China : मेंगटियन मॉड्यूल 58.7 फुट लंबी और लगभग 22 मीट्रिक टन वजनी एक संरचना है। इसे मुख्य रूप से साइंस रैक और प्रयोगों की एक सीरीज को लीड करने के लिए डिजाइन किया गया है।

इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) की तर्ज पर चीन की अंतरिक्ष एजेंसी अपना स्‍पेस स्‍टेशन बना रही है। एक ऐसी जगह जहां रहकर उसके वैज्ञानिक अंतरिक्ष से जुड़े जरूरी काम पूरे कर पाएंगे। बताया जा रहा है कि इस स्‍पेस स्‍टेशन के तीसरे और आखिरी मॉड्यूल को इस महीने के आखिर तक लॉन्‍च किया जा सकता है। इसके लिए मॉड्यूल में प्रोपलैंट (propellant) भर दिया गया है। इसका नाम मेंगटियन एक्‍सपेरिमेंट मॉड्यूल (Mengtian experiment module) है। इसे अगस्त में चीन के दक्षिणी द्वीप हैनान के वेनचांग स्पेसपोर्ट में पहुंचा दिया गया था। मॉड्यूल की असेंबली और टेस्टिंग का काम पूरा हो गया है। 

रिपोर्टों के अनुसार, प्रोपलैंट का इस्‍तेमाल करके मेंगटियन मॉड्यूल, अन्‍य दो मॉड्यूल से खुद को कनेक्‍ट करेगा, जो पहले से ही तियांगोंग स्‍पेस स्टेशन के साथ हैं। चीन ने पिछले साल अप्रैल में तियानहे नाम के कोर मॉड्यूल को लॉन्च किया था, जबकि इस साल जुलाई में वेंटियन एक्‍सपेरिमेंट मॉड्यूल को कक्षा में भेजा था। तीसरा मॉड्यूल सफलतापूर्वक लॉन्‍च हो जाता है, तो यह चीन के लिए बड़ी कामयाबी होगी। 

मेंगटियन मॉड्यूल 58.7 फुट लंबी और लगभग 22 मीट्रिक टन वजनी एक संरचना है। इसे मुख्य रूप से साइंस रैक और प्रयोगों की एक सीरीज को लीड करने के लिए डिजाइन किया गया है। इस मॉड्यूल में दो सौर सरणियां (solar arrays) भी लगी हैं, जिनके पंख 180 फीट से भी ज्‍यादा हैं। इनसे तियांगोंग स्‍पेस स्‍टेशन को पावर मिलेगी। 

इस मॉड्यूल को चीन के मशहूर ‘लॉन्ग मार्च 5बी' रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा। चीन ने लॉन्‍च की तारीख तो नहीं बताई है, लेकिन अक्‍टूबर के आखिर में यह हो सकता है। चीन के ‘लॉन्ग मार्च 5बी' रॉकेट दुनियाभर में सुर्खियां बटोर चुके हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) इनकी काफी आलोचना करती है। इसकी वजह इन रॉकेटों के फर्स्‍ट फेज का अनियंत्रित हो जाना है। अब से पहले लॉन्‍च किए गए 3 ‘लॉन्ग मार्च 5B रॉकेटों' के विशालकाय फर्स्‍ट फेज अनियंत्रित होकर पृथ्‍वी पर वापस लौटे हैं। जुलाई में जब चीन ने वेंटियन मॉड्यूल को लॉन्‍च किया था, तब भी ‘लॉन्ग मार्च 5बी' रॉकेट का फर्स्‍ट फेज अन‍ियंत्रित होकर धरती पर आया था। मलेशिया और इंडोनेशिया के इलाकों में इसके अवशेष गिरे थे, हालांकि जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ था। 

चीन की योजना तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन पर कम से कम एक दशक तक टिके रहने की है। वह वहां कमर्शल मिशनों और पर्यटकों के लिए ऑर्बिटल फैसिलिटी शुरू करना चाहता है। कहा जाता है कि स्‍पेस स्‍टेशन का काम पूरा होने के बाद यह विजिटिंग कार्गो, चालक दल और डॉकिंग स्‍पेसक्राफ्ट के साथ इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन से लगभग 20 गुना बड़ा होगा। इसका वजन करीब 460 टन होगा। 
 

 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Oppo की K13x 5G के लॉन्च की तैयारी, 6,000mAh हो सकती है बैटरी
#ताज़ा ख़बरें
  1. फीचर फोन यूजर्स भी कर सकेंगे UPI पेमेंट्स, PhonePe जल्द लाएगा नया ऐप!
  2. Huawei Band 10 भारत में लॉन्च, AMOLED स्क्रीन और 14 दिन की बैटरी के साथ; जानें कीमत
  3. iQOO Z10 Lite 5G जल्द होगा भारत में लॉन्च, 6,000mAh की बैटरी
  4. Oppo की K13x 5G के लॉन्च की तैयारी, 6,000mAh हो सकती है बैटरी
  5. Google Chrome होगा अब तक सबसे तेज!, अब ज्यादा फास्ट होगा काम, बचेगा समय
  6. Elon Musk की Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को भारत की हरी झंडी!
  7. Fairphone 6 का डिजाइन और प्राइस लीक, मॉड्यूलर स्मार्टफोन जल्द हो सकता है लॉन्च
  8. बिलिनेयर Elon Musk को भारी पड़ी ट्रंप की नाराजगी, Tesla की वैल्यू में भारी गिरावट
  9. इन फोन में नहीं चलेगा Youtube App, आपका फोन भी तो नहीं है लिस्ट में
  10. ट्रंप और मस्क के विवाद का क्रिप्टो मार्केट पर बड़ा असर, Bitcoin 1,04,000 डॉलर से नीचे
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.