दुनियाभर का इतिहास अतीत में हुए जघन्य अपराधों से भरा हुआ है। कई मामले तो आज भी राज़ बनकर दफन हैं। मध्य यूरोपीय देश स्लोवाकिया (Slovakia) में एक शुरुआती नवपाषाणकालीन (Neolithic) बस्ती की जांच करने वाले पुरातत्वविदों ने लगभग 35 लोगों के अवशेषों की खोज की है। इनमें से कई टीनएजर्स हैं, जिनके सिर काटकर लगभग 7,000 साल पहले गड्ढे में फेंक दिए गए थे। रिसर्चर्स के अनुसार, इस डरावनी जगह का पता इस साल गर्मियों में चला। जगह और कंकालों की स्थिति देखने से लगता है कि पीड़ितों को यहां किसी मकसद से डंप किया गया था। संभवतः यह मानव बलि जैसा लगता है, जिसके वजह उस जमाने के दकियानूसी खयालात हो सकते हैं।
यह प्राचीन सामूहिक कब्र स्लोवाकिया के व्रब्ले (Vráble) में मिली है। इसे देखने से पता चलता है कि वहां डंप किए गए लोगों को जानबूझकर मार दिया गया था। संभवत: उनका कत्ल किया गया था। प्रोजेक्ट से जुडीं मानवविज्ञानी ज़ुजाना हुकेसोवा ने कहा कि इन कंकालों में किसी बीमारी के कोई संकेत दिखाई नहीं दिए हैं। इसके बावजूद शवों पर खोपड़ी नहीं थी। हम नहीं जानते कि सिरों को कब व कैसे काटा गया। शायद मौत का कारण भी यही रहा होगा।
प्रोजेक्ट के सह-लीडर, मार्टिन फुरहोल्ट ने
लाइव साइंस को बताया कि इन का लेनादेना उस वक्त के कुछ जादुई विचारों से हो सकता है। कील विश्वविद्यालय में फुरहोल्ट और उनके सहयोगियों ने व्रब्ले में स्थित इस साइट पर 2012 से काम किया है। यह जगह ऑस्ट्रिया और हंगरी के काफी पास है। फुरहोल्ट ने बताया कि वर्बल के लोगों के पूर्वजों ने लगभग 1,500 साल पहले अनातोलिया (अब तुर्की) से होते हुए ग्रीस को पार किया था। उनकी संस्कृति यूरोप के कई हिस्सों में फैल गई।
रिसर्चर्स ने कहा कि कंकाल विभिन्न स्थितियों में पड़े हैं। कोई पीठ के बल, कोई बाजू पर, कोई पेट के बल पेट। उनके हाथ पैर फैले हुए हैं। शरीर, कोहनी और घुटनों पर झुका है। यह उन स्थितियों में से एक है जो बताता है कि इन शरीरों को गड्ढे में फेंक दिया गया था। ऐसा लगता है कि मरने वालों में से अधिकांश 18 से 25 साल के युवा थे। कुछ की उम्र 25 से 35 के बीच थी। एक बच्चे का कंकाल भी मिला है। दिलचस्प यह है कि उसका सिर नहीं काटा गया था। रिसर्चर्स का कहना है कि इन कंकालों का विश्लेषण करने के बाद वह बेहतर जानकारी हासिल कर पाएंगे।