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क्‍या मंगल ग्रह पर सबसे पहले Elon Musk पहुंचने वाले हैं? किया बड़ा दावा

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  • क्‍या मंगल ग्रह पर सबसे पहले Elon Musk पहुंचने वाले हैं? किया बड़ा दावा
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    क्‍या मंगल ग्रह पर सबसे पहले Elon Musk पहुंचने वाले हैं? किया बड़ा दावा

    Elon Musk Mars mission : दुनिया के सबसे अमीर शख्‍स एलन मस्‍क (Elon Musk) की नजर अब मंगल ग्रह पर है! वैसे तो दुनिया की हर स्‍पेस एजेंसी लाल ग्रह को टटोल रही है। लेकिन एलन मस्‍क कुछ बड़ा करने की तैयारी में हैं! उनकी बातों से लगता है कि मंगल ग्रह पर भी अगले कुछ साल में इंसानों को लैंड कराने के मिशन लॉन्‍च हो सकते हैं। इंटरनेशनल एस्‍ट्रोनॉटिकल कांग्रेस में मस्‍क ने कई जानकारियां शेयर कीं।
  • ‘स्‍टारशिप रॉकेट भरेगा सफल उड़ान'
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    ‘स्‍टारशिप रॉकेट भरेगा सफल उड़ान'

    द न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मस्‍क ने अजरबैजान के बाकू में इंटरनेशनल एस्‍ट्रोनॉटिकल कांग्रेस में कहा कि दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा रॉकेट ‘स्‍टारशिप' (Starship rocket) अपनी अगली उड़ान में सफल हो सकता है। वीडियो कॉ‍न्‍फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े मस्‍क ने यह बड़ा दावा किया।
  • ‘3-4 साल में मंगल ग्रह पर स्‍पेसक्राफ्ट'
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    ‘3-4 साल में मंगल ग्रह पर स्‍पेसक्राफ्ट'

    एलन मस्‍क ने यह भी कहा कि उनकी स्‍पेस कंपनी स्पेसएक्स (SpaeX) तीन से चार साल में मंगल ग्रह पर एक स्‍पेसक्राफ्ट उतार सकती है। उन्‍होंने कहा कि स्‍टारशिप रॉकेट मंगल ग्रह पर इंसानों को पहुंचाने के सपने को साकार कर सकता है। गौरतलब है कि कई वर्षों से स्‍पेस एजेंसियां इस दिशा में कोशिश कर रही हैं।
  • पहली उड़ान में फेल हो गया था स्‍टारशिप
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    पहली उड़ान में फेल हो गया था स्‍टारशिप

    स्पेसएक्स ने इस साल अमेरिका में दुनिया के सबसे बड़े और भारी रॉकेट स्‍टारशिप को उड़ाया था। लॉन्‍च के कुछ मिनटों बाद ही रॉकेट में विस्‍फोट हो गया। मिशन का लक्ष्‍य 90 मिनट की पहली उड़ान को पूरा करना था, जो हासिल नहीं हो पाया। महज 4 मिनट बाद रॉकेट को ब्‍लास्‍ट करा दिया गया।
  • स्‍टारशिप के लिए राह नहीं है आसान
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    स्‍टारशिप के लिए राह नहीं है आसान

    स्‍टार‍शिप रॉकेट की लॉन्चिंग के बाद लॉन्‍च साइट के आसपास के इलाके में वातावरण को काफी नुकसान हुआ। यह मामला यूनाइटेड स्टेट्स फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) तक भी पहुंचा। फ‍िलहाल स्‍टारशिप को दूसरी उड़ान के लिए मंजूरी नहीं मिली है। एफएए ने स्‍टारशिप को कई चीजें ठीक करने के लिए कहा है।
  • कब तक हो पाएगी स्‍टारशिप रॉकेट की टेस्टिंग
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    कब तक हो पाएगी स्‍टारशिप रॉकेट की टेस्टिंग

    रिपोर्टों के अनुसार, अक्‍टूबर के बाद इस दिशा में कोई पहल हो सकती है। स्‍पेसएक्‍स यह सुनिश्चित कर लेना चाहती है कि रॉकेट से जुड़ी टेस्टिंग सफल रहे। अगर यह रॉकेट सफल उड़ान भर पाता है, तो भविष्‍य में ज्‍यादातर अमेरिकी मिशनों की राह बनेगा।
  • मंगल पर है दुनियाभर के देशों की नजर
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    मंगल पर है दुनियाभर के देशों की नजर

    मंगल ग्रह दुनिया के देशों की स्‍पेस एजेंसियों के लिए प्रमुख है। नासा के कई मिशन वहां काम कर रहे हैं। मंगल ग्रह पर जीवन है या नहीं, यह खोज का बड़ा विषय है। मंगल ग्रह पर इंसानों को किस तरह भेजा जाए, इस पर रिसर्च हो रही है। स्‍टारशिप रॉकेट की सफलता इस दिशा में मील का पत्‍थर साबित हो सकती है। तस्‍वीरें, एक्‍स, Unsplash व अन्‍य से।
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