एक Samsung Galaxy A21 हैंडसेट में कथित तौर पर सिएटल जाने वाली अलास्का एयरलाइंस की फ्लाइट में आग लग गई। इस घटना के कारण पूरी फ्लाइट को खाली कराना पड़ा। स्थानीय रिपोर्ट में कहा गया है कि फोन इतना जल गया था कि उसको पहचाना नहीं जा सकता था। मगर हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने कथित तौर पर हैंडसेट के Galaxy A21 होने की पुष्टि की। आग के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। Seattle-Tacoma International Airport पर उड़ान के उतरने के बाद आग लग गई, जिससे चालक दल को सभी को निकालने के लिए निकासी स्लाइड तैनात करने के लिए मजबूर होना पड़ा। फ्लाइट 751 के चालक दल ने कथित तौर पर फोन से निकलने वाले धुएँ को रोकने के लिए अग्निशामक यंत्र और बैटरी कंटेनमेंट बैग का इस्तेमाल किया।
Seattle Times की
रिपोर्ट के अनुसार पोर्ट ऑफ सिएटल के एक प्रवक्ता Perry Cooper ने पुष्टि की कि अलास्का एयरलाइंस की उड़ान में आग लगने वाला फोन
Samsung Galaxy A21 मॉडल था। एक ईमेल में कूपर ने प्रकाशन की पुष्टि की, "बहुत खोजबीन के बाद, मैं आपको बता सकता हूं कि फोन पहचाने जाने की हालत में नहीं था। हालांकि हमारे पोर्ट ऑफ सिएटल पुलिस अधिकारियों में से एक के साथ एक साक्षात्कार के दौरान, यात्री ने स्वेच्छा से फोन Samsung Galaxy A21 बताया था। फिर से कहना चाहूंगा कि हम डिवाइस के अवशेषों को देखकर इसकी पुष्टि नहीं कर सके।"
जब आग लगी, तो चालक दल ने कथित तौर पर बैटरी कन्टेनमेंट बैग का इस्तेमाल करके धुएं को रोकने की कोशिश की। लेकिन धुएं की मात्रा ने कथित तौर पर निकासी स्लाइडों को तैनात करने के लिए मजबूर किया। 128 से अधिक यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को बस द्वारा सिएटल-टैकोमा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल तक पहुँचाया गया। हवाई अड्डे ने
ट्वीट किया कि कुछ मामूली चोटों और चोटों की सूचना मिली थी। अलास्का एयरलाइंस के विमान को एक गेट पर ले जाया गया और हवाई अड्डे के संचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
यह पहली बार नहीं है जब Samsung के किसी फोन में आग लगने की घटना हुई हो। दुनिया के कई हिस्सों से धमाकों की कई खबरें आने के बाद
Samsung Galaxy Note 7 को रिकॉल किया गया था। अप्रैल में चीन में एक आदमी के बैग में रखे कथित Samsung फोन में
अचानक आग लग गई। उसके बाल, हाथ और पलकें खराब हो गईं। उस व्यक्ति ने दावा किया कि यह एक सैमसंग फोन था जिसे उसने 2016 में खरीदा था। उसने यह भी कहा कि फोन की बैटरी बदली नहीं गई थी और आग लगने के दौरान यह चार्ज भी नहीं की जा रही थी।