JioPhone इस साल बहु-प्रतीक्षित फोन में से एक रहा है। रिलायंस जियो के आम सालाना बैठक में पेश किया गया यह एक 4जी और वीओएलटीई फोन है। फोन को लेकर दीवानगी की मुख्य वजह प्रभावी तौर पर इसका मुफ्त होना है। ग्राहकों को इसी खरीदने के लिए 1,500 रुपये देने होंगे जिसे तीन साल बाद फोन लौटाने के बाद वापस कर दिया जाएगा। रिलायंस जियो ने इस फीचर फोन की प्री-बुकिंग अगस्त महीने में शुरू की थी और इस फोन की डिलिवरी सितंबर महीने से शुरू होने का वादा किया गया था।
जियो फोन को किसी खास कैटेगरी में नहीं रखा जा सकता है। यह दिखने में एक फीचर फोन जैसा है लेकिन इसमें कई स्मार्ट फीचर हैं जिस वजह से फोन को अलग पहचान मिलती है। जियो के सारे ऐप इस फीचर फोन में काम करते हैं। आप सिनेमा देख पाएंगे और गाने भी स्ट्रीम कर पाएंगे। इसके साथ टैरिफ प्लान में मुफ्त डेटा भी दिया जा रहा है, ताकि आप इन सेवाओं को इस्तेमाल में ला सकें। ये दावे सुनने में तो अच्छे लगते हैं, लेकिन जियो फोन को इस्तेमाल करने का अनुभव कैसा है? आइए आपको बताते हैं...
रिलायंस जियो फोन डिज़ाइन और बनावट
जियो फोन बनावट और एहसास के हिसाब से किसी आम फीचर फोन जैसा ही है। यह छोटे स्क्रीन व न्यूमरिक कीपैड के साथ आता है। सबकुछ प्लास्टिक का बना है और हम यही कहेंगे कि इसकी क्वालिटी अच्छी है। वज़न बहुत ज़्यादा नहीं है और यह हाथों में आसानी से फिट बैठता है। घुमावदार किनारों के कारण फोन की पकड़ हाथों में अच्छी है। यह मोटा या वज़नदार होने का एहसास नहीं देता।
स्क्रीन 2.4 इंच का है और इसका रिज़ॉल्यूशन 240x 320 पिक्सल है। व्यूइंग एंगल काफी बुरे हैं, लेकिन कीमत के हिसाब से इसे ठीक-ठाक माना जाएगा। डिस्प्ले के नीचे दो फंक्शन बटन, डी पैपड, कॉल व डिस्कनेक्ट बटन और नंबर पैड हैं। स्क्रीन के ऊपर ईयरपीस के बगल में वीजीए कैमरा है। हर बटन के बीच पर्याप्त दूरी है और इन तक पहुंच पाना आसान है। बटन दबाने पर मजबूत होने का एहसास देते हैं।
फोन के पिछले हिस्से पर 2 मेगापिक्सल के प्राइमरी कैमरे और लाउडस्पीकर के अलावा कुछ नहीं है। बैक कवर को हटाया जा सकता है। और 2000 एमएएच की बैटरी भी बाहर आ जाती है। जियो सिंगल सिम डिवाइस है और इसमें नैनो सिम स्लॉट है। आपको माइक्रोएसडी कार्ड के लिए अलग स्लॉट मिलेगा। निचले हिस्से पर माइक्रोयूएसबी पोर्ट के साथ हेडफोन सॉकेट है। टॉप पर एक एलईडी टॉर्च है। इसे डी पैड पर अप बटन को लंबे वक्त तक दबाकर एक्टिव किया जा सकता है।
रिटेल बॉक्स में आपको जियो फोन के अलावा एक चार्जर और माइक्रो-यूएसबी केबल मिलेगा। फोन में पहले से जियो सिम दिया रहेगा। इसे इस्तेमाल में लाने से पहले एक्टिवेट कराना होगा। हमने फोन के साथ एक पुराना जियो सिम इस्तेमाल में लाया। और यह बिना किसी परेशानी के चला। उम्मीद के मुताबिक, इसमें एयरटेल का सिम नहीं चला।
रिलायंस जियो फोन स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयर
जियो फोन एक फीचर फोन है लेकिन स्पेसिफिकेशन गौर करने लायक हैं। डुअल कोर प्रोसेसर है और साथ में 512 एमबी रैम दिया गया है। इनबिल्ट स्टोरेज 4 जीबी है। इसमें से यूज़र के लिए 1 जीबी उपलब्ध है। 1 जीबी ऐप्स के लिए रिज़र्व है और बाकी स्टोरेज सॉफ्टवेयर अपडेट व ऐप कैशे के काम आएगी। स्टोरेज चिंता का विषय नहीं है, क्योंकि आप 128 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल कर पाएंगे। आप अपने फोन से पर्सनल कंप्यूटर में यूएसबी केबल के ज़रिए फाइल ट्रांसफर कर पाएंगे, बस यूएसबी मोड को इनबेल करना है।
कनेक्टिविटी के लिए जियो फोन में ब्लूटूथ और वाईफाई हैं। ब्लूटूथ की मदद से आप दूसरे फोन को फाइल ट्रांसफर कर पाएंगे। हम बिना किसी परेशानी के वाई-फाई राउटर के ज़रिए इंटरनेट एक्सेस कर पाए। ये कनेक्टिविटी फीचर आपको फीचर फोन में नहीं मिलते। इस वजह से जियो फोन रेस में बाकियों से आगे निकल जाता है। 4जी वीओएलटीई सपोर्ट है। फोन तेजी से जियो नेटवर्क से जुड़ जाता है। कोई हॉटस्पॉट फीचर नहीं है, यानी हर दिन मिलने वाले मुफ्त डेटा को दूसरे डिवाइस से खपत करने की चाहत रखने वालों को निराशा होगी।
हमें जियोफोन के ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में कई सवाल मिल चुके हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जियो फोन काईओएस पर चलता है। यह फायरफॉक्स ओएस का कस्टमाइज़्ड वर्ज़न है। ऐसा लगता है कि रिलायंस ने सॉफ्टवेयर को बेहतर बनाने पर काम किया है। क्योंकि इंटेक्स क्लाउड एफएक्स में दिए गए फायरफॉक्स ओएस में काफी कमियां थीं। यूज़र इंटरफेस सिंपल है और आसानी से समझ में आ जाता है। ग्रिड स्टाइल मेन्यू है। ऐप के नाम और आइकन से उनकी पहचान आसानी से हो जाती है। आप इन आइकन को अपने हिसाब से सजा नहीं सकते। लेकिन पसंदीदा को टॉप पर ज़रूर रख सकते हैं। जियो फोन में जियोस्टोर नाम का ऐप स्टोर है, लेकिन यहां पर जियो के अपने ऐप्स के अलावा कुछ नहीं मिलेंगे।
होम स्क्रीन पर डीपैड के चार बटन ऐप लॉन्च करने के लिए शॉर्टकट का भी काम करते हैं। आप इन बटन से सेटिंग्स ऐप, कैमरा, मैसेज और इनबिल्ट मयूज़िक प्लेयर को एक्सेस कर पाएंगे। हम इन बटन को अपनी चाहत के ऐप के लिए इस्तेमाल में नहीं ला पाए। अलर्ट एक जगह पर हैं। इन तक बायीं तरफ वाले फंक्शन बटन के ज़रिए पहुंचा जा सकता है। सेटिंग्स मेन्यू अच्छे से लेड आउट है और विकल्पों को खोज पाना आसान है। सॉफ्टवेयर अपडेट की सुविधा है और ओटीए अपडेट मिलेगा जो फीचर फोन के लिए आम बात नहीं है। हमें उम्मीद है कि रिलायंस जियो इसके ज़रिए जियो फोन में नए फीचर जोड़ते रहेगी।
फीचर फोन में जियोलोकेशन है जो जीपीएस और वाई-फाई डेटा के ज़रिए लोकेशन बताता है। इसका इस्तेमाल एसओएस इमरजेंसी फंक्शन के लिए होता है। यूज़र अगर 5 नंबर वाले बटन को लंबे वक्त तक दबाए रखते हैं तो फोन लोकेशन कॉर्डिनेट के साथ एसओएस मैसेज भेज देगा। जियो फोन में पेमेंट्स के लिए एनएफसी भी दिया गया है, लेकिन अभी यह उपलब्ध नहीं है। संभव है कि इसे ओटीए अपडेट के ज़रिए इनेबल किया जाए।
सॉफ्टवेयर में कुछ काम के फीचर दिए गए हैं। आप जब भी कोई नंबर को डायल करने के लिए टाइप करेंगे तो कॉन्टेक्ट के नाम अपने आप सुझाव में मिलेंगे। आप चाहें तो कॉल बटन को लंबे समय तक दबाकर वीडियो कॉल कर पाएंगे। हालांकि, नेविगेशन थोड़ा धीमा है। आप इससे स्मार्टफोन स्तर के फंक्शन की उम्मीद ना करें। हमने किसी नंबर को डाइल या टाइप करते वक्त पाया कि कीपैड से बीप वाली आवाज़ थोड़ी देर बाद आई। इससे अनुभव खराब हुआ, जबकि हकीकत में कीपैड में कोई लैग नहीं है। फोन को म्यूट करने के बाद हम ज़्यादा तेज़ी से टाइप कर सके।
कई जियो ऐप्स पहले से इंस्टॉल हैं। आपको जियो सिनेमा, जियोचैट, जियोम्यूजिक जैसे जियो ऐप्स मिलेंगे। बेसिक कैलकुलेटर, यूनिट कनवर्ज़न, नोट्स, एफएम रेडियो, वीडियो प्लेयर और गैलरी ऐप भी दिया गया है। हम जियो म्यूज़िक पर गाने स्ट्रीम कर पाए। जियोटीवी पर टेलीविज़न सीरियल देख पाए और जियोमूवीज पर सिनेमा का लुत्फ उठाया, वो भी बिना किसी परेशानी। जियो फोन के खरीदारों के लिए फिलहाल यह सब्सक्रिप्शन मुफ्त है जो अच्छी बात है।
स्ट्रीमिंग वीडियो जियो ऐप्स में लैंडस्केप मोड में प्ले होते हैं। लेकिन माइक्रोएसडी कार्ड में मौज़ूद सिर्फ पोर्ट्रेट मोड में प्ले हुए। दोनों ही स्थिति में वीडियो देखने का अनुभव बेहद ही खराब था। ऐसे में उपलब्ध कराए जाने के बाद टीवी केबल एक्सेसरी काम की चीज़ साबित होगी। आवाज़ के स्तर को नियंत्रित करना आसान नहीं है, क्योंकि कोई फिज़िकल बटन नहीं दिए गए। यह कमी आपको मीडिया प्ले करने या फोन को आम इस्तेमाल के दौरान खटकेगी।
फोन में एक वॉयस असिस्टेंट भी है जिसे हैलोजियो का नाम दिया गया है। इसे डीपैड बटन को लंबे समय तक दबाकर एक्टिव किया जा सकता है। यह बेसिक कमांड समझता है। जैसे- नाम पुकारने पर कॉल करना, या फिर ऐप खोलना। लेकिन यह धीमा है। यह उनलोगों के लिए है जो इस टेक्नोलॉजी से अनजान हैं।
फेसबुक और व्हाट्सऐप जैसे लोकप्रिय सोशल मीडिया ऐप अभी जियो फोन में नहीं उपलब्ध हैं। खबर है कि कंपनी इस पर काम कर रही है। आपको एक वेब ब्राउजर मिलेगा जिसके ज़रिए आप फेसबुक और अन्य सेवाओं का फायदा उठा पाएंगे। रिव्यू के दौरान हम टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप को जियो फोन के वेब ब्राउज़र पर इस्तेमाल कर पाए। हमने यूट्यूब को भी ऐस ही इस्तेमाल किया जिसका अनुभव ठीक था। हालांकि, हॉटस्टार और अमेज़न प्राइम वीडियो जियो फोन ब्राउज़र पर इस्तेमाल करने लायक नहीं थे।
Reliance Jio Phone परफॉर्मेंस, कैमरा और बैटरी लाइफ
साधारण हार्डवेयर और काईओएस की साझेदारी के बाद भी आप इससे सस्ते स्मार्टफोन वाली स्पीड की उम्मीद नहीं कर सकते। ऐप लोड होने में वक्त लगेगा, लेकिन आप इस वजह से निराश नहीं होंगे। हार्डवेयर लेकिन इतना पावरफुल है कि फुल-एचडी वीडियो को प्ले कर दे। आप एक वक्त पर एक ही ऐप को चला पाएंगे। हमने जियोगेम्स पर कुछ गेम भी खेले। भले ही ये गेम बेहद ही बेसिक हैं, लेकिन बुरे नहीं लगे। जियो ऐप्स की परफॉर्मेंस इंटरनेट कनेक्टिविटी पर निर्भर करती है। रिव्यू के दौरान हमारे फोन को अच्छी 4जी कवरेज मिली। इसलिए गाने या सिनेमा की स्ट्रीमिंग के लिए चंद सेकेंड का ही इंतज़ार करना पड़ा। लेकिन आने वाले समय में लाखों जियो फोन यूज़र आने के बाद स्थिति बदल सकती है।
फोन के पिछले हिस्से पर बिना फ्लैश वाला 2 मेगापिक्सल कैमरा है। वीजीए कैमरा फ्रंट पैनल पर है। इस कीमत में दो कैमरे स्वागत योग्य कदम है। हमें इन कैमरे से ज़्यादा उम्मीदें नहीं हैं। कैमरा ऐप बहुत ही बेसिक है। आपको सिर्फ तस्वीरें, वीडियो और सेल्फ टाइमर मोड मिलता है।
2 मेगापिक्सल के रियर कैमरे से ली गई तस्वीर का रिज़ॉल्यूशन 1600x1200 पिक्सल है। लैंडस्केप शॉट में डिटेल की कमी है। इसमें बहुत ज़्यादा नॉयज़ है। तुलना में क्लोज़ शप शॉट बेहतर आए। मोशन के कारण तस्वीरें हर बार धुंधली हो जाती हैं। रात के वक्त तो कैमरे की परफॉर्मेंस बेहद ही साधारण है। अच्छे शॉट के लिए आपको ठहराव वाले हाथ की ज़रूरत पड़ेगी। पर्याप्त रोशनी रहने पर ही सब्जेक्ट नज़र आते हैं। कम रोशनी में तो शायद ही दिखें। फोटो हैंडसेट से स्क्रीन पर कंप्यूटर स्क्रीन की तुलना में बहुत बेहतर लगते हैं। आप अपने वीडियो का रिज़ॉल्यूशन चुन सकते हैं। अच्छी क्वालिटी वाले वीडियो का रिज़ॉल्यूशन 720x480 पिक्सल होगा। क्वालिटी बहुत खराब नहीं है। इसे इस्तेमाल में लाया जा सकता है। लेकिन ज्यादा डिटेल की उम्मीद ना करें।
सेल्फी का रिज़ॉल्यूशन 640x480 पिक्सल है। इसमें भी आपको रियर कैमरे वाली नॉयज़ मिलेगी। जियो फोन की तुलना आज के स्मार्टफोन से करना गलत होगा। पर्याप्त रोशनी नहीं रहने या ज़रा भी हाथ हिलने के कारण तस्वीरें धुंधली आती हैं। सेल्फी कैमरे का सर्वाधिक वीडियो रिज़ॉल्यूशन 352x288 पिक्सल है। यह आपके किसी काम का नहीं है।
हम यह जानने को बेताब थे कि जियो फोन की बैटरी आम इस्तेमाल में कितना चलेगी? फीचर फोन के हिसाब से यह 2000 एमएएच की बड़ी बैटरी के साथ आता है। लेकिन इसमें ब्लूटूथ, 4जी, वाई-फाई और जीपीएस जैसे फीचर हैं जो बैटरी खपत के लिए जाने जाते हैं। आम इस्तेमाल के बाद हमने पाया कि 24 घंटे के बाद भी 80 फीसदी बैटरी बची रहती है। फोन करीब 4 दिन तक बिना चार्ज किए हुए चल जाता है।
15 मिनट तक लगातार बात करने के बाद हमने पाया कि बैटरी 2 फीसदी कम हो गई और 30 मिनट तक बात करने पर 5 फीसदी। 4जी डेटा कनेक्शन के हिसाब से यह अच्छी परफॉर्मेंस है। हमने फोन पर टीवी सीरियल को भी स्ट्रीम किया। पाया कि 30 मिनट के एपिसोड को देखने के बाद बैटरी 7 प्रतिशत कम हुई। वाई-फाई कनेक्शन पर इसी किस्म के टेस्ट में 6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। करीब 12 घंटे तक फोन को एक बार भी नहीं छूने पर बैटरी सिर्फ 3 फीसदी कम हुई। आपको एक पावर सेविंग मोड भी मिलेगा जो पावर की खपत कम करने के लिए सबकुछ स्विच ऑफ कर देता है।
हमारा फैसला
जियो फोन स्मार्टफोन यूज़र के लिए नहीं बना है। यह ऐसे यूज़र के लिए है जो फीचर फोन से अपग्रेड करना चाहते हैं, लेकिन बिना ज़्यादा पैसे खर्चे हुए। इसके अलावा यह टियर 2 और टियर 3 शहरों के लोगों को इंटरनेट से जोड़ने के लिए बना है। क्या जियो फोन कंपनी के लक्ष्य को हासिल कर लेगा? हम यही कहेंगे कि इसमें क्षमता तो है ही। हार्डवेर सक्षम है। सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करने का अनुभव भी अच्छा ही है।
जियो ऐप्स का मुफ्त सब्सक्रिप्शन, इस डील को और शानदार बनाता है। ओटीए अपडेट की क्षमता तो यही इशारा करती है कि भविष्य में और फीचर मिल सकते हैं। हालांकि, आपको जियो की वेबसाइट पर 'शर्तें लागू' सेक्शन को गौर से पढ़ना चाहिए। यहां पर टैरिफ प्लान से संबंधित बारीकियों और फोन वापस करके रिफंड पाने के लिए ज़रूरी शर्तों का ज़िक्र है। इसके अलावा फोन को खरीद पाना आसान नहीं है। वहीं, लंबे वक्त के बाद इसकी परफॉर्मेंस कैसी होगी? और यह कितना भरोसेमंद है? इन सारे सवालों का जवाब अभी नहीं दिया जा सकता।
फोन अपग्रेड करने के लिए ना के बराबर खर्चने की चाहत रखने वाले यूज़र को बता दें कि जियो फोन अपने प्रतिद्वंद्वियों से बहुत बेहतर है। फीचर को देखते इसे स्मार्ट फीचर फोन बुलाया जा सकता है। अगर आप इसकी बुकिंग करने में सफल रहे हैं तो आप निराश नहीं होंगे।