अगर आप कोई स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं तो आपके पास हजारों विकल्प मौजूद हैं। लेकिन अगर आपका मन कोई छोटे स्क्रीन वाला फोन खरीदने का है तो यह थो़ड़ा मुश्किल है। अगर आप 5 इंच डिस्प्ले (छोटे स्मार्टफोन की नई परिभाषा) वाला स्मार्टफोन की तलाश में हैं तो आपको बहुत कम अच्छे स्मार्टफोन मिलेंगे। इसके अलावा कुछ दूसरे फोन भी हैं जिन्हें कंपनियां बनाती तो हैं लेकिन उनकी उन्हें कोई परवाह नहीं है।
बात करें गिनती की, तो इस साल अब तक करीब 350 स्मार्टफोन लॉन्च हो चुके हैं जिनमें से करीब 90 फोन में 5 इंच या उससे कम डिस्प्ले है। इनमें
रिंगिंग बेल्स का फ्रीडम 251 स्मार्टफोन भी शामिल है। लेकिन इसे खरीदना ना केवल बेहद मुश्किल है बल्कि यह फोन आउट ऑफ स्टॉक भी है। हालांकि, इनमें से कई स्मार्टफोन खासे अच्छे हैं और कुछ ऐसे फोन भी हैं जिन्हें हम खरीदने की सलाह नहीं देंगे।
आखिर बाजार में छोटे स्क्रीन साइज़ में इतने कम स्मार्टफोन ही क्यों उपलब्ध हैं? इस पर माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य मार्केटिंग ऑफिसर शुभाजित सेन का कहना है कि इसके लिए कंटेट की उपलब्धता के साथ-साथ तेज स्पीड इंटरनेट जिम्मेदार है।
सेन ने गैजेट्स 360 को ईमेल के जरिए बताया, ''भारत में 70 प्रतिशत स्मार्टफोन यूज़र अपने फोन पर वीडियो स्ट्रीम करते हैं।'' इसके अलावा अंग्रेजी व क्षेत्रीय भाषाओं में कंटेट की उपलब्धता बढ़ने से ऑडियो-वीडियो की खपत लगतार बढ़ रही है और बड़े स्क्रीन स्मार्टफोन पर यह एक शानदार अनुभव होता है। मोबाइल ब्रांड इस अवसर को सीधे तौर पर भुना रहे हैं और इन सर्विस का इस्तेमाल करने का शौकीन युवा वर्ग उनका लक्ष्य है।
माइक्रोमैक्स ने करीब दो साल पहले बड़े स्क्रीन वाले स्मार्टफोन पर ध्यान देना शुरू किया था और अब कंपनी के छोटे स्क्रीन स्मार्टफोन को ढ़ूंढना आसान नहीं है। लेकिन कुछ लोग ऐसे अच्छे फोन चाहते हैं जो एक हाथ से इस्तेमाल करने के साथ-साथ ले जाने में भी सुविधाजनक हो। पर सच है कि ऐसा फोन ढूंढना हमारे लिए भी खासा चुनौती वाला रहा।
हमने गैज़ेट्स 360 के पाठकों से फेसबुक व ट्विटर पर उनके पसंदीदा स्क्रीन साइज़ के बारे में पूछा। करीब 2,336 लोगों में से 27 प्रतिशत ने कहा कि वे 5 इंच से कम स्क्रीन वाले फोन को पसंद करेंगे।
दिल्ली की एक पीआर एंड मार्केटिंग कंपनी इवॉक के संस्थापक और सीईओ ऋषि सेठ ने गैज़ेट्स 360 को बताया कि उन्हें 4.3 और 4.7 इंच के बीच स्क्रीन साइज़ वाले फोन पसंद हैं। उनका कहना है, ''अगर स्क्रीन बहुत छोटा हो तो मूवी देखना मुश्किल होता है और अगर यह बहुत बड़ा हो तो एक हाथ से टाइप करना आसान नहीं होता।'' उन्हें यह भी लगता है कि अगर फोन स्क्रीन 5 इंच से छोटा हो तो एक हाथ से ही फोन पकड़कर तस्वीरें क्लिक की जा सकती हैं। और सिर्फ वो अकेले नहीं हैं जो छोटे स्क्रीन वाला फोन चाहते हैं। गैज़ेट्स 360 के पाठक जैसे उमेश भी ऋषि की बात से सहमत हैं। हैदराबाद के उमेश ने फेसबुक के जरिए बताया कि वह 5 इंच से कम डिस्प्ले और हल्के वजन वाला फोन पसंद करते हैं जिसे आसानी से हाथ में पकड़ा जा सके। पालगढ़ (मुंबई के पास) के एक छात्र हर्षल पाटिल ने स्पष्ट करते हुए बताया कि छोटे और हल्के फोन को जेब में रखकर लाना-ले जाना आसान होता है।
चार में से एक व्यक्ति छोटे साइज़़ वाला स्मार्टफोन चाहता है। लेकिन बाजार में छोटे स्क्रीन साइज़ में क्या-क्या विकल्प मौजूद हैं?
हमने इस प्रक्रिया की शुरुआत उन फोन से की जिनका हमने रिव्यू किया है। हमें 5 इंच या उससे कम डिस्प्ले में बहुत कम अफॉर्डेबल और अच्छे फोन मिले।
यू यूनीक को 2015 में लॉन्च किया गया था लेकिन यह अभी भी 6,000 रुपये की कीमत में ऑनलाइन उपलब्ध है। इस फोन में 4.7 इंच स्क्रीन है और हमारे
रिव्यू में हमें इस कीमत पर इसका डिस्प्ले बहुत अच्छा लगा। हालांकि फोन में कैमरा और बैटरी लाइफ को और बेहतर किया जा सकता था लेकिन स्मार्टफोन की ओवरऑल परफॉर्मेंस हमें पसंद आई (तब से लेकर अब तक बाजार में कई बदलाव हुए हैं लेकिन शायद छोटे स्मार्टफोन बाजार में नहीं)।
4.5 इंच स्क्रीन साइज़ में आने वाला
इनफोकस बिंगो 21 यू यूनीक से छोटा स्मार्टफोन है।
रिव्यू में हमने इस स्मार्टफोन की बैटरी अच्छी बताई थी लेकिन इसके अलावा यह फोन बहुत अच्छा नहीं है। वहीं कम कीमत वाला इसी सीरीज का
इनफोकस बिंगो 10 (
रिव्यू) हमारे रिव्यू में और ज्यादा बेकार साबित हुआ इसलिए हम उसे खरीदने की सलाह नहीं दे सकते।
पैनासोनिक एलुगा आर्क एक विकल्प है जो आसानी से आपके हाथ में फिट हो सकता है। हमने इसे इनफोकस बिंगो21 की तरह
रिव्यू में 10 में से 6 नंबर दिए। एलुगा आर्क की कीमत 10,000 रुपये ज्यादा है इसलिए इसके फीचर व स्पेसिफिकेशन के हिसाब से यह थोड़ा महंगा है।
हमारे द्वारा रिव्यू किए गए एंड्रॉयड स्मार्टफोन में ये फोन ही शामिल हैं और ये बाजार में उपलब्ध हैं। लेकिन कई ऐसे फोन भी हैं जिनका हमने अभी तक रिव्यू नहीं किया है। हमने
सोनी एक्सपीरिया ज़ेड5 कॉम्पेक्ट भी है लेकिन यह भारत में उपलब्ध नहीं है।
आसुस ज़ेनफोन गो,
सैमसंग गैलेक्सी जे1 2016,
जियोनी पायनियर पी5एल 2016 और
सैमसंग गैलेक्सी ए3 (2016) भी स्पेसिफ्केशन व फीचर में तो अच्छे लगते हैं लेकिन अभी तक हमें इनका रिव्यू करने का मौका नहीं मिला है।
लेईको इंडिया, स्मार्ट इलेक्ट्रॉनिक बिजनेस के अतुल जैन ने ईमेल के जरिए गैज़ेट्स 360 से कहा कि, ''भले ही बड़े स्क्रीन वाले स्मार्टफोन की मांग बढ़ रही हो लेकिन अभी भी ऐसे लोग हैं जो पॉकेट फ्रेंडली स्मार्टफोन रखना पसंद करते हैं। लेकिन यह एक तथ्य है कि 5.5 से 5.7 इंच स्क्रीन वाले स्मार्टफोन डिमांड में हैं।''
यह खबर उन लोगों के लिए अच्छी नहीं है जो एक ऐसा स्मार्टफोन चाहते हैं तो ओवरसाइज़ ना हो। इंटेक्स टेक्नोलॉजीज़ के निदेशक केशव बंसल स्पष्ट करते हुए बताते हैं कि, ''वो लोग जो एक हाथ से इस्तेमाल किए जा सकने वाले छोटा फोन चाहते हैं उनके लिए बड़े स्क्रीन वाले स्मार्टफोन का ट्रेंड अच्छा नहीं है। अभी भी ऐसा ग्राहक वर्ग है जो 5 इंच से कम स्क्रीन चाहता है।'' उनका कहना है, ''अभी भी आपको छोटे स्क्रीन वाले फोन निश्चित तौर पर मिल सकते हैं लेकिन ये फोन बजट स्मार्टफोन ही हैं जो कि फ्लैगशिप से एक कदम पीछे हैं।''
इस ट्रेंड के पीछे एक और वजह स्मार्टफोन का पतला होना है। इसके अलावा बड़ी बैटरी क जगह देने के लिए स्मार्टफोन का पतला और चौंडा होना जरूरी हो गया है। कम रिज़ॉल्यूशन स्क्रीन और कमजोर प्रोसेसर वाले बजट फोन बैटरी की खपत भी कम करेंगे इसलिए फोन के साइज़ को मैनेज किया जा सकता है।
इंटेक्स के केशव बंसल का कहना है, ''मोबाइल स्क्रीन का साइज़ बैटरी साइज़ पर निर्भर नहीं करता लेकिन बैटरी साइज़, स्क्रीन साइज़ पर निर्भर होता है।'' उनके कहने का मतलब है कि स्मार्टफोन में बैटरी का साइज़ फोन के दूसरे कंपोनेंट के साइज़ के हिसाब से तय होता है। उन्होंने आगे बताया, ''इस टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट के चलते, स्क्रीन साइज़ बढ़ रहा है जिससे ज्यादा पावर सपोर्ट के लिए बड़ी बैटरी के हिसाब से ज्यादा स्पेस मिलता है।''
लेकिन इस ट्रेंड में अलग कुछ फओन हैं और आप एक ऐसे छोटे स्क्रीन वाले फोन की तलाश में हैं जिससे कोई समझौता ना करना पड़े। ऐप्पल के पास कई ऐसे विकल्प हैं जो 5 इंच से कम साइज़ में उपलब्ध हैं।
आईफोन 5एस 20,000 रुपये में उपलब्ध है और बिना बजट बढ़ाए यह आपके लिए एक शानदार विकल्प साबित हो सकता है। इस स्मार्टफोन को सितंबर 2016 में नया आईफोन लॉन्च होने के बाद बंद भी दिया जा सकता है। आम इस्तेमाल के लिए यह एक अच्छा फोन है। इसका कैमरा अच्छा है और परफॉर्मेंस में बिना किसी दिक्कत के अधिकतर गेम इसमें अच्छे से चलते हैं।
आईफोन एसई (
रिव्यू) सबसे बेहतर छोटे स्क्रीन वाला फोन है। हालांकि हमें इसका फ्रंट कैमरा बहुत ज्यादा पसंद नहीं आया। और यह फोन अभी भी 16 जीबी स्टोरेज स्पेस के साथ आता है लेकि फोन में बाकी सब अच्छा है। अगर आप थोड़े से ज्यादा पैसे खर्च करना चाहते हैं तो यह बेहतर फोन है।
यह भूलना आसान है कि आईफोन 6 और
आईफोन 6एस में 5 इंच से छोटा स्क्रीन है जिससे ये हमारी लिस्ट में आसानी से जगह बना लेते हैं। हालांकि इनका पूरा साइज़ इन्हें बड़े डिस्प्ले वाले एंड्रॉयड स्मार्टफोन की कैटेगरी में रख देता है।
आईफोन 6 की परफॉर्मेंस भले आईफोन 6एस जैसी ना हो लेकिन कई लोगों को यह खूब पसंद है। अगर आप आईफोन एसई से थोड़ा ज्यादा बड़ा स्क्रीन चाहते हैं तो बाजार में 6एस सबसे बेहतर विकल्प है। लेकिन अगले आईफोन के लॉन्च से करीब एक महीने पहले आईफोन 6एस खरीदना कोई समझदारी भरा काम नहीं है बशर्ते आपको कोई बढ़िया ऑनलाइन डील नहीं मिलती।
छोटे स्क्रीन साइज़ में आपका पसंदीदा स्मार्टफोन कौन सा है? आप नीचे कमेंट के जरिए हमें बता सकते हैं।