जानी-मानी चीनी कंपनी शाओमी (Xiaomi) अब स्मार्टफोन्स के लिए प्रोसेसर डेवलप करने में जुटी है। एक रिपोर्ट के अनुसार, क्वॉलकॉम और मीडियाटेक पर निर्भरता कम करने के लिए शाओमी अपना खुद को प्रोसेसर डेवलप कर रही है। हालांकि ऐसा करने वाली वह पहली नहीं है। सैमसंग, हुवावे जैसी कंपनियां प्रोसेसर डेवलप करती रही हैं। सैमसंग, एक्सिनॉस चिपसेट बनाती है, जबकि हुवावे बहुत पहले से किरिन प्रोसेसर बना रही है। ऐपल भी अब अपनी डिवाइसेज में खुद के चिपसेट यूज करती है।
ब्लूमबर्ग की
रिपोर्ट में कहा गया है कि शाओमी के प्रोसेसर का बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन अगले साल शुरू हो जाएगा। अगले साल ही उस प्रोसेसर के साथ नया फोन भी कंपनी लॉन्च कर देगी।
रिपोर्ट के अनुसार, चीन की सरकार नहीं चाहती कि उसकी कंपनियां विदेशी तकनीक पर बहुत ज्यादा निर्भर रहें। चीनी कंपनियों से कई बार कहा जा चुका है कि वो विदेशी तकनीक पर अपनी निर्भरता कम करें और शायद शाओमी यह बात समझ गई है।
हालांकि यह देखा जाना अभी बाकी है कि शाओमी के प्रोसेसर को मार्केट में कैसा रेस्पॉन्स मिलता है। यह भी परखा जाएगा कि शाओमी का प्रोसेसर, क्वॉलकॉम और मीडियाटेक के चिपसेट्स से किस तरह कम्पीट करता है। अभी यह पता नहीं है कि चिपसेट डेवलप करने के लिए शाओमी कितना इन्वेस्टमेंट कर रही है।
फिलहाल कंपनी क्वॉलकॉम और मीडियाटेक दोनों के प्रोसेसर इस्तेमाल कर रही है। ये प्रोसेसर कंपनी के फ्लैगशिप स्मार्टफोन से लेकर बजट फोन तक यूज किए जाते हैं। हाल में लॉन्च हुई शाओमी 15 सीरीज में कंपनी ने क्वॉलकॉम का स्नैपड्रैगन 8 एलीट प्रोसेसर लगाया है। शाओमी 9 दिसंबर को भारतीय मार्केट में रेडमी नोट 14 सीरीज को पेश करने जा रही है, जिसमें कई एआई फीचर्स दिए जा सकते हैं।
रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि शाओमी के अलावा और कौन सी चीनी कंपनियां अपना प्रोसेसर डेवलप करने में जुटी हैं। चीन की प्रमुख स्मार्टफोन कंपनियों में शाओमी के अलावा वीवो, वनप्लस, ओपो और रियलमी शुमार हैं जो भारत में कारोबार कर रही हैं।