दुनिया के ताकतवर नेताओं में से एक पुतिन इंटरनेट से दूर रहते हैं।
Photo Credit: X/@narendramodi
रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत में दो दिनों के दौरे पर आए हुए हैं। दरअसल एक खास बात यह है कि दुनिया के ताकतवर नेताओं में से एक पुतिन इंटरनेट से दूर रहते हैं। पुतिन न तो स्मार्टफोन चलाते हैं और न किसी सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं। दरअसल इसके पीछे की वजह यह है कि पुतिन इंटरनेट को अमेरिका की खूफिया एजेंसी CIA का प्रोजेक्ट मानते हैं। उन्होंने करीबन 11 साल पहले दिए गए इंटरव्यू में इंटरनेट को खतरनाक बताया था। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
The Guardian की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति ने अप्रैल, 2014 में सेंट पीटर्सबर्ग में एक मीडिया कॉन्फ्रैंस की थी, जिसमें उन्होंने इंटरनेट को CIA का प्रोजेक्ट बताया। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका की जासूसी एजेंसी CIA ने इंटरनेट की स्थापना की थी और जिसका लगातार विस्तार किया जा रहा है। पुतिन का यह बयान दुनिया भर में काफी चर्चा का विषय बना था।
दसरअल NSA के पूर्व जासूस एडवर्ड स्नोडेन ने खुलासा किया था कि अमेरिका फेसबुक, स्काइप और अन्य सोशल मीडिया में बड़े स्तर पर जासूसी कर रहा था। जिसके बाद जर्मनी, ब्राजील और दुनिया भर में लोग इंटरनेट को अमेरिका के कंट्रोल से दूर करने की बात करने लगे थे। पुतिन भी कुछ ऐसा ही चाहते थे।
दरअसल पुतिन भी लंबे समय मानते आए हैं कि रुस का अपना इंटरनेट होना चाहिए। देश की सुरक्षा के लिए यह काफी ज्यादा जरूरी है। एडवर्ड स्नोडेन अमेरिकी पासपोर्ट रद्द होने के बाद रूस में अस्थायी शरणार्थी रह चुके हैं। जब उन्होंने एक टीवी प्रोग्राम के दौरान पुतिन से सवाल किया कि क्या रूस भी अमेरिका की तरह इंटरनेट पर लोगों की जासूसी करता है और उनकी जानकारी प्राप्त करता है। तब पुतिन ने कहा था कि मुझे उम्मीद है कि हम ऐसा नहीं करेंगे। हमारे पास अमेरिका जितना पैसा नहीं है। हालांकि, पुतिन ने माना था कि अपराधियों और संभावित आतंकवादियों को मॉनिटर किया जा रहा है, लेकिन नागरिकों पर इसका कोई असर नहीं है।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।
साजन चौहान Gadgets 360 में सीनियर सब ...और भी