कई महीनों की देरी के बाद पेटीएम का पेमेंट बैंक आखिरकार 23 मई से शुरू हो जाएगा। उसे इसके लिये रिजर्व बैंक से अंतिम मंजूरी मिल गई है। डिजिटल भुगतान और वाणिज्य कंपनी से शिनजिनी कुमार की रवानगी के बाद रेणु सत्ती को नया मुख्य कार्यपालक अधिकार नियुक्त किये जाने की घोषणा की है।
पेटीएम ने सार्वजनिक तौर पर जारी नोटिस में कहा है, "पेटीएम पेमेंट बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को रिजर्व बैंक से अंतिम लाइसेंस प्राप्त हो गया है और यह 23 मई 2017 से काम करना शुरू कर देगा।" पेटीएम के प्रवक्ता ने कहा, "हमें हाल ही में रेणु सत्ती को सीईओ बनाये जाने के बारे में रिजर्व बैंक से मंजूरी मिल गयी है।" रेणु पेटीएम में 2006 में बतौर मानव संसाधन प्रबंधक के रूप में आयी थी और समय के साथ कंपनी के विभिन्न विभागों में काम की। हाल ही में वह सिनेमा टिकट कारोबर के उपाध्यक्ष के रूप में बतौर प्रमुख काम कर रही थी।
पेटीएम अपना वॉलेट का पूरा कारोबार पीपीबीएल में स्थानांतरित कर देगी। इसमें 21.80 करोड़ मोबाइल बटुआ इस्तेमाल करने वाले लोग जुड़े हैं। भुगतान बैंक का यह लाइसेंस भारतीय निवासी विजय शेखर शर्मा को मिला है। विजय शेखर शर्मा पेटीएम की मालिक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के संस्थापक हैं।
इसमें कहा गया है कि 23 मई के बाद पेटीएम वॉलेट का कारोबार पीपीबीएल में चला जायेगा। यदि कोई ग्राहक ऐसा नहीं चाहता है तो उन्हें पेटीएम को सूचित करना होगा। सूचना मिलने पर पेटीएम उसके वॉलेट में बची राशि को संबंधित ग्राहक के बैंक खाते में हस्तांतरित कर देगी। इस तरह की सूचना 23 मई से पहले देनी होगी।
पिछले छह माह के दौरान वॉलेट में यदि कोई गतिविधि नहीं हुई, ऐसी स्थिति में पीपीबल में हस्तांतरण केवल उपभोक्ता की विशेष अनुमति के बाद ही होगा। पेटीएम का भुगतान बैंक व्यक्तियों और छोटे व्यावसायियों से प्रति खाता एक लाख रुपये तक की जमा स्वीकार कर सकता है।
इससे पहले पेटीएम का भुगतान बैंक पिछले साल दिवाली के आसपास शुरू होने की चर्चा थी।
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