जापान की इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज Panasonic Holdings ने अपने ग्लोबल वर्कफोर्स में 10,000 लोगों की कटौती का फैसला किया है, जिसमें 5,000 नौकरियां जापान और 5,000 ओवरसीज खत्म की जाएंगी। कंपनी का कहना है कि यह छंटनी लगभग 4% ग्लोबल वर्कफोर्स को प्रभावित करेगी। ये फैसला लागत घटाने, ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ाने और प्रॉफिट मार्जिन सुधारने के मकसद से लिया गया है। Panasonic का मानना है कि इस रीस्ट्रक्चरिंग से मार्च 2027 तक $1 बिलियन और मार्च 2029 तक $2.1 बिलियन का प्रॉफिट इम्प्रूवमेंट देखने को मिलेगा।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के
मुताबिक, Panasonic का कहना है कि यह छंटनी अब से मार्च 2026 के बीच होगी। कंपनी ने कहा है कि छंटनी ज्यादातर सेल्स और इनडायरेक्ट ऑपरेशंस से की जाएगी, जिसमें साइट्स को मर्ज करना, घाटे में चल रहे बिज़नेस बंद करना और कुछ कर्मचारियों के लिए वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम शामिल होगी। सभी देशों में स्थानीय लेबर लॉज के हिसाब से ही प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
Panasonic के CEO Yuki Kusumi ने खुद की सैलरी का 40% हिस्सा छोड़ने की बात कही है। रिपोर्ट बताती है कि उन्होंने जापान के Nikkei अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि “अगर हमें इंडस्ट्री में सबसे आगे रहना है, तो ये जरूरी कदम हैं।” Panasonic ने एक स्टेटमेंट में साफ किया कि उनका फोकस अब ऐसी ऑर्गेनाइजेशन बनाने पर है जहां हर कर्मचारी की प्रोडक्टिविटी अधिक हो।
इस रीस्ट्रक्चरिंग के जरिए Panasonic घाटे में चल रहे बिजनेस बंद करने, डुप्लिकेट डिपार्टमेंट्स को मर्ज करने और IT इन्वेस्टमेंट को ऑप्टिमाइज करने पर भी काम करेगी।
Panasonic अब अपने रिसोर्सेस को हाई-ग्रोथ एरिया जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बायोमेट्रिक्स (जैसे फेस रिकग्निशन सिस्टम्स) और एनर्जी स्टोरेज पर फोकस कर रही है। कंपनी Expo 2025 Osaka के लिए फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी पर भी काम कर रही है।
कंपनी का मानना है कि इस रीस्ट्रक्चरिंग से उन्हें लगभग $1 बिलियन का लाभ मिलेगा, जिसमें से $483 मिलियन सिर्फ जॉब कट्स से आएगा। हालांकि Panasonic ने ये भी कहा कि ये अनुमान संभावित है और असली आंकड़े कर्मचारियों की संख्या और अन्य फैक्टर्स पर निर्भर करेंगे।