Kamaladevi Chattopadhyay को Google Doodle पर इस वजह से किया गया याद

मंगलवार को डूडल ने याद किया है भारतीय स्वतंत्रता सैनानी र महिला अधिकारों के लिए लड़ने वालीं महान कार्यकर्ता कमलादेवी चट्टोपाध्याय को।

विज्ञापन
Mayank Dixit, अपडेटेड: 3 अप्रैल 2018 17:58 IST
ख़ास बातें
  • Google डूडल ने याद किया महान समाज सेविका कमलादेवी चट्टोपाध्याय को
  • भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और महिला अधिकारों के लिए हमेशा रहती थीं सक्रिय
  • रंगारंग डिज़ाइन वाले डूडल ने कमलादेवी के विभिन्न किरदारों को दर्शाया

kamaladevi chattopadhyay Google Doodle

Google डूडल के माध्यम से जन्मदिन, जयंती, पुण्यतिथियां व प्रमुख दिवसों को खास तौर से मनाती है। मंगलवार को डूडल ने याद किया है भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और महिला अधिकारों के लिए लड़ने वालीं महान कार्यकर्ता कमलादेवी चट्टोपाध्याय को। आज उनकी 115वीं जयंती है। रंगारंग डिज़ाइन वाले डूडल ने आज कमलादेवी के विभिन्न किरदारों को दर्शाया है। संस्कृति को लेकर भी कमलादेवी के योगदान की झलक आज के Google डूडल में देखी जा सकती है।

आज के Google Doodle के बारे में विस्तार से बात करें तो Kamaladevi Chattopadhyay ने आज़ादी के बाद भारतीय हथकरघा और रंगमंच में नई जान फूंकने का काम किया था। आज भारत में परफॉर्मिंग आर्ट से जुड़े कई संस्थान कमलादेवी की सोच का ही नतीजा हैं। इनमें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, संगीत नाटक एकेडमी, सेंट्रल कॉटेज इंडस्ट्रीज इम्पोरियम और क्राफ्ट काउंसिल ऑफ इंडिया शामिल हैं।

Google Doodle की आज की हस्ती कमलादेवी ने फिल्मों में भी हाथ आजमाया था। वे दो साइलेंट (मूक) फिल्मों में नजर आई थीं।  इसमें से एक कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की पहली साइलेंट फिल्म थी। इसका नाथ था 'मृच्छकटिका (1931), लेकिन लंबे समय बाद वे एक बार फिल्मों में नजर आईं। वे 'तानसेन' फिल्म में के.एल. सहगल और खुर्शीद के साथ नजर आईं। उसके बाद कमलादेवी ने 'शंकर पार्वती (1943)' और 'धन्ना भगत (1945)' जैसी फिल्में भी की।

Kamaladevi Chattopadhyay पति हरेंद्रनाथ चट्टोपाध्याय के साथ लंदन चली गई थीं लेकिन जब 1923 में उन्हें गांधीजी के असहयोग आंदोलन के बारे में पता चला तो वे भारत आ गईं और आजादी के आंदोलन में कूद पड़ीं। उन्होंने गांधीजी के नमक सत्याग्रह में भी हिस्सा लिया था। हालांकि हरेंद्रनाथ से उनका तलाक हो गया था। आजादी के बाद देश का विभाजन हो गया था, और शरणार्थियों को बसाने के लिए जगह की तलाश थी, उस समय कमलादेवी ने गांधीजी से अनुमति लेकर टाउनशिप बसाने का जिम्मा लिया और बापू ने कहा था कि तुम्हें सरकार की कोई मदद नहीं लेनी होगी। इस तरह फरीदाबाद सामने आया जहां 50,000 शरणार्थियों को रहने की जगह मिली। इसे सहकारिता की संकल्पना पर स्थापित किया गया था।

Google Doodle में आज गूगल तो लिखा ही है, लेकिन बीच में कमलादेवी की तस्वीर बनाई गई है। बायीं ओर सितारवादन और संगीत में लीन और दायीं ओर उनका हथकरघा क्षेत्र में योगदान दर्शाया गया है।
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. iPhone 17 की सभी सीरीज AirPods Pro 3, Watch Series 11 भारत में इस कीमत में लॉन्च
  2. Apple iPhone 17 भारत में A19 चिप, 24MP सेल्फी कैमरा के साथ 82900 रुपये में लॉन्च
#ताज़ा ख़बरें
  1. iPhone 17 लॉन्च के बाद iPhone 16 और iPhone 16 Plus की गिरी कीमत, जानें कितनी होगी बचत
  2. Lava Bold N1 5G vs Tecno Pop 9 5G vs Samsung Galaxy M06 5G: देखें तुलना में कौन सा बेहतर
  3. 50MP कैमरा, 5200mAh बैटरी वाले Realme फोन की जबरदस्त गिरी कीमत, मिल रहा 9 हजार से ज्यादा डिस्काउंट
  4. Apple Event 2025 Highlights: iPhone 17 लाइनअप के साथ नए Apple Watches और AirPods हुए लॉन्च
  5. मारूति सुजुकी की e-Vitara को Euro NCAP में मिली 4 स्टार सेफ्टी रेटिंग
  6. iPhone 17 Pro, 17 Pro Max भारत में दमदार प्रोसेसर, कैमरा के साथ लॉन्च, जानें फीचर्स और कीमत
  7. iPhone Air भारत में 1 लाख 19 हजार 900 रुपये में लॉन्च, Apple का सबसे पतला आईफोन
  8. Apple iPhone 17 भारत में A19 चिप, 24MP सेल्फी कैमरा के साथ 82900 रुपये में लॉन्च
  9. Apple Watch SE 3 हुई लॉन्च, नए हेल्थ फीचर्स, बिल्ट-इन स्पीकर और ऑलवेज-ऑन डिस्प्ले: जानें इंडिया प्राइस
  10. Apple ने लॉन्च किया AirPods Pro 3, हार्ट रेट की ट्रैकिंग सहित मिलेंगे हेल्थ सेंसर्स
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.