Haldwani Riots: उत्तराखंड के हल्द्वानी में भड़की हिंसा की आग ने कई जिंदगियां जला डाली हैं। बनभूलपुरा में मलिक के बगीचे में अवैध मदरसे व नमाज स्थल को ढहाने गई पुलिस पर विशेष समुदाय के लोगों पत्थरबाजी कर दी। उपद्रवियों ने स्थानीय थाने को आग के हवाले कर दिया और आसपास खड़े पुलिस, और मीडियाकर्मियों के व्हीकल भी जला डाले। जान बचाने के लिए पुलिसकर्मियों को वहां से भागना पड़ा। स्थिति को बेकाबू होते देख डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए हैं।
बनभूलपुरा में उठा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रशासन ने हल्द्वानी में इंटरनेट सेवा गुरूवार रात से ही बंद कर दी है। ANI के अनुसार, हल्द्वानी हिंसा में 4 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो चुके हैं। शुक्रवार को स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। कुमाऊं यूनिवर्सिटी और उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले को देखते हुए उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है।
बनभूलपुरा में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। यहां रात में ही कर्फ्यू लागू कर दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उपद्रवी रुमाल और नकाब से चेहरा छुपाए हुए थे। 3 घंटों में उन्होंने 100 से ज्यादा टूव्हीलर, और गाड़ियां फूंक दीं। पुलिसकर्मियों पर चारों तरफ से पत्थरबाजी की गई। एसडीएम, तहसीलदार के भी घटना में घायल होने की खबर है। दंगा करने वालों के खिलाफ UAPA के अंतर्गत कार्रवाई करने के आदेश हैं।
हल्द्वानी के खंड शिक्षा अधिकारी हरेंद्र कुमार मिश्र ने मीडिया बयान में कहा कि सुरक्षा कारणों की वजह से हल्द्वानी के कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के सभी प्रकार के विद्यालय शुक्रवार को बंद रहेंगे। विद्यालयों को निर्देशों का कड़े रूप से पालन करने को कहा गया है। घटना स्थल पर पुलिस और अन्य केंद्रीय बलों की टीमें भेजी जा रही हैं। राज्य सरकार ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। आगजनी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही गई है।
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