टेक इंडस्ट्री में स्किल्स रखने वालों पर कुछ कंपनियां जमकर पैसा लुटा रही है। इसका एक उदाहरण हाल ही में सामने आया, जहां AI स्टार्टअप Perplexity AI में नौकरी के लिए चुने गए एक कर्मचारी को Google ने भारी काउंटर ऑफर दे डाला। यहां भारी से हमारा मतलब 300% के सैलरी हाइक से है। पर्प्लेक्सिटी एआई के सीईओ अरविंद श्रीनिवास ने बिग टेक्नोलॉजी पॉडकास्ट पर खुलासा किया कि Google ने उस कर्मचारी को बनाए रखने के लिए 300 प्रतिशत का सैलरी हाइक देने का वादा किया, जो रिसर्च टीम का हिस्सा था लेकिन सीधे एआई में शामिल नहीं था।
Perplexity AI के सीईओ ने
पॉडकास्ट में बताया कि किस तरह उनके स्टार्टअप के लिए चुने गए एक कर्मचारी को गूगल ने अपनी कंपनी में बनाए रखने के लिए 300 प्रतिशत का सैलरी हाइक ऑफर कर दिया। यह घटना इस बात पर रोशनी डालती है कि तकनीकी दिग्गज महत्वपूर्ण कर्मियों पर पकड़ बनाए रखने के लिए किस हद तक जाने को तैयार हैं। हालांकि, यह इंडस्ट्री भर में छंटनी की हालिया लहर के विपरीत भी है, जो ज्यादा सैलरी वाले कर्मचारियों को उनकी सैलरी को उचित सिद्ध ना करने के नाम पर हुई हैं।
अकेले जनवरी 2024 में, टेक इंडस्ट्री में 32,000 नौकरियों में कटौती की गई, जबकि विभिन्न क्षेत्रों में हजारों लोगों ने अपनी नौकरियां खो दीं। Google के सीईओ सुंदर पिचाई ने रणनीतिक निवेश के लिए संसाधनों को आवंटित करने के लिए "कठिन विकल्प चुनने" की आवश्यकता का हवाला देते हुए कर्मचारियों को और कटौती की उम्मीद करने की चेतावनी भी दी।
यह कुछ हद तक विरोधाभासी स्थिति पैदा करता है, क्योंकि कंपनियां जबरदस्त ऑफर्स के साथ मौजूदा कर्मचारियों को बनाए रखने के लिए संघर्ष करती हैं और साथ ही नौकरियों में कटौती भी करती हैं। यह उन कुछ सवालों को जन्म देता है, जैसे कि यह निर्णय कैसे लिए जाते हैं, तकनीकी कार्यबल की ओवरऑल स्थिरता और कर्मचारी योगदान का मूल्यांकन करने के लिए उपयोग किए जाने वाले मानदंड क्या हैं।