Google ने अपना एक और AI मॉडल Gemma लॉन्च किया है। यह खासतौर पर AI डेवलपर्स और रिसर्चर्स के लिए तैयार किया गया है। यह एक ओपन सोर्स मॉडल है जो सभी के लिए उपलब्ध है। जेम्मा को गूगल की टीम Google DeepMind समेत कई अन्य टीमों के सहयोग से तैयार किया गया है। कंपनी का कहना है कि उभरते एआई सेक्टर में उसकी तरफ से यह योगदान के रूप में लॉन्च किया गया है।
Gemma का नाम लेटिन भाषा से लिया गया है जिसमें जेम्मा का अर्थ होता है कीमती पत्थर। एआई के सेक्टर में योगदान की दृष्टि से ही
Google ने इसका नाम जेम्मा रखा है। कंपनी ने
ब्लॉग में इसकी जानकारी दी है। Gemma को दो अलग-अलग आकारों में उपलब्ध करवाया गया है जो कि Gemma 2B और Gemma 7B हैं। दोनों ही मॉडल्स को पहले से निर्देशानुसार ट्यून किया गया है। ये काफी हल्के हैं और किसी भी डेवलपर के लैपटॉप या डेस्कटॉप पर आसानी से रन कर सकते हैं। कंपनी का कहना है कि दोनों ही मॉडल काफी पावरफुल हैं और साथ ही रेस्पॉन्सिबल भी हैं। कंपनी ने इनके ट्रेनिंग सेट से डेटा को हटा दिया है, साथ ही इनकी कड़ी टेस्टिंग की गई है ताकि ये सेफ तरीके से काम करें।
जेम्मा को गूगल ने एक वर्सेटाइल मॉडल बताया है। इसकी वजह यह है कि यूजर चाहे लैपटॉप पर काम कर रहा है, या मोबाइल, या अन्य IoT पर एप्लिकेशन लगा रहा है, जेम्मा इनके साथ आसानी से इंटीग्रेट हो जाता है। यह Vertex AI और Google Kubernetes Engine (GKE) के साथ कम्पैटिबल है जिससे कि एप्लिकेशन डिप्लॉयिंग और आसान हो जाता है। Nvidia के साथ भागीदारी के चलते यह Google Cloud TPU और Nvidia GPU के साथ बहुत अच्छे तरीके से काम करता है।
Gemma के लॉन्च के माध्यम से कंपनी इस बात पर जोर दे रही है कि AI का इस्तेमाल जिम्मेदाराना तरीके से होना चाहिए। ताकि इसे कमर्शियल रूप में भी इस्तेमाल किया जा सके। जिसमें हर साइज के ऑर्गेनाइजेशन शामिल हो सकते हैं। कंपनी ने इसके लिए एक Responsible Generative AI Toolkit भी लॉन्च किया है जिसके माध्यम से डेवलपर्स जेम्मा को बड़ी आसानी से, और इसकी पूरी क्षमता के साथ इस्तेमाल कर पाएंगे।