इस साल जनवरी में Facebook यूज़र्स की निजी जानकारियां कथित तौर पर बेची जा रही थी, जिसमें उनके फोन नंबर समेत कई अन्य निजी जानकारियां शामिल थी। इस डेटा को बेचने के लिए टेलीग्राम बॉट का इस्तेमाल किया गया था। हैक किए गए डेटाबेस में 533 मिलियन यानी 53 करोड़ यूज़र्स की जानकारी शामिल थी। इसमें 6 लाख से अधिक भारतीय यूज़र्स का डेटा भी शामिल था। अब एक साइबरक्राइम इंटेलीजेंस फर्म के को-फाउंडर का दावा है कि एक निचले स्तर के हैकिंग फोरम में इस डेटाबेस की जानकारियों को सार्वजनिक कर दिया गया है। इस बार इन जानकारियों को बेचा नहीं जा रहा, बल्कि ये खुलेआम उपलब्ध कराई गई हैं।
साइबरक्राइम इंटेलीजेंस कंपनी Hudson Rock के को-फाउंडर और सीटीओ Alon Gal ने शनिवार को ट्वीट कर जानकारी दी कि एक यूज़र ने निचले स्तर के एक हैकिंग फोरम में 533 मिलियन यानी 53 करोड़ फेसबुक यूज़र्स की निजी जानकारियों को पब्लिश कर दिया है। इस डेटाबेस में भारत समेत कुल 106 देशों का डेटा शामिल है। इसमें भारत के लगभग 60 लाख यूज़र्स का डेटा है। बता दें कि इस डेटाबेस के हैक होने की खबर इस साल जनवरी में सामने आई थी। उस समय इसे टेलीग्राम बॉट (Telegram Bot) के जरिए बेचा जा रहा था। हालांकि, अब यूज़र्स के डेटा को खुलेआम मुफ्त में सार्वजनिक करने की खबर है। इस डेटाबेस में यूज़र्स के फोन नंबर, फेसबुक आईडी, नाम, लोकेशन की जानकारी, जन्म तिथि, ई-मेल एड्रेस और यहां तक कि उनकी बायो (Bio) जैसी जानकारियां शामिल हैं।
Business Insider को दिए एक
बयान में Facebook का कहना है कि (अनुवादित) 'ये डेटाबेस पुराना है और इसे स्क्रैप कर 2019 में [सिस्टम में आई] समस्या को फिक्स कर दिया गया था। हालांकि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ज्यादातर यूज़र्स अपने फोन नंबर, ई-मेल या कई निजी जानकारियों को वर्षों तक नहीं बदलते हैं। यदि ये डेटा साइबर क्रिमिनल्स के हाथ लगता है, तो करोड़ों यूज़र्स की जानकारियां खतरे में पड़ सकती है।
जनवरी में इस डेटाबेस के लीक होने की जानकारी भी सबसे पहले Alon Gal द्वारा दी गई थी। Gal ने ट्वीट के जरिए कुछ तस्वीरें भी साझा की हैं, जसमें इस डेटाबेस में शामिल यूज़र्स के डेटा की जानकारियां देखी जा सकती है। इसके अलावा किस देश के कितने यूज़र्स इस डेटाबेस में शामिल है, इसकी जानकारी भी साझा की गई है।