रूस की दो मीडिया फर्मों RT और स्‍पूतनिक पर यूरोपियन यूनियन ने लगाया बैन

फैसले का सीधा मतलब यह है कि यूरोपियन यूनियन में कोई भी ऑपरेटर ‘RT’ और ‘स्‍पूतनिक’ के कंटेंट को प्रसारित नहीं कर सकेगा।

विज्ञापन
गैजेट्स 360 स्टाफ, अपडेटेड: 3 मार्च 2022 17:07 IST
ख़ास बातें
  • यह बैन RT की इंग्लिश यूनिट और ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस में प्रभावी होगा
  • फेसबुक, गूगल, यूट्यूब, टिकटॉक ने भी इन फर्मों पर रोक लगाई है
  • यूरोपियन यूनियन का कहना है कि दुष्‍प्रचार करने से उसकी सुरक्षा का खतरा है

दोनों कंपनियों और उनके यूरोपीय समकक्षों के बीच प्रसारण लाइसेंस और डिस्‍ट्र्रीब्‍यूशन की व्यवस्था भी सस्‍पेंड कर दी जाएगी।

यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच यूरोप के तमाम देश और अमेरिका भी अपने यहां रूसी संगठनों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। अब यूरोपियन यूनियन में रूस के दो मीडिया संगठनों पर तत्‍काल प्रभाव से बैन लगाने का फैसला किया गया है। यूरोपियन यूनियन ने ‘RT' और ‘स्‍पूतनिक' (Sputnik) को बैन करने का फैसला किया है। कहा गया है कि रूसी सरकार के नियंत्रण वाले ये दोनों चैनल यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को लेकर दुष्प्रचार कर रहे हैं। 

रॉयटर्स के मुताबिक, इस फैसले का सीधा मतलब यह है कि यूरोपियन यूनियन में कोई भी ऑपरेटर ‘RT' और ‘स्‍पूतनिक' के कंटेंट को प्रसारित नहीं कर सकेगा। दोनों कंपनियों और उनके यूरोपीय समकक्षों के बीच प्रसारण लाइसेंस और डिस्‍ट्र्रीब्‍यूशन की व्यवस्था भी सस्‍पेंड कर दी जाएगी। यह बैन RT की इंग्लिश यूनिट और ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस व स्पेन में उसके ऑपरेशंस को प्रभावित करेगा। 

यूरोपियन यूनियन की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा है कि रूस द्वारा सूचनाओं में हेरफेर और दुष्प्रचार किया जा रहा है। यह यूरोप की सुरक्षा के लिए एक खतरा है। गौरतलब है कि फेसबुक के मालिकाना हक वाली मेटा, गूगल, यूट्यूब और टिकटॉक भी यूरोपियन यूनियन में RT और स्पूतनिक को अपने प्‍लेटफॉर्म पर रोक रहे हैं। ट्विटर ने कहा है कि वह यूरोपीय यूनियन के प्रतिबंध का पालन करेगा।

यूक्रेन पर हमला करने के बाद से रूस को फिल्म और TV उद्योग में बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है। याद रहे कि नेटफ्लिक्स ने भी रूस में भविष्‍य के अपने सभी प्रोजेक्‍ट्स और अधिग्रहणों को अस्थायी रूप से रोक दिया है। कान्स फिल्म फेस्टिवल ने भी मंगलवार को एक बयान जारी करके कहा था कि जब तक यूक्रेन संघर्ष समाप्त नहीं हो जाता है, वह 2022 कान्‍स फेस्टिवल में रूस के ऑफ‍िशियल डेलिगेशन पर बैन लगाएगा।

रूस के खिलाफ जंग में विदेशों में रह रहे यूक्रेनी भी अपने स्‍तर पर कोशिशें कर रहे हैं। पश्चिम की बड़ी टेक कंपनियों में काम करने वाले यूक्रेनी नागरिक अपने देश की मदद के लिए एकजुट हो रहे हैं। वो रूसियों को उनकी सरकार के खिलाफ जाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं साथ ही मेडिकल सप्‍लाई को बढ़ाने के लिए कोशिशें कर रहे हैं। इसके अलावा, इंटरनेट सिक्‍योरिटी कंपनी क्लाउडफ्लेयर, गूगल और एमेजॉन जैसी कंपनियों को भी रूस के हमले का मुकाबला करने के लिए और कोशिश करने को राजी कर रहे हैं। इसके लिए ई-मेल कैंपेन और ऑनलाइन पिटीशन का सहारा लिया जा रहा है। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

द रेजिडेंट बोट । अगर आप मुझे ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. चीन ने फिर किया कमाल! दुनिया का पहला फोन जो खुद से ही सब कर लेगा! Nubia M153 लॉन्च, जानें इसकी खासियत
#ताज़ा ख़बरें
  1. भारत में स्मार्टफोन लोकेशन ट्रैकिंग के प्रपोजल के खिलाफ Apple और Samsung
  2. Tata Motors के लिए Harrier इलेक्ट्रिक बनी सबसे अधिक बिकने वाला EV
  3. भारत में टैबलेट्स की घटी सेल्स, सैमसंग का पहला स्थान बरकरार
  4. चीन ने फिर किया कमाल! दुनिया का पहला फोन जो खुद से ही सब कर लेगा! Nubia M153 लॉन्च, जानें इसकी खासियत
  5. फोन में पावर बैंक! Honor X80 में होगी 10,000mAh बैटरी, लीक में खुलासा
  6. Flipkart Buy Buy 2025 Sale: Rs 24 हजार सस्ता मिल रहा Samsung Galaxy S25 Ultra, फोन पर सबसे धांसू ऑफर
  7. नासा की चेतावनी! 4 एस्टरॉयड आज होंगे पृथ्वी के करीब, जानें कितना है खतरा
  8. एस्टरॉयड में चीनी! NASA की नई खोज ने चौंकाया
  9. Realme P4x 5G vs Vivo T4x 5G: मिडरेंज में कौन सा फोन है बेस्ट? जानें यहां
  10. सावधान! मोबाइल में खतरनाक वायरस, चुटकी में बैंक अकाउंट कर सकता है खाली
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.