चीन के बाद अब थाईलैंड ने गिराई क्रिप्टो करेंसी पर गाज!

चीन के बाद अब थाईलैंड ने भी कई क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। चीन के बाद थाईलैंड ऐसा करने वाला एशिया का दूसरा देश है जिसने यह कदम उठाया है।

चीन के बाद अब थाईलैंड ने गिराई क्रिप्टो करेंसी पर गाज!

बिटकॉइन और डॉजकॉइन की कीमतों में बीते हफ्तों में अत्यधिक अस्थिरता देखने को मिली है।

ख़ास बातें
  • थाईलैंड द्वारा व्यापार प्रतिबंधित डिजिटल कॉइन में डॉजकॉइन भी शामिल।
  • देश की वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा के हवाले से लगाया प्रतिबंध।
  • पिछले दिनों चीन ने बिटकॉइन माइनिंग पर लगाया था प्रतिबंध।
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क्रिप्टोकरेंसी बाजार के लिए हर दिन नई खबरें आ रही हैं। कभी कोई देश इसके साथ आगे बढ़ने की दिशा में कदम उठाता है तो कोई इस डिजिटल करेंसी पर प्रतिबंध लगा देता है। चीन के बाद अब थाईलैंड ने भी कई क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। चीन के बाद थाईलैंड ऐसा करने वाला एशिया का दूसरा देश है जिसने यह कदम उठाया है। थाई सिक्योरिटी और एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने अत्यधिक सट्टा की जाने वाली क्रिप्टोकरेंसी और नॉन फन्जिबल टोकन (NFTs) के व्यापार पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें मीम आधारित क्रिप्टोकरेंसी डॉजकॉइन भी शामिल है। कहा गया है कि प्रतिबंध का उद्देश्य व्यापारियों को ऐसे टोकन से बचाना है जिनका "कोई स्पष्ट उद्देश्य या वस्तु नहीं है" और जिनकी कीमतें सोशल मीडिया के रुझानों और ऑनलाइन प्रभावी व्यक्तियों से प्रभावित हैं। प्रतिबंध में "फैन टोकन" भी शामिल हैं जो उन मशहूर हस्तियों की लोकप्रियता पर चल रहे हैं जिनसे वे प्रभावित हैं।

हालांकि थाई नागरिक इन यूटीलिटी टोकन और डिजिटल कॉइन में व्यापार करने के लिए स्वतंत्र हैं। मगर क्रिप्टोकरेंसी पर नियमों को कड़ा करने का उद्देश्य थाईलैंड के भीतर इन परिसंपत्तियों में डील करने वाली एक्सचेंज के लिए इसे मुश्किल बनाना और देश के फाइनेंशियल सिस्टम को सुरक्षित करना है।

SEC ने एक बयान में कहा कि इन व्यापारों को संभालने वाले एक्सचेंजों को नोटिफिकेशन जारी होने (11 जून) के 30 दिनों के भीतर संशोधित नियमों का पालन करना आवश्यक है। SEC नोटिफिकेशन ने एक्सचेंजों को यूटीलिटी टोकन या क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित सेवाएं प्रदान करने से प्रतिबंधित कर दिया है जो निम्न में से किसी भी वर्ग से संबंधित हैं- मीम टोकन, फैन टोकन, एनएफटी या अपूरणीय टोकन, और डिजिटल टोकन जो ब्लॉकचेन लेन-देन में उपयोग किए जाते हैं और डिजिटल संपत्ति एक्सचेंज या संबंधित व्यक्ति द्वारा जारी किए जाते हैं। 

बीते हफ्तों में Bitcoin और Dogecoin जैसे कुछ प्रमुख क्रिप्टो कॉइन ने अत्यधिक अस्थिरता दिखाई है। शुरू में सबसे उच्च स्तर को छूने के बाद ये कॉइन फिर सबसे न्यूनतम कीमतों पर गोता लगाने लगे। इस अस्थिरता के लिए मुख्य रूप से इन डिजिटल परिसंपत्तियों के व्यापार पर चीनी कार्रवाई और एलन मस्क जैसे टेक अरबपतियों के विवादास्पद या नकारात्मक ट्वीट्स को जिम्मेदार ठहराया गया था। मस्क ने Bitcoin में पेमेंट स्वीकार करने के लिए अपनी कंपनी टेस्ला के फैसले को अचानक उलट दिया था। 17 जून को सुबह 10 बजे (IST) खबर लिखने तक भारत में बिटकॉइन की कीमत 28.67 लाख रुपये थी। वहीं भारत में डॉजकॉइन की कीमत 23.11 रुपये थी। 

कुछ दिनों पहले एलन मस्क ने बिटकॉइन को लेकर बयान दिया था कि इसकी माइनिंग से पर्यावरण को बहुत अधिक नुकसान पहुंच रहा है। उसके बाद मस्क का बयान आया कि वह डॉजकॉइन के डेवलपर्स से इसकी माइनिंग के संबंध में बात कर रहे हैं ताकि इसकी ट्रेडिंग के लिए एनर्जी एफिशिएंट तरीका निकाला जा सके। मगर उसके बाद से उन्होंने इसके बारे में कोई अपडेट नहीं दिया है।

टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के ट्वीट शुरू से ही निवेशकों के मन में दुविधा पैदा करते आ रहे हैं। कई बार निवेशकों की ओर से उनको कहा गया है कि वह इस मामले पर ट्वीट करने से बचें। पिछले महीने क्रिप्टोबाजार में आई भारी गिरावट के लिए निवेशकों ने एलन मस्क को ही जिम्मेदार ठहराया था।

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