Bitcoin का बुरा समय खत्म होता नज़र नहीं आ रहा है। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट के सबसे प्रसिद्ध और मजबूत कॉइन में से एक बिटकॉइन मंगलवार को पिछले तीन हफ्तों की सबसे कम कीमत पर कारोबार कर रहा था। बता दें कि अमेरिका इंटरनल रेवेन्यू सर्विस के प्रमुख ने कानून से जुड़े लोगों से क्रिप्टो ट्रांसफर पर सख्त नियम बनाने के लिए अधिकार प्रदान करने का मांग की है और बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin price) पर इतने बड़े प्रभाव का एक कारण यही माना जा रहा है।
मंगलवार को, बिटकॉइन अपनी पिछले तीन हफ्तों की न्यूनतम कीमत पर ट्रेड हो रहा था। Binance के
मुताबिक, मंगलवार को इसकी कीमत 30,050 डॉलर (लगभग 22.6 लाख रुपये) पर पहुंच गई थी। हालांकि बुधवार को कीमत में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली। खबर लिखे जाने तक, बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin price in India) 35,117 डॉलर (लगभग 25.6 लाख रुपये) चल रही थी।
न्यूज़ एजेंसी Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनल रेवेन्यू सर्विस (IRS) के चीफ चार्ल्स रेटिग (Charles Rettig) ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस को टैक्स एजेंसी को बड़े पैमाने पर अप्रतिबंधित 10,000 डॉलर (करीब 7.2 लाख रुपये) से अधिक कीमत के क्रिप्टोकरेंसी भुगतान पर जानकारी एकत्र करने के लिए स्पष्ट वैधानिक अधिकार प्रदान करने की आवश्यकता है।
आईआरएस चीफ ने सीनेट फाइनेंस समिति को बताया कि दुनिया भर में 8,600 से अधिक एक्सचेंज हैं, जिसके साथ क्रिप्टोकरेंसी बाज़ार की कुल कैपिटल 2 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 1,45,84,300 करोड़ रुपये) से अधिक है। उनका कहना है कि इन क्रिप्टोकरेंसी को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि इनमें से अधिकांश डिज़िटल करेंसी कानून की नज़र से दूर रहती है। इसी के चलते उन्होंने समिति से क्रिप्टो ट्रांसफर पर सख्त नियम बनाने के लिए अधिकार प्रदान करने का मांग की है।
आईआरएस की यह मांग ब्रिटेन की फंड मैनेजर कंपनी Ruffer द्वारा दिए गए उस
बयान के बाद आई, जिसमें कंपनी ने कहा था कि वह लॉन्ग टर्म में बिटकॉइन जैसे डिज़िटल संपत्ति पर अपनी रूची बनाए रखेंगे। बता दें कि अप्रैल में, जब Bitcoin अपने चरम पर था, तब Ruffer ने अपने बिटकॉइन बेच कर 1.1 बिलियन (लगभग 8,020 करोड़ रुपये) का मुनाफा कमाया था।
इतना ही नहीं, Bloomberg की
रिपोर्ट कहती है कि एक और प्रमुख बिटकॉइन कॉरपोरेट सपोर्टर MicroStrategy ने अधिक बिटकॉइन खरीदने में मदद करने के लिए जंक-बॉन्ड सेल का आकार बढ़ा दिया है, जो अब 500 मिलियन डॉलर (लगभग 3,650 करोड़ रुपये) को लक्षित कर रहा है।