बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया (BGMI) की डेवलपर क्राफ्टन (Krafton) ने ताजा कार्रवाई करते हुए 1 लाख 70 हजार से ज्यादा अकाउंट्स पर बैन लगा दिया है। यह कार्रवाई दो हफ्तों के दौरान की गई। धोखाधड़ी करने वाले और दूसरे गेमर्स के अनुभव को खराब करने वाले प्लेयर्स के खिलाफ यह एक्शन लिया गया है। क्राफ्टन इस तरह की कार्रवाई करता रहता है। बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया के उन प्लेयर्स की लिस्ट भी क्राफ्टन ने पब्लिश की है, जिन पर बैन लगाया गया है। दिसंबर में क्राफ्टन ने बताया था कि वह उन डिवाइसेज को ही परमानेंट बैन करेगा, जिनके जरिए गेम में धोखाधड़ी की जाती है। इसके अलावा क्राफ्टन ने उन 60 प्लेयर्स की लिस्ट जारी की है, जिन्होंने बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया का जोनाथन वॉइस पैक जीता है।
एक ब्लॉग
पोस्ट में क्राफ्टन ने बताया कि उसने दो सप्ताह में 1 लाख 71 हजार 188 बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया अकाउंट्स पर बैन लगा दिया। कार्रवाई 24 जनवरी को शुरू हुई और 6 फरवरी को खत्म हुई। क्राफ्टन ने उन अकाउंट्स की
लिस्ट भी पब्लिश की है जिन पर बैन लगाया गया है।
अपने पोस्ट में क्राफ्टन ने कहा है कि बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया अपने यूजर्स को एक बेहतर गेमिंग का माहौल देने के लिए सख्त बैन को लागू करने की कोशिश करेगा। आमतौर पर क्राफ्टन ऐसे अकाउंट्स को बैन कर देती है, जिन्होंने गेम को किसी अनऑफिशियल सोर्स से डाउनलोड किया हो या उनकी डिवाइस पर अवैध प्रोग्राम इंस्टॉल हों। अवैध प्रोग्राम्स का मतलब उन प्रोग्राम्स से है, जो दूसरे प्लेयर्स का अनुभव खराब करते हैं और गेम में एक्स्ट्रा एडवांटेज लेने की कोशिश करते हैं।
क्राफ्टन ने 10 जनवरी से 16 जनवरी के बीच भी लगभग 50 हजार अकाउंट्स और 3 से 9 जनवरी के बीच 70 हजार से ज्यादा अकाउंट्स पर बैन लगा दिया था। इसी तरह, 27 दिसंबर और 2 जनवरी के बीच 71 हजार से ज्यादा अकाउंट्स पर बैन लगाया गया था। 20 से 26 दिसंबर के बीच लगभग 60 हजार अकाउंट्स बैन किए गए थे। इसी तरह 13 से 19 दिसंबर के बीच 1 लाख अकाउंट्स बैन किए गए थे। दिसंबर में क्राफ्टन ने बताया था कि वह गेम में धोखा देने के लिए इस्तेमाल की जाने वालीं डिवाइसेज पर बैन लगाएगा। इससे पहले सिर्फ अकाउंट्स को बैन किया जाता था। डिवाइस बैन करने का मतलब है कि प्लेयर्स उस डिवाइस पर दोबारा BGMI नहीं खेल पाएंगे।
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