स्टेबलकॉइन्स में हाल ही में भारी गिरावट से क्रिप्टो मार्केट को झटका लगा है। Ethereum के फाउंडर Vitalik Buterin का मानना है कि एल्गोरिद्मिक स्टेबलकॉइन्स की इस आधार पर स्क्रूटनी की जानी चाहिए कि वे मार्केट में खराब स्थितियों के दौरान कैसा प्रदर्शन करते हैं। UST और LUNA के प्राइसेज के टूटने से और UST के डॉलर के साथ अपने जुड़ाव को तोड़ने से इनवेस्टर्स को करोड़ों डॉलर का नुकसान हुआ था।
Buterin ने एक
ब्लॉग पोस्ट में कहा कि ऑटोमेटेड स्टेबलकॉइन्स को लेकर मुश्किल नहीं है लेकिन इनमें अधिक रिटर्न की पेशकश से नुकसान होगा। उनका कहना था कि UST में भारी गिरावट से ट्रेडर्स की यह राय बनी है कि एल्गोरिद्मिक स्टेबलकॉइन्स के स्ट्रक्चर में गड़बड़ी है। हालांकि, कुछ एल्गोरिद्मिक स्टेबलकॉइन्स के मॉडल में कमी नहीं है। इसे लेकर उन्होंने MakerDAO के स्टेबल टोकन DAI और Reflexer के RAI का उदाहरण दिया। इन दोनों ऑटोमेटेड स्टेबलकॉइन्स ने मार्केट में खराब स्थितियों का मजबूती से सामना किया है।
Terra के बारे में Buterin ने कहा कि इसके एंकर प्रोटोकॉल ने 20 प्रतिशत की वार्षिक प्रतिशत यील्ड का वादा किया था और इस वजह से कुछ इनवेस्टर्स ने इससे जुड़े रिस्क को समझे बिना इसमें काफी रकम लगाई थी। इससे गिरावट आने पर इनवेस्टर्स को काफी नुकसान उठाना पड़ा। Buterin का मानना है कि इनवेस्टर्स को उनके एसेट्स की सही वैल्यू मिलनी चाहिए।
स्टेबलकॉइन TerraUSD और Terra Luna में भारी गिरावट का क्रिप्टो मार्केट पर भी बड़ा असर पड़ा था। इससे बहुत सी क्रिप्टोकरेंसी के प्राइसेज गिर गए थे। TerraUSD में इसकी एक डॉलर की वैल्यू से लगभग 100 प्रतिशत की गिरावट हुई थी और इसके साथ ही Luna भी गिरा था। TerraUSD के डॉलर के साथ अपना जुड़ाव तोड़ने पर Luna में गिरावट शुरू हुई थी। इसका कारण इन दोनों टोकन के प्राइसेज का आपस में जुड़ा होना था। इससे इनवेस्टर्स को करोड़ों डॉलर का नुकसान हुआ था। बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल Binance की Luna में होल्डिंग 1.6 अरब डॉलर से घटकर केवल लगभग 2,200 डॉलर की रह गई थी।
स्टेबलकॉइन्स ऐसी क्रिप्टोकरेंसीज होते हैं जो अपने मार्केट प्राइस को गोल्ड या सामान्य करेंसीज जैसे किसी रिजर्व एसेट से जोड़ने की कोशिश करते हैं। ये ऐसी डिजिटल ट्रांजैक्शंस के लिए अधिक इस्तेमाल होते हैं जिनमें वर्चुअल एसेट्स को वास्तविक एसेट्स में कन्वर्ट करना शामिल होता है।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।