Shiba Inu की हुई CoinSwitch Kuber पर लिस्टिंग! नया फीचर बताएगा कॉइन का रिस्क

शिबा इनु को अगस्त 2020 में एक गुमनाम व्यक्ति रॉयशी ने बनाया था।

Shiba Inu की हुई CoinSwitch Kuber पर लिस्टिंग! नया फीचर बताएगा कॉइन का रिस्क

शिबा इनु का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 18 अरब डॉलर है।

ख़ास बातें
  • CoinSwitch Kuber ने Shiba Inu को अपने प्लेटफॉर्म पर लिस्ट कर दिया है।
  • रिस्कोमीटर फीचर रिस्क वाले कॉइन्स के लिए चेतावनी देता है।
  • सितंबर में Coinbase ने शिबा इनु को अपने प्लेटफॉर्म पर लिस्ट किया था।
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क्रिप्टोकरेंसी इनवेस्टिंग ऐप CoinSwitch Kuber ने Shiba Inu को अपने प्लेटफॉर्म पर लिस्ट कर दिया है। कंपनी ने रिस्कोमीटर (riskometer) नाम का एक फीचर भी लॉन्च किया है। यह फीचर इनवेस्टर को किसी डिजिटल कॉइन में इनवेस्ट करते वक्त उससे जुड़े रिस्क के बारे में बताता है। CoinSwitch Kuber भारत की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी फर्म है जिसके पास 1.4 करोड़ यूजर हैं। पिछले 18 महीनों में कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म पर 80 कोइन्स को लिस्ट किया है। 

CoinSwitch के फाउंडर और सीईओ आशीष सिंघल ने कहा, "शिबा इनू की मांग केवल बढ़ी है और बहुत से यूजर्स चाहते थे कि कॉइन को एक्सचेंज में लिस्ट किया जाए। एक जिम्मेदार एकसचेंज होने के चलते हमने इनवेस्टर्स की इस मांग को पूरा करते हुए उनकी सुरक्षा का भी ध्यान रखा है।"

Shiba Inu कॉइन जापान के एक शिकारी कुत्ते पर आधारित है। यह दुनिया की 13वीं सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है जिसका मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 18 अरब डॉलर है। 

शिबा इनु को अगस्त 2020 में एक गुमनाम व्यक्ति रॉयशी ने बनाया था। SHIB कॉइन की कीमत मात्र 0.000034 डॉलर (लगभग 0.002505 रुपये) है। इसी कारण इनवेस्टर्स इसे बड़ी संख्या में होल्ड कर सकते हैं। वर्तमान में इस कॉइन के लगभग 549 खरब कॉइन सर्कुलेशन में हैं। 

मीम बेस्ड इस क्रिप्टोकरेंसी को इथेरियम ब्लॉकचेन पर बनाया गया है। दुनियाभर में शिबा इनु के सपोर्टर्स की संख्या करोडों में है। सितंबर में अमेरिका की सबसे बड़ी क्रिप्टो एक्सचेंज Coinbase ने शिबा इनु को लिस्ट किया था। मीम कॉइन होने के कारण इसे गंभीर रूप से नहीं लिया जाता है जो इस कॉइन को काफी रिस्की बनाता है। 

कॉइनस्विच का कहना है कि रिस्कोमीटर फीचर रिस्क वाले कॉइन्स के लिए चेतावनी देता है। यह यूजर को ऐसे कॉइन्स के लिए भी आगाह करता है जिनके साथ कंपनी को लगता है कि यूजर्स को सावधानी के साथ आगे बढ़ना चाहिए। कॉइनस्विच ने अपनी सीरीज सी फंडिंग में कॉइनबेस वेंचर्स और एंड्रेसेन हॉरोविट्ज (a16z) से सितंबर में 26 करोड़ डॉलर जुटाए थे। इसके बाद यह भारत की सबसे बड़ी क्रिप्टो दिग्गज बन गई जिसकी वैल्यूएशन 1.9 अरब डॉलर (लगभग 1.41 खरब रुपये) है।

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