पिछले कुछ दिनों से क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी है और अधिकतर ऑल्टकॉइन्स में गिरावट हुई है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस में मंगलवार को लगभग 1.95 प्रतिशत की गिरावट थी। CoinSwitch और WazirX जैसे भारतीय एक्सचेंजों पर इसका प्राइस लगभग 72,653 डॉलर पर था। CoinMarketCap जैसे इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर इसका प्राइस लगभग 68,048 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी
Ether में लगभग एक प्रतिशत का नुकसान था। भारतीय एक्सचेंजों पर Ether का प्राइस लगभग 3,233 डॉलर और इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर लगभग 3,560 डॉलर का था। इसके अलावा Tether, Ripple, Cardano, Solana, Polkadot, Chainlink और Polygon के प्राइसेज में गिरावट थी। तेजी वाली क्रिप्टोकरेंसीज में Binance Coin, Tron, USD Coin और Iota शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 2.36 प्रतिशत घटकर लगभग 2.49 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो एक्सचेंज BuyUcoin के CEO, Shivam Thakral ने Gadgets360 को बताया, "क्रिप्टो मार्केट में हाल की गिरावट से इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स ने खरीदारी बढ़ाई है। रेगुलेटरी प्रोसेस और मैक्रो इकोनॉमिक तथ्यों के सकारात्मक होने से इस वर्ष की दूसरी छमाही में जोरदार तेजी आ सकती है।" क्रिप्टो ऐप CoinSwitch के मार्केट्स डेस्क ने कहा, "मार्केट में गिरावट का ट्रेंड दिख रहा है। हाल ही में लॉन्च हुए मीम कॉइन NOT में सबसे अधिक गिरावट हुई है क्योंकि इसमें प्रॉफिट बुकिंग की गई है।"
पिछले महीने बिटकॉइन ने ब्लॉक नंबर 8,42,241 पर एक अरब ट्रांजैक्शंस को पूरा किया था। Clark Moody के बिटकॉइन डैशबोर्ड के अनुसार, 7 मई को
बिटकॉइन की कुल ट्रांजैक्शंस 1,000,701,505 थी। पहले बिटकॉइन ब्लॉक को 3 जनवरी, 2009 को माइन किया गया था। इसकी 5,603 दिन की मौजूदगी में बिटकॉइन नेटवर्क ने प्रति दिन औसत 1,78,475 ट्रांजैक्शंस को प्रोसेस किया है। इसमें लाइटनिंग नेटवर्क के जरिए प्रोसेस की गई ट्रांजैक्शंस शामिल नहीं हैं। लाइटनिंग नेटवर्क लेयर 2 बिटकॉइन प्रोटोकॉल है जो तेजी से ट्रांजैक्शंस को प्रोसेस करता है। बिटकॉइन के क्रिएटर को Satoshi Nakamoto कहा जाता है। Satoshi ने 31 अक्टूबर, 2008 को पहला बिटकॉइन व्हाइटपेपर पब्लिश किया था और तब बिटकॉइन का प्राइस 0.0008 डॉलर पर था। कुछ देशों में क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं। इससे इस मार्केट में स्कैम के मामलों पर लगाम लगाई जा सकेगी।