मार्केट प्राइस के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में सोमवार को 1.60 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस लगभग 37,241 डॉलर पर था। बिटकॉइन में वीकेंड पर लगभग 900 डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। इसने दो वर्ष पहले लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल बनाया था।
दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether में भी लगभग 2.25 प्रतिशत का उछाल था। इसका प्राइस लगभग 1,997 डॉलर पर था। Ether के प्राइस में वीकेंड पर लगभग 18 डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा Avalanche, Ripple, Solana, Binance Coin, Tron, Chainlink, Polygon, Litecoin और Bitcoin Cash के प्राइसेज बढ़े हैं। क्रिप्टो का मार्केट कैपिलाइजेशन 2.04 प्रतिशत की तेजी के साथ लगभग 1.41 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो फर्म CoinDCX की रिसर्च टीम ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन और इथर दोनों में वीकेंड पर मजबूती आई है। इसका कारण बिटकॉइन के समर्थक Javier Milei का अर्जेंटीना में प्रेसिडेंट का चुनाव जीतना हो सकता है। उनका मानना है कि बिटकॉइन से प्राइवेट सेक्टर में फंडिंग लौट सकती है।" CoinSwitch Ventures के इनवेस्टमेंट्स लीड, Parth Chaturvedi ने कहा, "Fidelity ने ETH के ETF के लिए एप्लिकेशन दी है। क्रिप्टो मार्केट में बड़ी फाइनेंशियल कंपनियों की एंट्री एक पॉजिटिव संकेत है। अमेरिका में SEC ने बिटकॉइन ETF के लिए एप्लिकेशंस पर अपना फैसला टाल दिया है। इसका बिटकॉइन के प्राइस पर कोई बड़ा असर नहीं हुआ है।"
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए
रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टोकरेंसीज के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। RBI का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसीज के साथ कोई वैल्यू नहीं जुड़ी और इस वजह से इस सेगमेंट पर बैन लगाया जाना चाहिए। कुछ देशों में रेगुलेटर्स क्रिप्टो के लिए रूल्स बना रहे हैं। इससे इस मार्केट में स्कैम के मामलों पर लगाम लग सकती है और इनवेस्टर्स का भरोसा भी बढ़ सकता है। अमेरिका में भी क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर कार्य किया जा रहा है। क्रिप्टोकरेंसीज के लिए यह एक बड़ा मार्केट है। अमेरिका में क्रिप्टो सेगमेंट से जुड़े स्कैम के कुछ बड़े मामले भी हुए हैं।