लोन देने के नाम पर कई ऐप्स (Loan Apps) ने बीते वर्षों में हजारों लोगों को परेशान किया है। लोन ऐप्स के चंगुल में फंसने वाले लोगों की आपबीती अक्सर
न्यूज रिपोर्टों में सामने आती है। ऐसे
ऐप्स के खिलाफ गूगल (Google) ने सख्त कार्रवाई की है। गूगल ने बताया है कि उसने साल 2022 में भारत में 3500 से ज्यादा लोन ऐप्स के खिलाफ ऐक्शन लिया, जो प्ले स्टोर की पॉलिसी का उल्लंघन कर रहे थे। गूगल के मुताबिक उसने ऐसे ऐप्स को प्ले स्टाेर से हटा दिया है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, गूगल ने कहा है कि उसने
लोन ऐप्स समेत 14.3 लाख से ज्यादा ऐप्स को प्ले स्टोर से हटाया है। ये ऐप्स नियमों का पालन नहीं कर रहे थे। कंपनी ने कहा है कि उसने 1.73 लाख बैड अकाउंटों को भी बैन किया है।
एक बयान में गूगल ने कहा कि साल 2022 में भारत में हमने ऐसे 3500 ऐप्स का रिव्यू किया, जो पर्सनल लोन देने के नाम पर नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। हमने उनके खिलाफ सख्त ऐक्शन लेते हुए उन्हें प्ले स्टोर से रिमूव कर दिया। गूगल ने कहा कि सभी ऐप्स प्ले स्टोर के नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। गूगल का कहना है कि उसकी कोशिश अपनी पॉलिसीज को अपडेट करते रहना और रिव्यू प्रोसेस को बेहतर बनाना है।
कंपनी ने यह भी कहा कि साल 2023 में वह ऐड्स के लिए ज्यादा प्राइवेसी-फ्रेंडली अप्रोच अपनाएगी। गूगल एक टेक्नॉलजी लाने की तैयारी में है, जिसे वह प्राइवेसी सैंडबॉक्स (Privacy Sandbox) कहती है। इस टेक्नॉलजी में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर यूजर्स की प्राइवेसी सेफ रहती है। गूगल ने कहा कि प्राइवेसी सैंडबॉक्स को शुरुआत में कुछ एंड्रॉयड डिवाइसेज पर बीटा के रूप में रोलआउट किया जाएगा। प्राइवेसी सैंडबॉक्स मुख्य रूप से कंपनियों और डेवलपर्स को मदद करता है और उन्हें डिजिटल बिजनेस बनाने में सहयोग देता है।
गौरतलब है कि भारत में बीते कुछ वर्षों में तेजी से लोन ऐप्स का दायरा बढ़ा है। कई लोन ऐप्स अपने ग्राहकों को लोन देने के नाम पर उनसे ठगी अंजाम देते हैं। कस्टमर्स को प्रताड़ित करने के मामले सामने आते रहे हैं, जिनमें कस्टमर्स के साथ-साथ उनके परिवारजनों से पैसों की उगाही की जाती है। गूगल के ऐक्शन से ऐसे मामलों में कमी आने की उम्मीद की जानी चाहिए।