Reliance Jio ने इस हफ्ते ही अन्य नेटवर्क पर आउटगोइंग वॉयस कॉल्स के लिए शुल्क लेने का ऐलान किया था। इस वजह से मुफ्त कॉल के दावे के साथ टेलीकॉम मार्केट में उतरी इस कंपनी की आलोचना भी हुई। अब रिलायंस जियो ने ऐलान किया है कि चुनिंदा जियो सब्सक्राइबर्स गैर-जियो नेटवर्क पर अभी मुफ्त ओउटगोइंग वॉयस कॉल का लुत्फ उठाते रहेंगे। यह सुविधा उन जियो ग्राहकों के लिए है जिन्होंने 9 अक्टूबर या उससे पहले रीचार्ज कराया है। कंपनी ने पहले बताया था कि नया वॉयस कॉल चार्ज TRAI के इंटरकनेक्ट यूज़ेज चार्ज के कारण लाया गया है। यह चार्ज दो अलग नेटवर्क के बीच आउटगोइंग कॉल के लिए है। वॉयस कॉल के लिए शुल्क लेने के बदले में कंपनी ने अपने ग्राहकों को अतिरिक्त डेटा देने का भी ऐलान किया है। जियो हर 10 रुपये के लिए 1 जीबी डेटा देगी।
Reliance Jio ने एक
ट्वीट के ज़रिए ऐलान किया है कि जिन ग्राहकों ने 9 अक्टूबर या उससे पहले अपने जियो नंबर को रीचार्ज कराया है। उन्हें मुफ्त आउटगोइंग कॉल्स की सुविधा मिलती रहेगी। लेकिन यह सुविधा सिर्फ मौज़ूदा रीचार्ज प्लान की वैधता पर उपलब्ध रहेगी।
इसका मतलब है कि आप अपने जियो नंबर से अगले रीचार्ज तक किसी भी नंबर पर मुफ्त वॉयस कॉल करे सकते हैं। जैसे ही प्लान की वैधता खत्म हो जाएगी, आपको
नए IUC टॉप-अप वाउचर्स में से एक को चुनना होगा। इसकी मदद से ही ऑफ-नेट आउटगोइंग कॉल हो पाएगा।
ऑफ-नेट वॉयस कॉल्स के लिए रिलायंस जियो ने प्रीपेड ग्राहकों के लिए चार आईयूसी टॉप-अप वाउचर्स पेश किए हैं। ये 10 रुपये से 100 रुपये के बीच के हैं। जियो ने कहा है कि आईयूसी टॉप अप वाउचर के बदले में ग्राहकों को अतिरिक्त डेटा दिया जाएगा, ताकि ग्राहकों को अतिरिक्त टैरिफ नहीं देना पड़े। इसके अलावा पोस्टपेड जियो ग्राहकों को ऑफ-नेट डेटा आउटगोइंग कॉल्स के लिए 6 पैसे प्रति मिनट की दर से शुल्क लगेगा। पोस्टपेड ग्राहकों को भी अतिरिक्त डेटा दिया जाएगा।
यह बदलाव दूसरे टेलीकॉम ऑपरेटर पर वॉयस कॉल करने के लिए है। जबकि जियो से जियो नंबर, इनकमिंग कॉल्स और जियो से लैंडलाइन कॉल पहले की तरह मुफ्त रहेगा। इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा। इसके अलावा जियो नंबर के साथ उपलब्ध डेटा की मदद से व्हाट्सऐप या ऐप्पल के फेसटाइम के जरिए वॉयस ओवर इंटरनेट कॉल किया जा सकता है।
Reliance Jio ने भरोसा दिया है कि आउटगोइंग ऑफ नेट कॉल्स के लिए 6 पैसे प्रति मिनट का शुल्क तब तक लिया जाएगा जब तक ट्राई आईयूसी को पूरी तरह से रद्द ना कर दे। गौर करने वाली बात है कि ट्राई ने 1 जनवरी 2020 तक जीरो टर्मिनेशन चार्ज का लक्ष्य रखा है। अगर ऐसा होता है तो इस तारीख के बाद ग्राहकों को ऑफ-नेट वॉयस कॉल्स के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा।