• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण तो देखा होगा, आज ‘मंगल ग्रहण’ देख लीजिए, जानें इस पूरे मामले को

सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण तो देखा होगा, आज ‘मंगल ग्रहण’ देख लीजिए, जानें इस पूरे मामले को

Mars eclipse : तारे के रूप में नजर आने वाला मंगल ग्रह बुधवार रात छुपने के बाद चंद्रमा के पीछे से निकला।

सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण तो देखा होगा, आज ‘मंगल ग्रहण’ देख लीजिए, जानें इस पूरे मामले को

Mars eclipse : इस दौरान पृथ्‍वी मंगल और सूर्य के बीच में थी। इस वजह से लाल ग्रह आसमान में तेज चमक रहा था।

ख़ास बातें
  • इस दुर्लभ घटना को लूूनार आकल्टेशन कहा जाता है
  • पूर्णिमा की रात मंगल ग्रह चांद के पीछे छुप गया
  • फ‍िर कुछ घंटों बाद वह चंद्रमा के पीछे से निकलता दिखाई दिया
विज्ञापन
सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण तो आपने देखा-सुना है ही, अगर हम आपसे कहें कि मंगल ग्रहण (Mars eclipse) भी होता है, तो क्‍या यकीन कर पाएंगे। बुधवार और गुरुवार की रात दुनियाभर में एक खास नजारे को लोगों ने कैद किया। आसमान में होने वाली घटनाओं में दिलचस्‍पी रखने वाले लोगों ने पूर्णिमा की रात यह नजारा देखा। तस्‍वीरें सोशल मीडि‍या में शेयर कीं। इनमें देखा जा सकता है कि कैसे मंगल ग्रह, चांद के पीछे से उग रहा है। आइए इस पूरे मामले को समझ लेते हैं। 

हम जिसे ‘मंगल ग्रहण' कह रहे हैं, वह एक बेहद दुर्लभ घटना है, जिसे लूनार आकल्टेशन (lunar occultation) कहा जाता है। इसमें कोई तारा छुप या गायब हो जाता है और फ‍िर चंद्रमा के पीछे या किनारे से प्रकट होता है। बुधवार रात ऐसा ही हुआ, जब तारे के रूप में नजर आने वाला मंगल ग्रह छुपने के बाद चंद्रमा के पीछे से निकला। इस दौरान पृथ्‍वी, मंगल और सूर्य के बीच में थी। इस वजह से लाल ग्रह आसमान में तेज चमक रहा था। 
 

पूर्णिमा के मौके पर इस विशिष्‍ट नजारे को दुनियाभर में लोगों ने देखा। कुछ बेहतरीन तस्‍वीरें भी सामने आई हैं। कैलिफोर्निया में ग्रिफ़िथ ऑब्‍जर्वेट्री (Griffith Observatory) ने शानदार नजारा कैद किया। आसमान में होने वाली घटनाओं में दिलचस्‍पी रखने वाले लोग सोशल मीडिया पर लूनार आकल्टेशन की भव्य तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं। 
 

एस्ट्रोफोटोग्राफर एंड्रयू मैककार्थी ने भी ऐसी ही एक तस्‍वीर शेयर की है। यह तस्‍वीर इसलिए भी अहम हो जाती है, क्‍योंकि मंगल ग्रह इस पोजिशन में 26 महीनों में एक बार आता है। अगली बार ऐसा नजारा जनवरी 2025 में देखने को मिल सकता है। 

यह घटना इसलिए भी अहम है, क्‍योंकि मंगल ग्रह पृथ्‍वी के करीब था। वह अपनी पेरिगी पर था यानी अपनी कक्षा में पृथ्‍वी के निकटतम बिंदु पर मौजूद था। बात करें पृथ्‍वी और मंगल ग्रह के बीच सबसे कम दूरी की, तो साल 2003 में दोनों ग्रहों के बीच दूरी 5.6 करोड़ किलोमीटर तक रह गई थी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) के अनुसार, अगले 265 साल तक दोनों ग्रह इतने करीब नहीं आएंगे। साल 2287 में ऐसा मुमकिन हो सकेगा। बहरहाल, आप ‘मंगल ग्रहण' की इन तस्‍वीरों का लुत्‍फ उठाइए। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Lenovo EA400 क्लिप-ऑन ईयरबड्स 24 घंटे के प्लेबैक बैकअप के साथ हुए लॉन्च, जानें कीमत
  2. Asus ने पेश किया लंच बॉक्स के साइज वाला NUC 14 Essential मिनी PC, जानें स्पेसिफिकेशन्स
  3. Oppo A5 (2025) फोन लॉन्च होगा 12GB रैम, 6500mAh बैटरी के साथ! TENAA लिस्टिंग में धांसू फीचर्स लीक
  4. Moto G 5G (2025) और Moto G Power 5G (2025) 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ हुए लॉन्च, जानें कीमत
  5. Xiaomi Republic Day Sale: 21 हजार रुपये डिस्काउंट के साथ स्मार्ट टीवी, फोन और टैबलेट भी हुए सस्ते
  6. Nubia Flip 2: लॉन्च हुआ 2025 का पहला 2 डिस्प्ले वाला फोल्डेबल फोन, जानें कीमत और स्पेसिफिकेशन्स
  7. DJI Flip कॉम्पैक्ट ड्रोन लॉन्च, LiDAR सेंसर के साथ 4K 100fps रिकॉर्डिंग का सपोर्ट
  8. TikTok होगा अमेरिका में बैन? लोग दूसरा चीनी ऐप डाउनलोड कर रहे, जानें नाम
  9. Huawei Band 9, FreeBuds SE2 भारत में लॉन्च, जानें कीमत और फीचर्स
  10. मार्क जुकरबर्ग की गलती पर Meta ने मांगी माफी, भारत को लेकर कही थी झूठी बात
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »