एलन मस्क की कंपनी SpaceX स्पेसक्राफ्ट Lunar Trailblazer को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है जो चांद पर जाकर पानी की तलाश करेगा। यह चांद की सतह पर विचरण करने के लिए डिजाइन किया गया खास स्पेसक्राफ्ट है। स्पेसएक्स इसे 26 फरवरी को लॉन्च करेगी। स्पेसक्राफ्ट को NASA के Kennedy Space Center से लॉन्च किया जाएगा। चांद पर जीवन की संभावनाओं को तलाशने में यह स्पेसक्राफ्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
SpaceX स्पेसक्राफ्ट Lunar Trailblazer को अपने Falcon 9 रॉकेट के माध्यम से लॉन्च करेगी। स्पेसक्राफ्ट को खासतौर पर चांद की चट्टानों में कैद बर्फ या लिक्विड वाटर की लोकेशन को खोजने के लिए प्रोग्राम (
via) किया गया है। स्पेसक्राफ्ट की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इससे पहले यह Lockheed Martin क्लीन रूम में रखा गया। जहां पर Cape Canaveral में ले जाने से पहले इसकी फाइनल ग्रूमिंग की जा रही थी।
Lunar Trailblazer स्पेसक्राफ्ट में कंपनी के नए Curio प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल किया गया है। Curio एक नया और स्केलेबल स्मॉलसेट स्पेसक्राफ्ट आर्किटेक्चर है जिसे डीप स्पेस एक्सप्लोरेशन के लिए डिजाइन किया गया है। इसे लागत-कुशल तरीके से वैज्ञानिक प्रश्नों की जांच करने के लिए डिजाइन किया गया है। लूनर ट्रेलब्लेज़र का मैनेजमेंट नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) द्वारा किया जा रहा है और इसका नेतृत्व पासाडेना में कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Caltech) द्वारा किया जा रहा है। Caltech इस मिशन में प्रमुख इनवेस्टिगेटर है।
स्पेसक्राफ्ट को Lockheed Martin ने डेवलप किया है। यह वजन में 200 किलोग्राम का बताया गया है। इस स्पेस प्रॉब में तैनाती योग्य दो सोलर एर्रे भी लगे हैं। लूनर ट्रेलब्लेज़र में जो उपकरण लगे हैं वे इस तरह से डिजाइन किए गए हैं जो चंद्रमा के स्थायी रूप से छाया वाले क्षेत्रों में खोजबीन कर सकेंगे। ये उपकरण यहां के फुटबॉल के मैदान से भी छोटे आकार के माइक्रो-कोल्ड ट्रैप्स में झांकने की कोशिश करेंगे।
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