प्रदूषण केवल भारत ही नहीं, दुनिया के सैकड़ों देशों में एक बड़ी समस्या है। हाल ही में एक स्विस कंपनी ने प्रदूषण को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की है जिसमें भारत की स्थिति पिछले साल के मुकाबले थोड़ी सुधरी है। सबसे ज्यादा प्रदूषित देशों के लिए जारी की गई टॉप 10 की लिस्ट में भारत अब 5वें नम्बर से नीचे आकर 8वें नम्बर आ गया है। वहीं, भारत के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की बात करें तो इसमें दिल्ली सबसे आगे पाई गई है। राजधानी दिल्ली को इस लिस्ट में ग्लोबल लेवल पर चौथा स्थान मिला है।
दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित देशों के लिए
रिपोर्ट जारी करते हुए स्विस फर्म
IQAir ने एक लिस्ट जारी की है जिसमें भारत सबसे ज्यादा पल्यूशन वाले टॉप 10 देशों की लिस्ट में 8वें नम्बर पर आया है। पाकिस्तान इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर है। रिपोर्ट में पीएम 2.5 का लेवल आधार माना गया है। PM 2.5 लेवल बताते हुए भी कंपनी के आंकड़े कहते हैं कि भारत में यह 53.3 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है। रिपोर्ट के अनुसार यह विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा सेफ लिमिट कहे जाने वाले आंकड़े से 10 गुना ज्यादा है।
यह सर्वे दुनिया के 131 देशों में किया गया है जिसमें कंपनी ने 30 हजार से ज्यादा ग्राउंड मॉनिटरों का इस्तेमाल किया। कंपनी ने भारत के 7300 शहरों को इस रैंकिंग में शामिल किया है। रिपोर्ट कहती है कि भारत का ट्रांसपोर्ट सेक्टर PM 2.5 पल्यूशन में 20 से 35 प्रतिशत का योगदान देता है। इसके अलावा इंडस्ट्रीज, कोयला जलाने वाले पावर प्लांट और बायोमास बर्निंग भी प्रदूषण के मुख्य स्रोत हैं।
दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की बात करें तो पाकिस्तान का लाहौर लिस्ट में पहले स्थान पर है। उसके बाद चीन का होटन शहर दुनिया का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर बताया गया है। तीसरे नम्बर पर भारत के राजस्थान का भिवाड़ी आता है। वहीं,
दिल्ली को इस लिस्ट में चौथे स्थान पर रखा गया है। दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर 92.6 माइक्रोग्राम बताया गया है, जो कि सेफ लिमिट से 20 गुना ज्यादा है।
सबसे ज्यादा प्रदूषित 100 शहरों की बात करें तो रिपोर्ट कहती है कि भारत के 65 शहर इस लिस्ट में शामिल हैं। जबकि इससे पहले भारत के 61 शहर इस लिस्ट में शामिल थे। दिल्ली और नई दिल्ली इस लिस्ट में टॉप 10 के भीतर आते हैं। दिल्ली के लिए अच्छी खबर ये है कि अब यह दुनिया की सबसे ज्यादा प्रदूषित राजधानी के टैग से मुक्त हो गई है। नई दिल्ली अब दूसरे स्थान पर आ गई है। पहले स्थान पर चाड की एनजामेना है जो दुनिया की सबसे ज्यादा प्रदूषित राजधानी है।
दिल्ली से सटे गुरूग्राम, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में भी प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी आई है।
प्रदूषण का यह स्तर भारतीय लोगों के लिए बेहद खतरनाक बताया गया है, खासकर दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में। सबसे ज्यादा खतरा नवजातों और बच्चों के लिए बताया गया है क्योंकि उनके फेफड़े विकसित हो रहे होते हैं। वहीं, बीमार रहने वाले बुजुर्गों के लिए भी प्रदूषण बड़ा खतरा बताया गया है। खासतौर पर अस्थमा, कैंसर, डायबिटीज जैसी बीमारियों से जूझ रहे बुजुर्ग।